सिटी मजिस्ट्रेट बोलीः अच्छा मार्केट मिलने पर उद्यमियों व शिल्पकारों का होगा विकास

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने उम्मीद जाहिर की कि जब जिले के उद्यमियों व शिल्पकारों को अच्छा मार्केट मिलेगा तभी उनका विकास हो पाएगा। नगर मजिस्ट्रेट श्रीमती भार्गव में शहर के अग्रवाल सभा भवन में आयोजित भौगोलिक उप दर्शन की कार्यशाला(जी आई) में यह विचार मुख्य अतिथि पद से व्यक्त किए।

श्रीमती भार्गव ने कहा कि यहां ट्रांसपोर्ट की अच्छी व्यवस्था नहीं है और न ही उद्यमियों व शिल्प कारों के लिए मार्केट की व्यवस्था है। जिसके कारण उद्यमी काफी पिछड़ गए हैं। यदि इन्हे बेहतर ढंग से सरकारी संरक्षण मिल जाएगा तो उद्यमियों व शिल्पकारों की तरक्की होगी और जिले को सैकड़ों अवार्ड भी मिल जाएंगे।

श्रीमती भार्गव ने कहा महिला होने के नाते मुझे टेक्सटाइल की विशेषताओं की जानकारी है। यहां बेहतर मार्केट न मिलने के कारण उद्यमियों को बाहर जाना पड़ता है। श्रीमती भार्गव ने बताया कि न आ पाने के कारण जिलाधिकारी ने मुझे भेजा है। आईटीआई की प्रोफेसर श्रीमती हसनत सिद्दीकी ने बुके भेंट कर नगर में मजिस्ट्रेट का स्वागत किया।

फर्रुखाबाद टैक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रोहित गोयल ने बताया कि फर्रुखाबाद के वस्त्र छपाई व प्रिंटिंग और 2 को उद्योग को भारत सरकार ने वर्ष 2013 में भौगोलिक उप दर्शन टेक्सटाइल का जी आई मिला है। अभी तक 82 उद्यमियों ने जीआई के पंजीकरण के लिए आवेदन किया है अब जीआई के उत्पादों का प्रदर्शन देश के हवाई अड्डों पर किया जाएगा। जहां विदेशी लोग उत्पाद को देखकर खरीदारी करेंगे तभी उद्यमियों का विकास होगा।

जिला उद्योग केंद्र के असिस्टेंट मैनेजर मोहम्मद आकिब ने कार्यशाला के आयोजन में सहयोग के लिए रोहित गोयल की प्रशंसा की उन्होंने बताया कि अब टेक्सटाइल की तरह एंब्रॉयडरी को भी जीआई में शामिल कर लिया गया है। जनपद बस्त्र छपाई एवं एंब्रॉयडरी के कार्य में मंडल में तीसरे स्थान पर तथा प्रदेश में सातवें नंबर पर है वर्ष 2019 से जनपद प्रथम स्थान पर है।

व्यापारी सरल दुबे ने रोहित गोयल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बस्त्र छपाई उद्योग को काफी ऊंचाई तक पहुंचाया है। जिसके कारण ही बस्त्र छपाई उद्योग को खोया हुआ गौरव मिला है। जिससे व्यापारियों में संपन्नता बढ़ेगी अब उद्यमियों को विदेश जाने का अवसर मिलेगा और अवार्ड भी मिलेंगे।

कार्यशाला में बरेली हैंडीक्राफ्ट के असिस्टेंट डायरेक्टर पुलकित जैन बैंक ऑफ इंडिया के चीफ मैनेजर संजय गुप्ता टैक्सटाइल कमेटी भारत सरकार नई दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर विवेक कुमार शर्मा ने विचार व्यक्त किए। शिल्पकारों को मुद्रा योजना की जानकारी देते हुए बताया गया की बैंक शिशु तरुण एवं किशोर योजना के तहत 50 हजार से 10 लाख तक का ऋण देता है।

इस लोन में कोई व्यक्तिगत गारंटी नहीं ली जाती है इसी तरह रेहड़ी पटरी दुकानदारों के लिए कोरोना काल में 10 हजार कर्जे की योजना शुरू की गई थी। जिन दुकानदारों ने 12 माह के अंदर ही कर्जे का भुगतान कर दिया गया। वह अब 20 हजार तक का कर्जा ले सकते हैं 9% ब्याज में 7% ब्याज अनुदान दिया जाता है। स्टैंडअप इंडिया कार्यक्रम के तहत एक करोड़ का टर्म व वर्किंग लोन दिया जाता है।

कार्यशाला में वस्त्र छपाई उद्योग समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सफ्फड संजय गर्ग, त्रिलोकी नाथ वर्मा करुणानिधि अग्रवाल मुकेश साध राजीव साध देवेश साध नरेंद्र साध एनजीओ की हेमलता, पराग अग्रवाल विनीत आदि दर्जनों शिल्पकार युवतियां मौजूद रही।

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