बालू माफिया अनंतराम शाक्य, राजेश, कौशल अनीश शाक्य लाखों की धोखाधड़ी में फंसे

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आखिरकार ठेके के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले बालू माफिया अनंत राम शाक्य व उनके बेटे नाती आदि लोगों के विरुद्ध कानूनी शिकंजा कस गया है। ठगी व षणयंत्र के शिकार कोतवाली फतेहगढ़ के ग्राम धंसुआ निवासी राजेंद्र सिंह कटियार एडवोकेट ने परेशान हो जाने पर अदालत में मुकदमा दायर किया है।

जिसमें थाना मऊदरवाजा के ग्राम कुइयांबूट निवासी अनंतराम शाक्य उनके बेटे राजेश शाक्य उर्फ रिप्पू, नाती कौशलेंद्र उर्फ कौशल शाक्य रिश्तेदार अनीश उर्फ राजीव शाक्य खनन अधिकारी राजीव रंजन उनके रिश्तेदार सेल सागर उर्फ फौजी व मनीष शाक्य 7 लोगों को पक्षकार बनाया गया है। अदालत में राजेंद्र सिंह कटियार व गवाह के बयान दर्ज हो गए हैं मुकदमे की सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की गई है।

थाना मऊदरवाजा के मोहल्ला गढ़ी अशरफ अली जसमई तिराहा के निकट रहने वाले अनीश उर्फ राजीव शाक्य का अक्सर फतेहगढ़ कचहरी में प्रैक्टिस करने वाले राजेंद्र सिंह कटियार के घर अक्सर आने जाने के कारण अच्छे संबंध हो गए थे। अनीस ने अधिवक्ता राजेंद्र सिंह की खनन अधिकारी राजीव रंजन से मुलाकात कराई। दोनों ने अधिवक्ता से कहा कि थाना अमृतपुर के ग्राम आलमपुर में थाना मऊ दरवाजा के ग्राम कुइयांबूट निवासी अनंतराम शाक्य पुत्र कालीचरन के नाम बालू खनन का पट्टा हुआ है।

अनीस ने अधिवक्ता को बताया की अनंतराम मेरे बुआ के लड़के हैं उनके पास इतना रुपया नहीं है कि पट्टा के लिए निर्धारित स्टांप शुल्क के 67 लाख रुपए जमा कर सके। अगर आप पट्टे में रुपया लगाएंगे तो आपको अपने हिस्से के हिसाब से मुनाफा के रुपए मिलेगे। बडा बेटा अभिषेक बेरोजगार होने के कारण अधिवक्ता ने बालू खनन पट्टा में साझेदारी की। अभिषेक खनन संबंधी कार्य देखता था और हर जगह रजिस्टर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर लेन-देन भी करता था।

अनीश व खनन अधिकारी ने अधिवक्ता से कहा कि मैं अनंतराम से मिलकर ही रुपए दिलवाउंगा। दोनों लोगों ने अधिवक्ता को अनंतराम के घर बुलवाया। अधिवक्ता राजेंद्र सिंह बेटे अभिषेक, अनुरोध यादव व संदीप यादव के साथ अनंतराम के घर गए। वहां अनीश राजीव रंजन के अलावा अनंतराम उनका बेटा राजेश व कौशल मौजूद था। मीटिंग में तय हुआ 25 लाख रुपए बालू खनन पट्टे में देने पर अधिवक्ता की 23% की हिस्सेदारी रहेगी।

तभी अधिवक्ता ने कहा कि रुपए लगाने के बाद कोई भी बेईमानी हो गई तो मेरा रुपया कौन देगा। इस पर खनन अधिकारी राजीव रंजन, राजेश व अनीश शाक्य ने कहा कि हम लोग पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। इन लोगों पर विश्वास करके अधिवक्ता ने अपने बेटे आदि के सामने 10 लाख रुपए नकद अनंतराम के पुत्र राजेश को दिए। 11 नवंबर 2021 को अभिषेक ने 3,64,120 रुपए अपने खाते से रजिस्ट्री के समय उपनिबंधक के नाम स्टांप के लिए ट्रांसफर किए।

10 लाख रुपए नकद रजिस्ट्री से पहले खनन अधिकारी राजीव रंजन व अनीश के कहने पर अनंतराम व उनके पुत्र राजेश को दिए। उसी समय अधिवक्ता से 5 लाख बकाया रुपए मांगे गए। अधिवक्ता ने बताया कि 3,64,120 रुपए मेरा पुत्र अपने खाते से ट्रांसफर कर चुका है। परंतु यह लोग नहीं माने और कहने लगे कि शेष 5 लाख रुपए देना ही पड़ेगा क्योंकि तमाम खर्चे हैं।

अधिवक्ता ने उक्त लोगों को कचहरी फतेहगढ़ बुलाया अनंतराम राजेश कौशलेंद्र अनीश अधिवक्ता के पास गए अधिवक्ता ने अनुरोध यादव, संदीप यादव व प्रदीप राजपूत के सामने उक्त लोगों को 5 लाख नकद दिए। तहसील अमृतपुर में मेसर्स कमला कांट्रैक्टर एंड सप्लायर के प्रोपराइटर अनंतराम शाक्य के नाम रजिस्ट्री हुई। जिसमें अधिवक्ता के अलावा अनीस को गवाह बनाया गया।

