गोली लगने से पत्रकार शिवा दुबे घायल: विरोधियों को फसाया गया, घटना संदिग्ध

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) गोली लगने से पत्रकार शिवा दुबे घायल हो गये। पुलिस घटना को संदिग्ध मानकर गहराई से जांच पड़ताल कर रही है। थाना राजेपुर के ग्राम कडक्का निवासी शैलेंद्र बाबू द्विवेदी उर्फ शिवा ने बीती रात 9.30 बजे थाना पुलिस को गोली मारे जाने की जानकारी दी। पुलिस ने शिवा को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया परिजन शिवा को रेफर करा कर डॉ हरिदत्त द्विवेदी के अस्पताल ले गए।

अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप एवं राजेपुर थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश ने बीती रात अस्पताल जाकर शिवा से पूछताछ की। घायल शिवाने मीडिया को बताया कि मैं बीती रात राजेपुर से बाइक द्वारा घर जा रहा था। जब कड़क बांध के पास से गुजर रहा था उसी दौरान घात लगाए लोगों ने लात मारकर बाइक गिरा दी। सभी लोगों ने मुझे पट लेटा कर लाठी-डंडों से पिटाई की। सोनू ने मेरे सीने पर बंदूक रखी रामू ने मेरे गोली मारी और कहा कि इसके गोली मारो।

यह बहुत बड़ा वकील बनता है और अपने बाप की पैरवी करता है। शिवा ने स्वयं को जेएनआई का पत्रकार बताया। अपर पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगाई गई है। शिवा की पत्नी रोहणी ने ग्राम अलीगढ़ निवासी रामप्रकाश व उसके बेटे सोनू तथा उनके दो अन्य साथियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक अभियुक्तों ने घात लगाकर पति शिवा को घेर लिया।

मारपीट व गाली देते हुए कहा कि यह बच ना पाए तभी रामप्रकाश ने बंदूक व सोनू व उसके साथियों ने तमंचे से जान से मारने की नियत से पति पर गोली चला दी। गोली लगने पर पति मरणासन्न हो गये। शिवा को मरा समझकर अभियुक्त भाग गए। रोहिणी ने आरोप लगाया कि रंजिश के कारण अभियुक्तों ने पति को गोली मारी है। पति ने आज सुबह होश आने पर घटना की जानकारी दी है। रिपोर्ट में रोली ने यह उल्लेख नहीं किया कि पति पत्रकार व अधिवक्ता है।

नंबर 1 के समाचार पत्र  की खबर में शिवा को पत्रकार नहीं लिखा गया।थाना पुलिस को आज दिन के एक बजे तहरीर दी गई। घटना से थोड़ी देर देर पहिले शिवा की बाइक पर ग्राम बरुआ निवासी परषोत्तम मिश्रा को देखा गया जो अक्सर शिवा के साथ रहता है। जब शिवा बीती रात राजेपुर शराब ठेका के सामने से गुजर रहा था तभी शिवा के साथ परषोत्तम को देखा गया। शराब ठेका से करीब 400 मीटर दूरी पर शिवा को गोली लगी है।

घायल शिवा ने घटना के समय परसोत्तम का जिक्र नहीं किया और न ही शिवा की पत्नी ने दे केस में परसोत्तम का उल्लेख किया है। शिवा ने मीडिया को बताया की सोनू के हाथ में बंदूक थी जबकि शिवा की पत्नी ने एफआईआर में कहा है की रामप्रकाश के हाथ में बंदूक तथा सोनू व उसके साथियों के पास तमंचे थे। जिन्होंने चार गोली चलायी काफी नजदीक से जान से मारने की नियत से चलाई गई चारों गोली में मात्र एक गोली शिवा के कंधे में लगी?

घटनास्थल के निकट रहने वाले लोगों ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी। जब कि रात में गोली की आवाज काफी दूर तक जाती है।ब ताया गया अमृतपुर के सीओ ने रात करीब 10 बजे एसडीएम के साथ रामप्रकाश के घर छापा मारा। उस समय रामप्रकाश व सोनू सो रहे थे पुलिस ने बाप बेटे को हिरासत में लेकर उनकी बाइक को चेक किया। बाइक से ऐसा कोई आभास नहीं हुआ कि थोड़ी देर पूर्व मोटरसाइकिल का इस्तेमाल माल किया गया हो।

विधायक सुशील शाक्य ने क्षेत्राधिकारी को निर्देश दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। किसी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार न किया जाये। बताया गया है कि शिवा के नागेंद्र बाबू को कई वर्ष पूर्व 307 के मुकदमे में 10 साल की सजा हुई है वह जिला जेल में सजा काट रहे हैं। 28 जुलाई 2008 को रामप्रकाश कठेरिया को गोली मारकर घायल कर दिया गया था। उनके कंधे की हड्डी टूट गई थी एक हाथ अभी तक सही ढंग से कार्य नहीं कर रहा है।

रामप्रकाश ने नागेंद्र बाबू द्विवेदी व बेटे पिंकू व एक अन्य व्यक्ति के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अदालत ने द्विवेदी को सजा सुना कर अन्य दोनों अभियुक्तों को बरी कर दिया था। रामप्रकाश ने वर्ष 2006 में अनुसूचित जात वित्त विकास निगम से कर्जा लेकर महिंद्रा ट्रैक्टर खरीदा था। नागेंद्र बाबू द्विवेदी ने रामप्रकाश से भाड़े पर चलाने के लिए ट्रैक्टर लिया था।

नागेंद्र बाबू ने ट्रैक्टर को बेच दिया और पूछे जाने पर रामप्रकाश को बताया कि ट्रैक्टर चोरी हो गया है। हम कीमत के रुपए दे देंगे लेकिन फूटी कौड़ी भी नहीं दी। तब मजबूरन रामप्रकाश ने नागेंद्र बाबू के विरुद्ध अदालत में मुकदमा दायर किया था। उसी दौरान रामप्रकाश को गोली मारकर मार डालने का प्रयास किया गया था। समझा जाता है कि थाना पुलिस शीघ्र ही घटना का सही पर्दाफाश कर देगी।

राजेपुर थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश आज सायं 5:30 बजे एबीपी न्यूज़ को बताया कि शिवा को गोली लगने की घटना में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना संदिग्ध है घटनास्थल से कोई खोखा कारतूस आदि सामान नहीं मिला है। शिवा ने ही फोन से गोली लगने की जानकारी दी थी। शिवा के कंधे के नीचे घाव का निशान देखा गया शरीर में गोली नहीं है। डॉ हरिदत्त द्विवेदी ने एफबीडी न्यूज को बताया कि शिवा की हालत ठीक है उनके शरीर में गोली नहीं है।

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