सपा नेता इलियास मंसूरी पर जानलेवा हमला: नदीम फारुकी व साथियों पर केस

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) समाजवादी पार्टी के इलियासमंसूरी का जिला महासचिव बन जाना नेताओं को रास नहीं आ रहा है इसी रंजिश में बीती रात समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर ही इलियास मंसूरी पर जानलेवा हमला किया गया। इलियास मंसूरी ने पूर्व जिला अध्यक्ष एवं शमशाबाद नगर पंचायत अध्यक्ष नदीम फारुकी व उनके समर्थक आनंद मोहन यादव, अंकेश कुमार अब्दुल्ला, राजीव यादव, साजिद खान, दीपक श्रीवास्तव तथा दो अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।

रिपोर्ट में थाना शमशाबाद के ग्राम अलेपुर निवासी इलियास मंसूरी ने कहा है कि मैं जिला समाजवादी पार्टी का जिला महासचिव हुं जब से जिला महासचिव का दायित्व मिला है तब से पूर्व समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नदीम फारूकी पुत्र स्व मकबूल अहमद निवासी मोहल्ला काजी टोला थाना शमसाबाद मुझको लगातार जान से मारने की धमकियाँ दे चुके है। एक सप्ताह पूर्व भी जिला समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह यादव के मोबाइल पर नदीम अहमद फारूकी ने कहा कि इलियास मंसूरी को जिला महासचिव पद से हटवा दो नहीं तो हम इसे जान से मरवा देंगे।

इस मौके पर मैं और इजहार खां निवासी शमसाबाद, जिलाध्यक्ष यूथ ब्रिगेड मौजूद थे। मोबाइल हैन्डफी होने के कारण हम दोनों ने अपने कानों से सुना। आज 7 अप्रैल को समय लगभग अपरान्ह 2 बजे मेरे मोबाइल पर नदीम फारूकी के नगर पंचायत मीडिया प्रभारी दीपक श्रीवास्तव ने मोबाइल नंबर 8804203186 से कई बार फोन करके मुझको जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय आवास विकास पर बुलाया। मेरे पहुंचने पर नदीम फारूकी के साथ रहने वाले गुर्गे आनन्द मोहन यादव निवासी ग्राम ज्योना, थाना कायमगंज।

अंकेश कुमार निवासी ग्राम मुरैठी व अब्दुल्लाह निवासी मोहल्ला सैयदवाड़ा शमसाबाद, राजीव यादव मोहल्ला चौहट्टा थाना शमसाबाद साजेव खाँ मोहल्ला तराई थाना शमसाबाद, दीपक श्रीवास्तव निवासी मोहल्ला चौखण्डा थाना शमसाबाद एवं दो अज्ञात लोग अचानक आ धमके। जो माँ बहनों की गालियाँ देते हुए मारपीट करने लगे, पीटते हुए कहने लगे आज साले को जान से मार देंगे। मुझको खींचते हुए छज्जे की तरफ ले गये और जान से मारने की नियत से नीचे फेंकने लगे। शोर शरावा सुनकर साजिद अली, निवासी सिरमौरा थाना नवाबगंज, मनोज यादव निवासी रोहिला थाना मोहम्मदाबाद।

जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी चन्द्रपाल सिंह यादव के ललकारने पर उपरोक्त लोग यह कहते हुए कि आज साला बच गया लेकिन तुझे तो मरना पड़ेगा, नदीम भाई का आदेश है धमकियाँ देते हुए भाग गये। बताया गया है की घटना के समय सपा कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी बैठक में जिलाध्यक्ष के अलावा अनेकों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। पार्टी के कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस प्रकार की रंजिश व जानलेवा हमले की घटना से चुनाव में असर पर सकता है। कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से घटना की निष्पक्ष जांच करा कर दोषी नेताओं को पार्टी से बर्खास्त किए जाने की मांग की है।