शातिर युवती ने दरोगा के नग्न फोटो बनाये: सीबीआई व एडीजी के नाम पर 24 लाख ठगे

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) शातिर युवती ने दरोगा के नग्न फोटो बनाकर बातचीत का वीडियो बनाया। वीडियो वायरल करने के नाम पर गिरोह के सदस्यों ने सीबीआई व एडीजी बनकर दरोगा से 24 लाख से अधिक की ठगी की है। ठगी का अहसास होने पर थाना मऊदरवाजा के ग्राम कुइयांबूट बाईपास निवासी दरोगा राजवीर सिंह चौहान पुत्र हुकुम सिंह ने महिला सहित ठगी करने वाले गिरोह के 15 सदस्यों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।

रिपोर्ट में सुष्मिता शर्मा उर्फ प्रिया शर्मा कथित सीबीआई अधिकारी, आलोक वर्मा ऑल इंडिया मीडिया प्रभारी, राहुल शर्मा, प्रमोद कुमार गौतम, शिव खरवार, शिवकुमार खरवार, रिंकू कुमार, गुलाम अब्बास, अंकित मुखर्जी, चमन अब्बास कथित एडीजी प्रेम प्रकाश, मंदीप, हर्ष सिकरवार एवं थाना राजेपुर के ग्राम हमीरपुर सोमवंशी निवासी बड़क्का पुत्र सोमपाल व उसके भाई छुटक्का उर्फ नन्हे को आरोपी बनाया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक प्रिया शर्मा ने 22 अप्रैल 23 को सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक राजवीर सिंह चौहान के मोबाइल फोन पर बातचीत की। दरोगा राजवीर सिंह ने आरोप लगाया की प्रिया ने मुझे गुमराह करके नग्न फोटो बना लिए और बातचीत का वीडियो बना लिया। उसके बाद उसी दिन सीबीआई की साइबर शाखा दिल्ली में डीसीजी पद पर तैनात होने की जानकारी देते हुए उस व्यक्ति ने फोन पर मुझसे बात की और प्रिया के नग्न अवस्था के फोटो व धमकी भरा वीडियो को बनाए जाने और सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जाने की जानकारी दी।

उसने मुझसे कहा कि यदि आप नग्न फोटो और वीडियो डिलीट करवाना चाहते हैं तो सोशल मीडिया ऑल इंडिया मीडिया प्रभारी राहुल शर्मा के मोबाइल फोन पर बात करके अपनी नग्न फोटो व वीडियो डिलीट करवा दें। मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए दरोगा ने 25 अप्रैल को राहुल से बात की तो राहुल ने प्रमोद कुमार मौर्या व शिव खरवार के खाते में 734000 रुपए डालने को कहा तथा उक्त वीडियो व फोटो को यूट्यूब एवं सोशल मीडिया से डिलीट करा कर सर्टिफिकेट भेजने का वादा किया।

दरोगा ने प्रमोद के खाते में 51500 व 160500 तथा 311000 रुपए शिव कुमार के खाते में ट्रांसफर किए। राहुल ने दरोगा के पास यूट्यूब सोशल मीडिया से संबंधित चार डिलीट प्रमाण पत्र भेजें। उसके बाद आलोक वर्मा ने फोन कर दरोगा से कहा कि कुछ अन्य अधिकारियों को समझाना पड़ेगा जिसके लिए उन्होंने 5 लाख की मांग की है। दरोगा ने 26 अप्रैल को ढाई लाख रुपए रिंकू के खाते में ट्रांसफर कराएं और 27 अप्रैल को ढाई लाख रुपए ग़ुलाम के खाते में भेजें।

28 अप्रैल को आलोक ने दरोगा को बताया कि जिस प्रिया शर्मा के वीडियो व फोटो डिलीट करने का प्रकरण सोशल मीडिया पर चल रहा था उस प्रिया ने आत्महत्या कर ली है। उसके घर वाले व मीडिया वाले मुझे परेशान कर रहे हैं और आप के खिलाफ उक्त प्रकरण में मुकदमा कायम हो गया है। आलोक ने प्रिया शर्मा का फोटो पुलिस अधिकारियों द्वारा पंचायत नामा भरते हुए शव को सील करते हुए विभिन्न मुद्राओं के छायाचित्र दरोगा के मोबाइल फोन पर भेजें।

आलोक ने दरोगा से पूरा मामला समाप्त कराने के लिए 15 लाख रुपए मांगे, दरोगा ने जी हुजूरी करके 8 लाख में मामला निपटाया और बताए हुए खातेदार के पास रुपए भिजवा दिए। 5 मई को कथित एडीजी प्रेम प्रकाश ने फोन पर दरोगा को बताया कि मैं प्रिया शर्मा की आत्महत्या के मुकदमे की जांच कर रहा हूं। दिल्ली पुलिस की टीम के साथ गिरफ्तार करने आ रहा हूं। तब परेशान दरोगा ने एडीजी को बताया कि आलोक वर्मा ने जांच खत्म कर दी है। दरोगा ने फोन पर आलोक वर्मा से एडीजी से बात करने को कहा।

आलोक ने दरोगा को बताया की एडीजी हमसे बड़े अधिकारी है आपके साथ में मैं भी फंस रहा हूं। यदि इस मामले से बचना है तो 4 लाख की और व्यवस्था करो मेरी प्रेम प्रकाश से बात हो गई है पूरा मामला निपट जाएगा। जेल जाने के बाद से दरोगा रामवीर ने आलोक के बताए गए खातों में रुपए डलवा दिए। गिरोह के सदस्यों ने 21 अप्रैल से 8 मई तक दरोगा से 24,14000 रुपयों की ठगी की।

दरोगा रामवीर सिंह ने रिपोर्ट में कहा है कि इस षड्यंत्र में मेरे चचेरे भाई राजकुमार जिनकी ससुराल ग्राम हमीरपुर सोमवंशी थाना राजेपुर में श्रीपाल सोमवंशी के यहां है। जो रिश्ते में साले लगते हैं उनके बेटे बड़का व छुटक्का उर्फ नन्हे का भी हाथ हो सकता है। क्योंकि ग्राम हमीरपुर सोमवंशी के आसपास के तमाम ठाकुर व अन्य बिरादरी के लड़के साइबर क्राइम में लिप्त है जिनसे उक्त दोनों का उठना बैठना है। मुकदमे की जांच इंस्पेक्टर रमेश कुमार यादव को सौंपी गई है।