फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) विगत वर्षों की तरह इस साल भी एसएन साध ट्रस्ट की ओर से 26 27 व 28 मई को निशुल्क दिव्यांग सहायता शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर की संयोजक डा रजनी सरीन ने सेवा केंद्र पर मीडिया को शिविर के बारे में व्यापक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 27 व 28 मई को एनएकेपी डिग्री कॉलेज के सामने सेवा केंद्र में प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक निशुल्क दिव्यांग सहायता शिविर का आयोजन होगा।
मरीजों को आधार कार्ड व दिव्यांग प्रमाण पत्र की फोटो फोटो कॉपी लाना आवश्यक है। शिविर में दिव्यांगों को कृतिम पैर पोलियो ग्रस्त व्यक्तियों को कैलीपर वैशाखी आदि उपकरण मुफ्त में उपलब्ध कराये जायेगे। डॉ सरीन ने बताया कि कि शिविर के आयोजक राकेश साध व चमकएश साध निजी परेशानी के कारण आज नहीं आ पाये व 27 मई को आ जाएंगे। डॉक्टर सरीन ने प्रचार वाले पोस्टर में विकलांग लिखे जाने पर गल्ती बताते हुए सुधार कर दिव्यांग समझने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि शिविर में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुबोध कुमार वर्मा, कान नाक गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शिखर सक्सेना एवं दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद रहेंगे। डॉक्टर सरीन ने बताया कि वायु प्रदूषण से कान से सुनने में परेशानी होने लगती है इस बात को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। कजाकिस्तान मलेशिया एवं सिंगापुर जैसे देशों में मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान नहीं की जाती है।
उन्होंने बताया कि शादी समारोह में काफी शोर होता हैं इस परेशानी से बचने के लिए मैं ऐसे आयोजन में कान में मशीन लगाती हूं। उन्होंने कानों की सुरक्षा के लिए तेज आवाज से बचने की सलाह देते हुए मस्जिद से लाउडस्पीकर कम आवाज में अजान देने की सलाह दी। डॉक्टर सरीन ने कम सुनने वाले मरीजों को ऑडियोमेट्ररी टेस्ट रिपोर्ट न लाने की सलाह दी।
डॉक्टर सरीन ने भाजपा के जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता आदि नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा की जिलाध्यक्ष एवं उनकी सेना हमारे शिविर का गांव गांव तक प्रचार करने में सहयोग करती है। डॉक्टर सरीन ने सेवा करने और भूल जाने की जानकारी देते हुए बताया कि मुझे किसी से सेवा कार्य कार्य का अवार्ड नहीं चाहिए। डॉ शिखर सक्सेना ने बताया कि मरीजों को चेक करने के बाद जरूरतमंदों को ही कान की मशीन दी जाएगी।
इसके लिए आधार कार्ड लाना आवश्यक है। दंत चिकित्सक डॉ गगन केन्डी ने बताया कि मैं दांतो से संबंधित समस्याओं के लिए सेवा दूंगा। डॉ हरिदत्त द्विवेदी ने बताया कि अब मोबाइल फोन के इस्तेमाल से डांटे जाने पर 12 साल तक के बच्चे आत्महत्या करने लगे हैं। ऐसे बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है ईयररिंग मशीन के अधिक इस्तेमाल से भी काम को नुकसान पहुंचता है।
बैठक में भाजपा नेता हिमांशु गुप्ता, विश्वास गुप्ता, अमर साध, उदय आदि लोग मौजूद रहे।