वहां संदीप यादव, अनुज यादव व प्रदीप राजपूत भी मौजूद थे। रजिस्टार ऑफिस में खनन अधिकारी राजीव रंजन पहले से ही मौजूद थे यह घटना 2021 की है। अनीश राजेश व कौशल ने अभिषेक से कहा कि इस बार 2021-22 में बालू खनन का कार्य हम लोग करेंगे अगले वर्ष तुम करना। वर्ष 2023 में जब अभिषेक बालू खनन पट्टा पर कार्य हेतु गया तो पता चला अनंतराम राजेश कौशल व अनीस ने षड्यंत्र के तहत कई लोगों से रुपए लेकर बालू पट्टे में शामिल कर लिया है।

सभी लोग अपने अपने हिस्से की बाल उठा रहे थे। अभिषेक ने अनंतराम राजेश कौशल व अनीश से बात की तो उन सभी लोगों ने कहा कि आप अपने हिस्से की बाल उठाइए। अभिषेक ने मात्र ढाई माह बालू खनन का कार्य किया तब पता चला कि अनंतराम ने बालू खनन के पूरे पट्टे का अधिकार मनीष शाक्य पुत्र सुघर सिंह, खनन अधिकारी राजीव रंजन, उनके सगे बहनोई शील सागर उर्फ फौजी भाजपा नेता व भाजपा नेत्री के पुत्रों के नाम कर दिया है।

विवाद होने पर उक्त लोगों ने अभिषेक को गंदी गंदी गालियां देकर खनन पट्टे से भगा दिया और कहा कि पूरे पट्टे की बालू उठाने का मेरे पास अनुबंध पत्र है तुम बालू नहीं उठा सकते हो। तब अभिषेक ने कहा कि मेरे पास भी अनंतराम द्वारा लिखा गया कुल खनन पट्टे की आराजी में से 23% का अनुबंध है। अधिवक्ता ने जब मामले की जानकारी की तो उन्हें पता चला अनंतराम ने मनोज कुमार पुत्र विजय सिंह को पट्टे पर 15% की हिस्सेदारी दी थी तथा उनसे 9.25 लाख नकद लिया है इसी दौरान 3 लाख रुपए उधार लिये थे।

धनराशि को वापस करने को कहा गया तो रुपए वापस नहीं किए। अधिवक्ता को पता चला कि उक्त लोगों ने षड्यंत्र रचकर कई लोगों से ठगी की है और पचासों लाख रुपया हड़प लिया है। अधिवक्ता ने खनन अधिकारी राजीव रंजन राजेश कौशलेंद्र शील सागर उर्फ फौजी व मनीष से अपना रुपया वापस करने को कहा तो सभी लोगों ने अधिवक्ता व उनके बेटे अभिषेक कटियार को धमकाया।

अधिवक्ता राजेंद्र सिंह कटियार ने मुकदमा करने से पहले ठगी की घटना की शिकायत मुख्यमंत्री से के पोर्टल पर की थी। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि बालू खनन के कार्य के दौरान अभिषेक के पास अपने हिस्से की किस्त आती थी अभिषेक रुपए ऑनलाइन जमा करता था तथा नगद रुपए भी उक्त लोगों को देता था ताकि बालू खनन का कार्य प्रभावित न हो सके।

पोकलैंड जेसीबी के कार्य व किस्त के रूप में लगभग 10 लाख रुपए अभिषेक के बालू खनन के ठेके में लग गए। अधिवक्ता ने शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि मनीष राजेश कौशल खनन अधिकारी राजीव रंजन उनके बहनोई शील सागर उर्फ फौजी अनीश उर्फ राजीव शाक्य ने पूरे बालू के पट्टे पर गुंडई के बल पर कब्जा कर रखा है। सभी लोगों ने दबंगई के दम पर लगभग 40 लाख रुपए मेरे व 12 लाख 25 हजार रुपए मनोज यादव का हड़प लिया है।

उक्त लोग आये दिन गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देते हैं। अधिवक्ता ने कहा है कि मैं मध्यम वर्ग का व्यक्ति हूं उक्त लोगों ने एक षड्यंत्र के तहत जालसाजी करके लाखों रुपए हड़प कर मुझे बर्बाद कर दिया है। उन्होंने अनंतराम शाक्य की फर्म कमला ट्रेडर्स एंड सप्लायर के नाम खनन पट्टा को भी निरस्त किए जाने की फरियाद की है। मुकदमा कायम हो जाने से बालू माफिया एवं उनके गुर्गों में जबरदस्त हड़कंप मचा है।

पता चला की ठगी की घटना के मास्टरमाइंड अनीस शाक्य से अनंतराम से संबंध काफी खराब हो गए हैं अनेकों कर्जदार लाखों रुपयों का तगादा कर रहे हैं जिसके कारण कर्जदार भूमिगत हैं। एक सिपाही का का भी लाखों रुपया अनंतराम पर बकाया है जिसने रुपयों की वसूली करने के लिए अनंतराम के घर की घेराबंदी की है।