शिवपाल सिंह ने बड़बोले नेता स्वामी प्रसाद मौर्य से बनाई दूरी: अखिलेश यादव भी नाराज

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें फिलहाल कम होती दिखाई नहीं दे रही है। राजनीतिक दलों और साधु संत की नाराजगी के बीच अब उनकी अपनी पार्टी टिप्पणी से दूरी बना रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने रामचरित मानस पर गलत बयानबाजी करने वाले पूर्व काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से दूरी बना ली है। श्री मौर्य के विरुद्ध लखनऊ में धार्मिक भावनाएं आहत करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

शिवपाल यादव ने आज ही स्वामी के प्रकरण से खुद को अलग जरूर कर लिया लेकिन इस मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधने का मौका नहीं चूके । उन्होंने कहा कि हम लोग राम और कृष्ण के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं। प्राण जाए पर वचन न जाए का पालन करने वाले लोग हैं। उन्होंने सवाल किया क्या बीजेपी भगवानों के आदर्शों पर चल रही है। उन्होंने कहा कि जहां भगवान कभी झूठ नहीं बोलते हैं वहीं बीजेपी के लोग सिर्फ झूठ बोलते हैं वह भगवान को ही बेच रहे हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य की हिंदू विरोधी गलत बयानबाजी के कारण समाजवादी पार्टी का काफी नुकसान हो सकता है समाजवादी पार्टी के अनेकों विधायकों के अलावा प्रमुख मौलवी एवं साधु संत स्वामी प्रसाद की बदजुबानी से बेहद नाराज हैं। पाखंडवाद का विरोध करने वाले लोग स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से काफी खुश हैं ऐसे लोग श्री मौर्य की बात का समर्थन भी कर रहे हैं। अधिकांश बौद्ध धर्म समर्थक भाजपा सरकार पीएम मोदी व सीएम योगी के घोर विरोधी हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य कट्टर बौद्ध समर्थक हैं स्वामी प्रसाद मौर्य की बेतुकी बयानबाजी से सपा मुखिया अखिलेश यादव भी काफी नाराज हैं। लेकिन वह वोट बैंक की नाराजगी के कारण स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कुल बोल भी नहीं पा रहे हैं। माना जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के इशारे पर ही स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ बयान दिया है। भाजपा सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है।

श्री मौर्य ने कहा है कि भगवान राम के अपमान पर अखिलेश यादव चुप क्यों है उन्होंने आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद को अखिलेश यादव का समर्थन है। श्री मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना उनपर तंज कसा है कि नए नवेले नेता कई घाटों का पानी पीकर आए हैं। फिलहाल भाजपा को बैठे-बैठे समाजवादी पार्टी के खिलाफ जोरदार मुद्दा मिल गया है।

रामचरितमानस के अपमान की आड़ में स्वामी प्रसाद मौर्य का घोर विरोध कर हिंदुओं को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी हिंदुओं की घोर विरोधी है।
भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। श्री राजपूत ने मीडिया को बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं।

वह समाजवादी पार्टी में उपेक्षित हैं और हाशिए में पड़े हैं इसीलिए हाईलाइट होना चाहते हैं। वह बसपा में रहने के दौरान भगवान व समाज को गाली देते रहे। तिलक तराजू और तलवार के नारे लगाकर समाज में विघटन पैदा करते रहे हैं।

साधू संत समाज ने स्वामी प्रसाद का पुतला फूंका

पांचाल घाट स्थित मेला रामनगरिया के गुस्साए साधु-संतों ने पूर्व काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंक कर भड़ास निकाली। इस दौरान संत समाज जिंदाबाद, धर्म विरोधी मुर्दाबाद, स्वामी प्रसाद मौर्य मुर्दाबाद, स्वामी प्रसाद मौर्य को फांसी दो आदि नारे लगाए गए। मेला रामनगरिया के साधु संत एवं कल्प वासी स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर काफी नाराज हैं।