नये शिक्षण सत्र पर सुख समृद्धि की कामना: जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण करना शिक्षकों का दायित्व

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आज पहली अप्रैल  को नगर के नारायण आर्य कन्या पाठशाला इंटर कालेज लोहाई रोड में नवीन शिक्षण सत्र का शुभारम्भ पर बृहद यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कर्मचारियों ने आहुतियां प्रदान कर सुख संवृद्धि की कामना की। यजमान विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती इंदु मिश्रा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह विद्यालय आर्य समाज द्वारा स्थापित नगर का सर्वाधिक प्राचीन विद्यालय है।

आर्य समाज अपने स्थापना काल से ही स्त्री शिक्षा का प्रवल समर्थक रहा है इसलिए देश मे इसके अनेकों संस्थान स्त्री शिक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने के लिए हम सभी कटिबद्ध हैं। बेटियों को शिक्षित, संस्कारित व चरित्रवान बनाकर उनके अंदर सामाजिक मूल्य व राष्ट्रप्रेम की भावना का निर्माण करना हमारा उद्देश्य है। आर्य समाज के पुरोहित आचार्य संदीप आर्य ने वेद मंत्रों से यज्ञ सम्पन्न कराया।

उन्होंने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती पहले समाज सुधारक थे जिन्होंने स्त्री जाति के साथ हो रहे भेदभाव का विरोध कर उनको वेद आदि सब विद्या पढ़ने का अधिकार दिलाया। आर्य समाज के स्थापना से पूर्व देश मे नारियों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी स्वामी दयानन्द की प्रेरणा से देश मे जगह-जगह कन्या गुरूकुल व कन्या पाठशालाओं का निर्माण किया गया। आज यदि नारी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है तो इसके मूल में दयानन्द और आर्य समाज है।

देश के लिए जिम्मेदार भावी नागरिकों का निर्माण करना हर शिक्षक का दायित्व है। अन्य शिक्षण संस्थानों में जहां केवल पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा मिलती है वहीं दूसरी तरफ आर्य समाज के विद्यालयों व गुरूकुलों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार व नैतिक कर्तव्यों का ज्ञान भी बच्चों को प्राप्त होते हैं इसलिए हमें अपने बच्चों को आर्य शिक्षण संस्थानों में ही पढ़ाना चाहिए। कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्या श्रीमती वसुधा, नीता दुबे।

लक्ष्मी देवी प्रजापत,अनुराधा विभा,सीमा,प्रगति,निहारिका, रुचि हेमलता शर्मा रेखा, कल्पना आदि शिक्षिकायें एवं अनिल दीक्षित, हेमन्त प्रदीप दिलीप रेखा, सरला आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।