फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान के सुविख्यात महाविद्यालय मेजर एसडी सिंह पीजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में ‘वर्तमान परिप्रेक्ष्य में रोग निदान की उपयोगिता’ विषय पर जेप्स फाउण्डेशन के तत्वावधान में आयोजित छठी राष्ट्रीय संगोष्ठी धूमधाम से संपन्न हुई।संगोष्ठी में विद्वान वक्ताओं ने कहा आयुर्वेद में चिकित्सा की आधारशिला रोग निदान ही है। एलोपैथ की अपूर्णता को अगर कोई पूरा कर सका है, तो वह आयुर्वेद ही है।
कोराना काल में लोगों ने आयुर्वेद पर विश्वास किया और आयुर्वेद ने लाखों लोगों के जीवन की रक्षा उनकी इम्युनिटी बढ़ाकर की। संगोष्ठी में एसडीएम आयुर्वेदिक कॉलेज उड़पि, कर्नाटक एवं रोग निदान विभाग के प्रमुख प्रो.डॉ.नागराज एस. पुजारी, राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज मुजफ्फरनगर से आये डॉ. अतुल वाष्र्णेय, वाईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, नवी मुम्बई से आईं प्रो. डॉ.जयकिरन किनी, एसडीएम आयुर्वेदिक कॉलेज हसन, कर्नाटक से आये प्रो. डॉ.गोपीकृष्ण एस ने रोग निदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
वक्ताओं ने कहा आयुर्वेद अब पूरे विश्व में पंख पसार चुका है। केन्द्र सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए भरसक कोशिश कर रही है, जिससे आने वाला समय आयुर्वेद का होगा। डायरेक्टर डॉ.अनीता रंजन ने भावी चिकित्सकों को आशीर्वाद दिया और कहा हर दो माह बाद राष्ट्रीय संगोष्ठी तथा वर्ष में एक बार अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष वत्सला अग्रवाल ने आयुर्वेद के बारे में प्रकाश डाला। सरल दुबे ने कहा आयुर्वेद का उद्भव तो त्रेता युग में ही हो गया था।
आयोजन समिति के सचिव डॉ.अंकुर सक्सेना ने कहा कि इस संगोष्ठी से भावी चिकित्सक लाभान्वित हुए हैं। रोग निदान आयुर्वेद का प्रमुख अंग है और विद्वान वक्ताओं ने इसके बारे में जो जानकारी दी है उससे छात्र-छात्राएं अच्छे चिकित्सक बन सकेंगे। डॉ.अंकुर सक्सेना ने कहा कि जो जानकारी विद्वान वक्ताओं ने दी है उससे स्पष्ट है भविष्य में आयुर्वेद के ज्ञाता एलोपैथ चिकित्सकों को पीछे छोड़ देंगे। कार्यक्रम के सह आयोजक एवं डीन प्रो.डॉ.सुनील कुमार गुप्ता ने कहा चिकित्सा के लिए रोग निदान का ज्ञान होना परम आवश्यक है।
उप प्राचार्य डॉ.जौली सक्सेना ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। संगोष्ठी का संचालन डॉ.शिवओम दीक्षित एवं डॉ.अविधा सिंह ने किया। इस अवसर पर उप प्राचार्य डॉ.जौली सक्सेना, डीन डॉ.एसके गुप्ता, डॉ.वीएम गुप्ता, डॉ.रीता सिंह, डॉ.अंजना दीक्षित, डॉ.शीलू गुप्ता, डॉ.मुकेश कुमार विश्वकर्मा, डॉ.फिन्बे बेबी, डॉ.वेदप्रकाश, डॉ.उर्मिला मौर्या, डॉ.विकास पटेल, डॉ.देवाशीष बिस्वाल, डॉ.डीके मिश्रा, डॉ.रूपेश पी.वी. डॉ.आरएस मौर्या।
डॉ.आयुषलाल पीएम, डॉ.पंकज कुमार शुक्ला, डॉ.इतिश्री दास, प्रशासनिक अधिकारी अनूप कुमार, एच.आर. निधि तिवारी, लेखाकार राहुल वर्मा, प्रवीन कुमार, प्रशान्त दुबे सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉयरेक्टर डॉ.अनीता रंजन, मुख्य अतिथि नगर पालिकाध्यक्ष वत्सला अग्रवाल, सरल दुबे, प्राचार्य डॉ.मोहनन एम., उप प्राचार्य डॉ.जौली सक्सेना, डीन डॉ.एसके गुप्ता, डॉ.अंकुर सक्सेना ने माँ सरस्वती एवं भगवान धन्वन्तरि केे समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से किया। छात्राओं ने सरस्वती वंदना व धंवंतरि वंदना प्रस्तुत की।