शिविर का दूसरा दिन: मुफ्त में कीमती उपकरण व दवाये मिलने से खुश हो गए दिव्यांग जन

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) दूसरे दिन एस एन साध ट्रस्ट के सौजन्य में मेधा दिव्यांग शिविर निर्धारित समय सुबह 9 बजे से मुख्य ट्रस्टी राकेश साध, चमकेश साध, प्रिया साध, रितेश साध, राहुल साध की उपस्थिति में शुरू हुआ। आज सुबह से ही भीषण गर्मी को देखते हुये इंद्र देव ने प्रसन्न होकर जगत के सारे प्रणियों पर मेघा के रूप में अपनी अनुकम्पा कर मौसम का रुख बदल दिया।

बरसात होने के कारण सभी को गर्मी से राहत मिली। जिसके चलते दिव्यांग जन कुछ विलम्ब से शिविर में पहुँचना शुरू हुये। पर जैसे-जैसे समय बढ़ता गया उनकी संख्या में भी इजाफा होता गया। कल की भांति दिव्यांगों ने शिविर में आकर अपना पंजीकरण करवा कर क्रम बद्ध तरीके से डॉक्टरो से परामर्श लेना शुरू किया।

ये 2023 का दूसरा दिव्यांग शिविर है। विगत वर्षो से तकरीबन 30 से ज्यादा शिविरों का आयोजन एसएन साध ट्रस्ट के द्वारा फर्रुखाबाद में कराया जा चुका है। इस शिविर की विशेषता ये है कि कोई भी दिव्यांग जन केवल अपना आधार कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर आये और तत्काल रजिस्ट्रेशन कराकर निशुल्क शिविर में दी जाने वाली सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है।

राकेश साध, चमकेश साध ने बताया कि इस बार विशेष रूप से जो व्यक्ति कान की समस्या से जूझ रहा है, उसके लिए ENT स्पेशलिस्ट डॉ शिखर सक्सेना उनका परीक्षण कर उनको कान की मशीन व दवाई लिखी। दवाइयां निशुल्क ट्रस्ट द्वारा उपलब्ध करायी गई। आज सबसे ज्यादा कान की समस्या से जूझ रहे लोगो ने शिविर में आकर ENT स्पेशलिस्ट शिखर सक्सेना जी से अपना परीक्षण करवा कर कान की मशीन व दवाई प्राप्त की।

सभी मरीज अपने कान की समस्या का हल पाकर आज काफी खुश दिखे और भविष्य के लिये ट्रस्ट को अपनी शुभ आशीष दी। इसमें मुख्य भूमिका में जयपुर से आई हुई विशेष टीम जिन्होंने गहनता से सभी दिव्यांगों को उनके माप के अनुसार सभी कृतिम अंग लगा कर दिये। दिव्यंगो का कहना था इन कृतिम अंगों द्वारा उनको एक नई ऊर्जा प्राप्त हुई है। जयपुर टीम के सदस्य सुमित जी, हरीश जी, गनेश जी, वेद प्रकाश जी, जावेद अली जी का सहयोग काबिले तारीफ है। सभी दिव्यांग जनों को भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया गया।

इस नेक कार्य में अमर साध, उदय पाल, रोहित गर्ग, सुजीत श्रीवास्तव, शीश मेहरोत्रा, विजय, विशाल, रजत, अनुभव सारस्वत, राहुल, प्रभात, नरेश, जगदीश, रॉबिन साध और पूरी टीम का विशेष सहयोग रहा।
आज 170 रजिस्ट्रेशन हुये बाटे गए उपकरणों की संख्या-
व्हीलचेयर- 04
छड़ी- 14
कैलिपर- 10
कृतिम पैर- 10
वैशाखी- 08
वॉकर- 11
जूते- 12
कान की मशीन- 61

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