चोरी की बाइक चलाता सिपाही सीसीटीवी में कैद: दरोगा की गुमराह करने की करतूत उजागर

कमालगंज फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) चोरी की बाइक चलाते सिपाही के सीसीटीवी में कैद हो जाने से शातिर दरोगा कैलाश बाबू बाबू की विभाग को गुमराह करने की असलियत उजागर हो गई है। मालूम हो थाना कमालगंज के हल्का नंबर 4 गोटिया क्षेत्र में तैनात दरोगा कैलाश बाबू काफी दिनों से चोरी की प्लेटिना बाइक नंबर यूपी 76 जोड़/ 4119 को खुलेआम चला रहे थे।

चोरी की बाइक चलाने की चर्चा होने पर दरोगा कैलाश बाबू ने 3 जून को उक्त बाइक लावारिस में थाने में दाखिल कर दी थी। 26 मई को ग्राम गढ़िया गंगाइच में मारपीट की सूचना मिलने पर दरोगा कैलाश बाबू चोरी की बाइक से सिपाही को लेकर मौके पर गए थे। उन्होंने झगड़ालू युवकों को थाने ले जाने के लिए थाने सूचना दी थी। ड्राइवर थाने के वाहन को लेकर मौके पर पहुंचा उससे पहले ही झगड़ालू युवक भाग गए थे। दरोगा कैलाश बाबू थाने के वाहन से वापस चले गए

जबकि सिपाही चोरी की बाइक को लेकर पीछे गया था। इसी दौरान ग्रामीणों की दरोगा कैलाश बाबू से काफी कहासुनी हुई थी। कि आपस में समझौता होने के बावजूद आपने थप्पड़ क्यों मारा है इस घटना का भी वीडियो वायरल किया गया है। वीडियो में दरोगा चोरी की बाइक चलाते देखे गए। आज जागरूक लोगों ने गढ़िया गंगाइच से थाने जाने वाले रास्ते पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले।

एक कैमरे में थाने का सिपाही चोरी की बाइक ले जाते कैद देखा गया। मालूम हो कि यह बाइक थाना मेरापुर के ग्राम मदायन निवासी राघवेंद्र सुरक्षा गार्ड की है जो लोहिया महिला अस्पताल के एसएनईयू यूनिट में सुरक्षा की ड्यूटी करता था। राघवेंद्र की बाइक 12 नवंबर 2019 को लोहिया अस्पताल से चुराई गई थी राघवेंद्र ने बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कोतवाली फर्रुखाबाद पुलिस ने अपराध संख्या 1140/19 धारा 379 के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी।

राघवेंद्र ने बीते दिन एसपी से दरोगा कैलाश बाबू के द्वारा चोरी की बाइक का इस्तेमाल किए जाने की शिकायत की थी। एसपी ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को दी है। दरोगा कैलाश बाबू ने ने यह सफाई दी थी की घटनास्थल से लावारिस बाइक ले जाते समय बनाया गया वीडियो वायरल किया गया है। जबकि आज 3 जून का सीसीटीवी फुटेज ढूंढा गया है जिससे दरोगा की कारस्तानी उजागर हो गई है।

याद रहे कि कैलाश बाबू उप निरीक्षक बनने से पहले इसी थाने में हेड मोहर्रिर के पद पर तैनात थे। वह इसी पद पर थाना मऊ दरवाजा से कमालगंज आए थे उस समय कैलाश बाबू चोरी की बाइक से ही थाना मऊदरवाजा आवास पर आते जाते थे।