डीएम ने गेहूं की फसल काटी: लेखपाल ने डीएम को किया गुमराह

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) रिश्वतखोरी के लिए चर्चित लेखपाल अनिल वर्मा ने झूठी जानकारी देकर जिलाधिकारी को भी गुमराह कर दिया। राजस्व विभाग के द्वारा आज दोपहर करीब ब्लॉक बढपुर की ग्राम पंचायत ढिलवल में विश्वनाथ दुबे गेहूं की फसल की कटिंग की गई। इसी दौरान जिला अधिकारी डॉ बीके सिंह ने विशाल गर्मी के दौरान गेहूं की फसल काटकर कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया। इस दौरान ग्राम प्रधान रजनेश उर्फ मोनू कठेरिया मौजूद नहीं थे। तभी डीम ने लेखपाल अनिल वर्मा से पूछा कि प्रधान नहीं दिख रहे हैं तो लेखपाल ने यह कहकर डीएम को गुमराह कर दिया कि प्रधान को सूचना दे दी है वह आ रहे होंगे।

क्राफ्ट कटिंग के दौरान एसडीएम सदर कानूनगो अजीत द्विवेदी एवं क्राफ्ट कटिंग टीम मौजूद रही। मानक के अनुसार काटी गई फसल में 18 किलो 60 ग्राम गेहूं की बेहतर पैदावार आंकी गई। एफबीडी न्यूज के द्वारा प्रधान मोनू कठेरिया के न पहुंचने के बारे में जानकारी की गई तो श्री कठेरिया ने बताया कि मुझे लेखपाल अनिल वर्मा व किसी भी कर्मचारी के द्वारा जिला अधिकारी के आने की जानकारी नहीं दी गई। कल सुबह करीब 8 बजे लेखपाल ने कहा था कि आज डीम गांव आ सकते हैं।

प्रधान श्री कठेरिया ने बताया कि परसों गांव के युवक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी इसलिए मैं कल सुबह लोहिया अस्पताल चला गया मैने लेखपाल से कहा था कि जब डीएम साहब आए तो फोन कर बता देना मैं आ जाऊंगा। प्रधान ने बताया कि आज मैंने लेखपाल से डीएम के आने के बारे में जानकारी न देने के संबंध में पूछा तो लेखपाल अनिल वर्मा ने बताया कि आज डीएम के आने की मुझे भी जानकारी नहीं थी। प्रधान श्री कठेरिया ने सूचना न देने के लिए कानूनगो अजीत द्विवेदी से फोन पर बात की। तो कानूनगो ने डीएम के आने की सूचना न देने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि मुझे लेखपाल ने बताया था की प्रधान को जानकारी दे दी है।

प्रधान श्री कठेरिया ने कानूनगो के हवाले से बताया की घटना के समय डीएम ने कई बार लेखपाल से प्रधान के न आने के बारे में पूछा और यह भी कहा कि तुम्हारा प्रधान तो काफी एक्टिव है लेकिन वह यहां क्यों नहीं आया। तो लेखपाल ने डीएम से झूठ बोला कि मैंने प्रधान को जानकारी दे दी है वह आते ही होंगे। प्रधान मोनू कठेरिया ने बताया कि ढिलावल से ग्राम गढ़िया की दूरी करीब 500 मीटर ही है। लेखपाल के पास गांव के दर्जनों लोगों के फोन नंबर है।

दलित प्रधान होने के कारण लेखपाल ने जान बूझकर मुझे डीएम के आने की जानकारी नहीं दी। लेखपाल को भय था कि प्रधान डीएम से लेखपाल की शिकायत कर सकते हैं और ग्रामीणों से रिश्वत लिए जाने की भी जानकारी दे सकते हैं। प्रधान ने आरोप लगाया की गेहूं खेत के मालिक विश्वनाथ दुबे गांव के कोटेदार अमन दुबे के सगे चाचा है अमन दुबे राज्य स्तरीय माफिया अनुपम दुबे का करीबी है। अभियान के दौरान पुलिस ने अमन दुबे को भी पकड़ कर बंद किया था।

प्रधान ने आरोप लगाया कि कोटेदार अमन दुबे उनके चाचा विश्वनाथ दुबे आदि परिजनों ने गांव के मानस मंदिर की करीब 65 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है ट्रस्ट की कमाई भी हड़पी जा रही है। जिसकी शिकायत किए जाने पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रधान मैं जिलाधिकारी से लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है।