महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने का संकल्प

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आंदोलन की अगुवाई करने वाले भंते आकाश लामा ने संकिसा की पवित्र भूमि से बिहार के महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने का संकल्प लिया। संकिसा के वाईबीएस सेंटर में आयोजित महाबोधि महाविहार पर एक दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए भंते आकाश लामा ने महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने की जोरदार हुंकार भरी। आकाश लामा ने अभी तक किए गए आंदोलन एवं प्रमुख बैठकों की जानकारी देते हुए कहा कि देश के पीएम विदेश में युद्ध नहीं बुद्ध की शांति की बात करते हैं।

दुर्भाग्य से अभी तक देश के कई प्रांतों में बुद्ध जयंती पर अवकाश नहीं घोषित किया गया है। उन्होंने महाबोधि बुद्ध विहार को मुक्त कराने के विषय को गंभीरता से लिए जाने की बात करते हुए कहा कि अभी तक हम लोग पाखंडबाद में फंसे रहे अब अपना बोझ स्वयं उठाने का समय आ गया है। उन्होंने बताया की सिलीगुड़ी के आंदोलन में करीब 20 हजार बौद्ध एकत्र हुए थे दूसरे दिन ही बंगाल सरकार ने बुद्ध जयंती की छुट्टी घोषित कर दी थी।

उन्होंने बताया कि महाबोधी बुद्ध विहार को मुक्त कराने के लिए वर्ष 2012 में रिट डाली गई थी अब 29 जुलाई को अंतिम सुनवाई होगी। उन्होंने बताया कि श्रीलंका के अनागारिक धम्म पाल ने विदेश से आकर महाबोधि महाविहार की खोज की थी। उन्होंने महा बिहार में महंत के कब्जे का विरोध किया तभी 27 वर्षों से महाविहार को मुक्त कराने का आंदोलन चल रहा है। महात्मा गांधी ने यह कहकर महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने से इनकार कर दिया था कि पहले देश आजाद होना चाहिए। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में 1949 में एक कमेटी का गठन किया था।

तब 4 भिक्षुओं को महाविहार में बैठने का अवसर मिला था। जिन भिक्षुओं ने आंदोलन के साथ गद्दारी की है उनको कभी भी बौद्ध समाज माफ नहीं करेगा। भंते आकाश लामा ने दावा किया उनको कोई भी खरीद नहीं सकता है। आंदोलन को चलते हुए आज 137 दिन हो गए हैं आंदोलन को लेकर षणयंत्र हुए हैं और होते रहेंगे लेकिन हम लोगों की नियत साफ होनी चाहिए। नागपुर से देश भ्रमण की जानकारी देते हुए बताया की बुद्ध की धरती संकिसा आने का सौभाग्य मिला है।

उन्होंने अधिक जोश में यहां तक कहा कि महा विहार को मुक्त कराकर दम लेंगे भले ही उनकी जान चली जाये। उन्होंने बौद्धों को हल्के में न लेने का दावा करते हुए कहा कि देश बौद्धमय बनेगा और इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से होगी। उन्होंने बताया कि आंदोलन के 10वें दिन प्रशासन ने बुलाया था तब मैंने मांग की थी कि मुख्यमंत्री नीतीश को इस मामले में बोलना चाहिए। सभी भिक्षुओं एवं उपासकों एवं अंबेडकर वादियों को एकजुट होने का आवाहन करते हुए कहा की 1 जुलाई से प्रत्येक जिले में महाविहार को मुक्त करने के लिए भिक्षुओं के सहयोग से धरना कार्यक्रम शुरू होना चाहिए।

अब तो विदेशों में भी महाविहार को मुक्त करने के लिए आंदोलन शुरू हो गए हैं। उन्होंने बताया की महाविहार को मुक्त कराने के बाद इस बात के लिए संघर्ष किया जाएगा कि सम्राट अशोक के द्वारा बनवाए गए 84 हजार स्तूप कहाँ-कहाँ है, उनकी खोज की जाएगी। संकिसा स्तूप पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त करने का प्लान बना लिया है जिसका खुलासा समय आने पर किया जाएगा है। उन्होंने बौद्धों को सचेत किया कि दुश्मन बहुत चालाक है हम शांति से अपनी जगह के लिए क्रांति कर रहे हैं हम लोग हर हालत में जीत कर दिखाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए सुरेश चंद बौद्ध को धन्यवाद देते हुए बधाई दी।

वाईबीएस के महासचिव भंते उपनंद ने कहा कि पहले जिलों में एक दो लोग ही बौद्ध होते थे आप गिनती नहीं परसेंटेज में बौद्धों की संख्या हो गई है। उन्होंने आकाश लामा को इंगित करते हुए का कि यहां सभी लोग लीडर है जो जरूरत पड़ने पर सैकड़ो लोगों को एकत्रित कर देंगे अब आंदोलन अधिक गति पकड़ेगा। वाईबीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध ने कहा कि पहले भिक्षु एवं उपासकों की संख्या कम थी जिसके कारण आंदोलन सफल नहीं हो सका।

अब हर गांव में बौद्धों एवं अंबेडकरवादियों की कमी नहीं है। अब तीसरे महापुरुष के रूप में आकाश लामा आए हैं सभी शाक्य बौद्ध नहीं है बुद्ध की विरासत को समझने वाला व्यक्ति ही शाक्य है। शिविर में भंते प्रियदर्शी भंते सम्यक बोधी, दिल्ली हाई कोर्ट के रामवीर एडवोकेट कासगंज के अतर सिंह पाल आदि ने महाविहार को मुक्त करने के लिए जबरदस्त संघर्ष किए जाने का आवाहन किया। भंते आकाश लामा ने समर्थकों को पंचशील पटका पहनाकर आशीर्वाद दिया।

धम्मालोंको बुद्ध विहार सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य, तथागत संभ्रान्त नागरिक सामाजिक संगठन के जिलाध्यक्ष शिवकुमार शाक्य, अखिल भारतीय शाक्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश चंद्र शाक्य आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में तथागत संभ्रांत नागरिक सामाजिक संगठन के मीडिया प्रभारी आनंद भान शाक्य, जिला सचिव संतोष कुमार शाक्य, कोषाध्यक्ष राधेश्याम शाक्य, जिला उपाध्यक्ष महावीर सिंह शाक्य, जिला उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र शाक्य एडवोकेट ऑडिटर अंचल सिंह कुशवाहा महिला सभा की जिलाध्यक्ष श्रीमती सुमन शाक्य, जिला महामंत्री श्रीमती हिमलेश शाक्य, उपाध्यक्ष श्रीमती शकुंतला शाक्य, कानूनी सलाहकार संजय शाक्य एडवोकेट।

नगर अध्यक्ष कंम्पिल अमित शाक्य एडवोकेट, नगर अध्यक्ष कंम्पिल अमित शाक्य एडवोकेटनगर अध्यक्ष दीपक शाक्य, कैप्टन प्रभात शाक्य, महासचिव रामवीर शाक्य, टाउन एरिया मोहम्मदाबाद के नगर अध्यक्ष विपिन सैनी, पूर्व प्रधान संजीव शाक्य, जागेश्वर शाक्य, महेश चंद्र शाक्य, योगेश कुमार शाक्य, नील उर्फ मोनू शाक्य, बेचेलाल शाक्य उर्फ बेचैन,लालाराम शाक्य, एटा के सुनीलदत्त शाक्य एडवोकेट, सराय के डॉक्टर देवेश शाक्य पवन शाक्य, मैनपुरी के डॉक्टर आलोक शाक्य आदि हजारों लोग मौजूद रहे।

error: Content is protected !!