फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आरटीओ के कहर से भागे बस माफिया के चालक एचटी लाइन का पोल तोडकर भाग गया। जिससे 22 गांव के हजारों लोग विद्युत आपूर्ति ठप होने से बेहाल हो गये। आज सुबह ग्राम नगला खैरबंद रेलवे क्रॉसिंग से ढिलावल जाने वाले रेलवे लाइन के किनारे गुंजन बस सर्विस की बस नंबर यूपी 24 टी/ 51 51 एवं यूपी 76 टी/2326 खड़ी थी।
किसी बस की टक्कर से दोपहर करीब 11 बजे ढिलावल फीडर की एचटी लाइन का पोल टूट कर जमीन पर जा गिरा। पड़ोसी ग्राम नगला खैरबंद निवासी राकेश ने इस घटना को देखा। चालक दोनों बसों को ढिलावल चौराहा बाईपास होकर ग्राम नगला खैरबंद स्थित महावीर इंटर कॉलेज के पास पहुंचे। फयभीत चालकों ने कालेज के सामने मैदान में बसों को खड़ा कर दिया।
परसों सुबह से ढिलावल फीडर की आपूर्ति बाधित चल रही थी सब स्टेशन से 1.30 बजे आपूर्ति चालू करने का वादा किया गया था। देढ बजे के बाद बताया गया कि बस चालक ने पोल तोड़ दिया है जिसके कारण आपूर्ति चालू नहीं की जा सकती है। इसी फीडर के लाइनमैन प्रमोद ने एफबीडी न्यूज़ को बताया कि मैं सुबह ब्रेकडाउन में लाइन चेक कर रहा था तभी मैंने रेलवे लाइन के किनारे दो बसों को खड़ा देखा।
वहां ग्राम बढेली निवासी उमेश कुर्सी डालकर बसों की रखवाली कर रहा था। पूछे जाने पर उमेश ने बताया की आरटीओ के पीछा किए जाने के कारण बसों को यहां लाकर खड़ा किया गया है। पोल टूटने की जानकारी मिलने के बाद प्रमोद ने लाइनमैन मोनू के साथ बसों को तलाश किया तो दोनों बसें महावीर इंटर कॉलेज के सामने खड़ी मिली। जल्द लाइन चालू करवाने के लिए जेई वेद प्रकाश भारती को फोन मिलाया गया तो उनका फोन नहीं उठा।
जेई को तुरंत ही विद्युत आपूर्ति शुरू कराने के साथ ही विभागीय नुकसान करने वाले बस माफिया के चालक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए थी। पता चला कि बस मालिक से अवैध वसूली के लिए बातचीत की गई है। लेकिन जब देहात क्षेत्र के अधिषासी अभियंता सुरेंद्र कुमार को फोन मिलाया गया तो उन्होंने तुरंत फोन उठाया और समस्या के समाधान के लिए जेई से बात करने का आश्वासन दिया।
अक्सर लाइनमैन व जेई फोन नहीं उठाते हैं और जहां कमाई होने की उम्मीद होती है उसका फोन तुरंत उठा लेते हैं। लेकिन जरूरत पड़ने पर जब भी अधिषासी अभियंता को फोन किया गया तो उन्होंने तुरंत ही फोन उठाया और समस्या का भी समाधान कराया।
बताया गया है कि ढिलावल फीडर से ग्राम ढिलावल देवरामपुर घारमपुर नगला खैरबंद कुइयांबूट पचपुखरा नूरपुर जसमई टिमरुआ मानिकपुर साहिबाबाद आदि 22 गांव में विद्युत आपूर्ति की जाती है।