लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा दे देखकर विरोधियों को चकित कर दिया है विधानसभा जाने का सपना देखने वाले पूर्व काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को बड़ा झटका लगा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक को में इस बात की चर्चा थी कि अखिलेश यादव करहल सीट से इस्तीफा देकर उपचुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य को उम्मीदवार बनाकर चुनाव जितबायेगे।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ ही आजम खां ने भी रामपुर लोकसभा सीट छोड़ दी है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मंगलवार दोपहर लोकसभा पहुंचे, यहां उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया। आजमगढ़ तथा रामपुर को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। अब आजमगढ़ के साथ रामपुर में लोकसभा का उप चुनाव होगा। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के पांच में से दो सांसदों के इस्तीफा देने के बाद लोकसभा में उनका संख्या बल मात्र तीन रह गया है।
अखिलेश तथा आजम खां के इस्तीफा दे देने के बाद अब 2024 से पहले उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ तथा रामपुर में लोकसभा के उप चुनाव होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा देकर एक तीर से कई निशाने साधे हैं। वह अब 26 मार्च को होने वाली समाजवादी पार्टी के विधायक दल की बैठक में निर्विरोध नेता चुने जाएंगे। इसके साथ ही विधानसभा में भी वह भाजपा को कड़ी चुनौती देगे।
तय है कि विधान परिषद के चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिलेगी, ऐसे में अखिलेश यादव और आजम खां के इस कदम से समाजवादी पार्टी को विधानसभा में मजबूती मिलेगी। अखिलेश यादव ने यह फैसला पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं के अलावा समाज के अलग-अलग लोगों से मिलकर उनकी राय से लिया है। अब सीधे तौर अखिलेश यादव विधानसभा के साथ-साथ सड़क पर भी जनता की आवाज खुलकर उठा सकते हैं।
अखिलेश अब करहल से विधायक सदस्य बने रहेंगे श्री यादव ने पहली बार यूपी विधानसभा चुनाव में करहल सीट से किस्मत आजमाई थी। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को 67 हजार 504 वोट के अंतर से हराया था। अब विधानसभा में अखिलेश यादव सीएम योगी आदित्यनाथ से मुकाबला करते रहेंगे। राम गोविंद चौधरी के चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी को विधानसभा में मजबूत नेता की तलाश थी।
उधर भाजपा ने रणनीति बनाई थी यदि सपा करहल से स्वामी प्रसाद मौर्य को चुनाव लड़ाएगी तो उनके मुकाबले श्रीमती अर्पणा यादव को मैदान में उतार कर चुनाव जिताया जाएगा।