प्रशासन ने तालाब की भूमि पर अवैध सड़क का निर्माण रुकवाया: माफिया ने चालू करवाया

 

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) भू माफिया के प्रभाव से लेखपाल व पुलिस बैकफुट पर आ गई है। भू माफिया ने तालाब की भूमि पर रोके गए अबैध सड़क निर्माण कार्य को जबरन चालू करवा दिया है। थाना मऊदरवाजा के ग्राम ढिलावल चौराहा स्थित तालाब की जमीन पर भू माफिया सतीश राजपूत शिक्षक के द्वारा बीते दिनों से सीमेंटेड सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है।

शिकायत मिलने पर बीते दिन ग्राम प्रधान मोनू कठेरिया लेखपाल प्रवीन दुबे एवं मेडिकल चौकी इंचार्ज नितिन यादव के द्वारा मौके पर जाकर सड़क निर्माण की जांच पड़ताल की गई। तालाब की भूमि पर सड़क बनाए जाने के कारण लेखपाल ने निर्माण कार्य बंद करा दिया और निर्माण कार्य करने की हिदायत दी। इसके बावजूद आज कई मजदूर सड़क के निर्माण कार्य में लगे रहे। ग्राम चांदपुर निवासी रिंकू निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे थे।

रिंकू ने एफबीडी न्यूज को बताया कि यह सड़क सांसद निधि से बन रही है आईटीआई चौराहा निवासी अनिल पाल निर्माण कार्य करवा रहे हैं। पता चला कि सड़क का टेंडर पूर्व जिला पंचायत सदस्य मुनीष मिश्रा की फर्म को मिला है। मुनीष ने यह कार्य अनिल पाल को सौंप दिया है। आरसीसी से बनाई जाने वाली करीब 10 फुट चौड़ी सड़क के दोनों ओर नाली बनाई जा रही है।

सतीश राजपूत के मकान के पश्चिमी और फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन स्थित अन्नू बेकरी बालों के द्वारा खरीदी गई 4 बीघा जमीन पर प्लाटिंग की गई है। इस प्लाटिंग के लिए आने जाने का कोई रास्ता नहीं था। जिस जगह में सतीश राजपूत का मकान बना है वह जगह सतीश राजपूत ने ढिलावल के पूर्व प्रधान राजीव चौहान व देवरामपुर निवासी फद्दन यादव के साझे में लेकर प्लाटिंग की थी।

विवाद हो जाने पर सतीश राजपूत ने अपने मकान से बाईपास मार्ग तक का रास्ता दिखा कर काफी महंगे प्लॉट बेचे। जब सतीश राजपूत ने वर्ष 2001 में तालाब में मिट्टी डलवा कर कच्चा रास्ता बनवाया था तब शिकायत मिलने पर तत्कालीन तहसीलदार राजू कुमार ने निर्माण कार्य को रुकवा दिया था। संजय सिंह ने तालाब की भूमि पर अवैध कब्जा किए जाने की सतीश राजपूत की तहसील दिवस में शिकायत की थी।

तब तत्कालीन कानूनगो अनिल अवस्थी क्षेत्रीय लेखपाल आशुतोष पांडे एवं नगर में तैनात लेखपाल प्रमोद शुक्ला की कमेटी बनी थी। जिन्होंने तालाब की पैमाइश की थी कथित ठेकेदार अनिल पाल सड़क की लागत एवं लंबाई चौड़ाई की जानकारी नहीं दे सके। अनिल पाल ने तालाब के बीच से बाईपास मार्ग निकाले जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक सड़क निकल सकती है तो दूसरी भी सड़क तालाब पर बन सकती है।

इस तालाब के पीछे कई लोगों के आवास बने हैं जिन्होंने अवैध रूप से तालाब मैं भराव कर रास्ते बनाए हैं। मालूम हो कि सतीश राजपूत शिक्षक कार्य की आड़ में अवैधानिक कालोनियों के प्लाटों की बिक्री करते हैं व्ह अपने आवास स्थल के अलावा ग्राम कुइयांबूट में अबैध कॉलोनी के प्लाटों की बिक्री कर चुके हैं।लेखपाल प्रवीन दुबे ने बताया कि मैंने मौके पर जाकर बीते दिन निर्माण का रुकवा दिया था और अवैध निर्माण की जानकारी एसडीएम को दे दी है।

देखना यह है कि अब प्रशासन माफिया के विरुद्ध कोई कार्यवाही करता है कि नहीं? प्रशासन आए दिन गरीबों के अवैध निर्माणों को तुड़वा देता है।

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