संकिसा में 27 व 28 को बुद्ध महोत्सव: धम्म यात्रा व स्तूप पूजन के दौरान सनातनियों की मौजूदगी पर पाबंदी का समझौता लगेंगे, सीसीटीवी

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) जिला प्रशासन ने संकिसा महोत्सव के दौरान धम्म यात्रा व स्तूप पूजन के दौरान सनातन धर्मियों की मौजूदगी पर पाबंदी लगा दी है। सीसीटीवी कैमरों से अराजक तत्वों की निगरानी की जाएगी। संकिसा महोत्सव को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करने के लिए एसडीएम सदर गजराज सिंह ने आज सायं थाना मेरापुर में बौद्ध धर्मियों एवं सनातन धर्मियों के साथ बैठक की। बैठक में संकिसा महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक कर्मवीर शाक्य, सह संयोजक डॉ भिक्षु धम्मपाल, सह संयोजक नगेंद्र सिंह शाक्य, धम्मालोंको बुद्ध विहार सेवा ट्रस्ट के उप प्रबंधक रघुवीर सिंह शाक्य, धम्मालोको बुद्ध विहार एवं संकिसा बौद्ध विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ0 देवेश शाक्य, उपासक गंगा दीन शाक्य, भिक्षु धम्म रतन, भंते संघमित्र मौजूद रहे।

जबकि सनातन धर्मियों की ओर से अतुल दीक्षित संजीव कुमार पांडे अनुज कुमार यादव सभासद, महिपाल सिंह राजपूत सभासद, सीमा नागर उपेंद्र मिश्रा आदि लोग शामिल हुए। दोनों पक्षों को नियमों का पालन करने के लिए समझौता पत्र पढ़कर सुनाया गया। समझौता पत्र पर दोनों पक्षों के हस्ताक्षर कराए गए। एसडीएम सदर ने बताया कि पूर्व में हुई दुखद घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार स्तूप के ऊपर सीसीटीवी कैमरे लगाकर अराजक तत्वों की निगरानी की जायेगी।

बौद्ध समर्थकों से भी कहा गया कि वह अराजक तत्वों पर कड़ी नजर रखें जिससे कोई घटना न हो सके। सनातन धर्मियों को हिदायत दी गई कि वह पूजा के लिए निश्चित समय से पूर्व तक गांव में ही मौजूद रहेंगे। स्तूप परिसर के निकट नहीं जाएंगे और ना ही कोई नारेबाजी करेंगे।थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह ने बताया की पूर्व की भांति त स्तूप परिसर के निकट वेरीकेटिंग कराके पर्याप्त फोर्स तैनात किया जाएगा। उन्होंने दोनों पक्षों से समझौते के नियमों का सख्ती से पालन कर कार्यक्रम को शांतिपूर्वक संपन्न कराए जाने की अपील की।
संकिसा में होने वाले दो दिवसीय बौद्ध महोत्सव 27 अक्टूबर की सुबह 10 बजे से प्रारम्भ होकर 29 अक्टूबर की सुबह तक चलेगा।

इस सम्बन्ध समय 15 बजे से उप जिलाधिकारी सदर एवं प्रभारी निरीक्षक मेरापुर की उपस्थिति में शान्ति समिति की बैठक आहूत की गई। जिसमे बौद्ध धर्मी एवं सनातन धर्मी उपस्थित रहे। क्यो कि वर्ष 2019 के बुद्ध महोत्सव में विवाद पैदा हुआ था बुद्ध महोत्सव को सफल, सकुशल संपन्न कराये जाने हेतु दोनो पक्षों से आवाहन किया गया कि विगत वर्ष 01.10.2019 व वर्ष 19.10.2021 को हुए आपसी समझौते का अनुपालन करने के लिए अवगत कराया गया। वार्ता का विवरण निम्न प्रकार है।

विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी सहमति पत्र के अनुसार बौद्ध धर्म के अनुयायी द्वारा बिसारी देवी मन्दिर के ऊपर पंचशील ध्वजारोहण नही किया जायेगा। पूर्व की भांति बुद्ध महोत्सव के दौरान बौद्ध अनुयायियों द्वारा अपने भाषण में सनातन धर्म के देवी देवताओं के विरूद्ध आपत्ति जनक टिप्पणी या हिन्दू धर्म के बारे मे कटाक्ष शब्द नही कहे जायेंगे। पूर्व की भांति बौद्ध के अनुयायियों द्वारा धम्म 28 अक्टूबर को प्रस्तावित धम्म यात्रा मे
भगवान बुद्ध की तीन झांकियां निकाले जाने का अनुरोध किया गया परन्तु पूर्व से सहमति पत्र के
अनुसार भगवान बुद्ध की एक ही झांकी निकालने जाने की अनुमति दी गयी निकली जाने वाली
भगवान बुद्ध की एक झांकी के विस्तार पर रोक नही है।

पूर्व की भांति धम्म यात्रा पीडब्ल्यूडी निरीक्षण भवन के सामने पंडाल से 28 अक्टूबर को प्रातः 07 बजे प्रारम्भ होकर बुद्ध स्तूप प्रांगण पहुंचेगी। स्तूप परिक्रमा स्तूप व पूजा अर्चना आदि कार्यक्रम निपटाकर 10.30 तक वापस पांडाल स्थल आ जायेंगे। उक्त धम्म यात्रा के दौरान मार्ग में व बिसारी देवी व स्तूप प्रांगण में सनातन धर्म के अनुयायी व पुजारी मौजूद नही रहेंगे। पूर्व की भांति धम्म यात्रा वापस होने के बाद को बिसारी देवी की पूजा अर्चना करने के लिए मन्दिर परिसर में सनातन धर्म के लोग सुबह 10.30 बजे प्रस्थान करेंगे तथा 12 बजे तक पूजा अर्चना कर वापस लौट जायेगे।

जिसमे पुजारी सहित कुल पांच व्यक्ति ही बिसारी देवी मन्दिर में पूजा करने के लिए जायेंगे शेष स्तूप स्थल के नीचे रहेंगे।
पूर्व की भांति बौद्ध स्तूप प्रागंग स्थिति अशोक स्तम्भ (गज मन्दिर) अनुयायियों द्वारा चढ़ाया गया चढ़ावा बौद्ध धर्म के अनुयायी ही लेंगे। जिसमे सनातन धर्म के पुजारी से कोई मतलब नहीं होगा।
बौद्ध महोत्सव के दौरान यदि किसी भी धर्म के अनुयायियों द्वारा शान्ति गोठी में निर्धारित बिन्दुओं के अतिरिक्त नया कार्य परम्परा से हटकर किया गया तो सम्बन्धित पक्ष के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी। बैठक के दौरान पूर्व प्रधान दीपक राजपूत आदि लोग मौजूद रहे।

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