कुशल राजनीतिज्ञ इलियास मंसूरी की मेहनत का नतीजा : बन गये सपा के जिला महासचिव

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) नेताजी की रैली में जाते वक्त शहादत देने वाले दादा से प्रेरणा लेकर चलने वाले इलियास मंसूरी को अब शिला मिला है। बिना किसी लालच के मेहनत और लगन से पार्टी की सेवा करने का फल मिल गया है। प्रदेश नेतृत्व में ने उन्हें जिला महासचिव पद से नवाजा है। श्री मंसूरी अनुभवी जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव की प्रेरणा से पार्टी को ऊंचाई पर पहुंचाने की बात कहते हैं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की संस्तुति पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पार्टी के जिला प्रवक्ता इलियास मंसूरी को जिला महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। इसकी भनक लगते ही इलियास के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। शमसाबाद के अलेपुर निवासी इलियास के दादा नवी आलम भी पक्के समाजवादी थे। उनका 19 अक्तूबर 1993 को नेताजी मुलायम सिंह यादव की मोहम्मदाबाद रैली में जाते वक्त रोहिला चौराहे पर ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

करीब 10 दिन कानपुर में इलाज चलने के बाद 29 अक्तूबर को नवी आलम ने अंतिम सांस ली थी। दादा के पदचिह्नों पर चले इलियास के पिता अली मोहम्मद भी शमसाबाद के पहले युवजन सभा फिर मुख्य बॉडी के नगर अध्यक्ष रहे। दादा के इंतकाल के वक्त इलियास काफी छोटे थे। पिता अली मोहम्मद हमेशा लोहिया व नेताजी के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते रहे। इसी का नतीजा रहा कि वह भी दादा और पिता के आशीर्वाद से समाजवादी पार्टी की सेवा में जुट गए।

इलियास में अनोखी कला

मेहनत और लगन के बल पर रूठों को भी अपना बनाने की कला में माहिर इलियास ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मौजूदा जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव जब लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष बने थे तब उन्होंने इलियास को शमसाबाद लोहिया वाहिनी नगर अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद श्री मंसूरी यूथ ब्रिगेड जिला सचिव और 2015 में शमसाबाद के नगर अध्यक्ष रहे। पार्टी हित में लगन को देखते हुए इलियास को 2017 में जिला सचिव व प्रेस प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई।

उन्होंने सपा के जेल भरो आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इलियास अपने काम के बल पर जिला ही नहीं प्रदेश स्तर के नेताओं की आंखों के तारे बनते गए। उन्होंने निकाय चुनाव में शमसाबाद नगर पंचायत से टिकट के लिए भी आवेदन किया। जिले के हर नेता के दिलों में जगह बनाने वाले इलियास को राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने जिला महासचिव की जिम्मेदारी दे दी।

इलियास का कहना है कि उन्होंने पद के लिए कभी काम नहीं किया। वह सपा को अपना घर मानते हैं। लिहाजा उसको ऊंचाई पर पहुंचाने में रात दिन एक करके काम करने की कोशिश करता हूं। इलियास बताते हैं कि जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह ने उन्हें उंगली पकड़कर चलाना सिखाया है। इसको वह जीवन भर नहीं भूल सकते। अनुभवी जिलाध्यक्ष के साथ काम करने का उन्हें सौभाग्य मिला है। जो जिम्मेदारी मिली है उसको बखूबी निभाएंगे।

कुछ ही दिनों में पार्टी की हर स्तर पर सक्रियता नजर आएगी। इस वक्त अधिकांश नेता उनसे बड़े हैं। सभी की प्रेरणा लेकर पार्टी हित के फैसले लेने में कोई देरी नहीं की जाएगी।