व्यापारी दिनेश का सुसाइड नोट: बर्बाद करने वाले व्यापारियों को सजा दिलाने की मांग

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) थाना जहानगंज के ग्राम रतनपुर में बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले व्यापारी दिनेश यादव ने मरने से पहले सुसाइड नोट वायरल किया था। गांव वालों का रतनपुर के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप है इसी ग्रुप पर दिनेश यादव ने रात 3.44 बजे सुसाइड नोट डाला था। पीड़ित दिनेश ने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले व्यापारियों के नाम उजागर कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाने की मांग की है।

सुसाइट नोट

श्रीमान जी फर्रुखाबाद के सभी उच्च अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जा रहा है की मैं दिनेश यादव ग्राम रतनपुर पोस्ट कंझना थाना जहानगंज जिला फर्रुखाबाद का निवासी हु सर में कानपुर की कंपनी श्री कृष्णा कैटल फ़ीड इंडस्ट्रीज में डिस्टीब्यूटर के तौर पर फर्रुखाबाद में काम कर रहा था सर श्री कृष्णा कैटल फ़ीड के एमडी श्री दीपक अग्रवाल जी और अकाउंटेंट पंकज श्रीवास्तव एरिया मैनेजर धीरेन्द्र कुमार शर्मा प्रोडक्शन मैनेजर संतोष राय जी ने मुझे बहुत विश्वास में लेकर फर्रुखाबाद से मक्का मक्का की खरीदारी करने को कहा।

सर मैने 2016,17 में हमने मंडी और अपने आस पास गांव से खरीदकर लगभग 40 लाख की मक्का भेजी जो की कंपनी की ही गाड़ी आती थी उस पर मक्का भेज देता था तो बो मंडी समिति नही देते थे हमारा इनका काम सही चल रहा था तो डर की बात नही थी 15 दिन बाद पेमेंट के लिए कहा तो इन्होंने मुझे 14 लाख का पशु आहार भेज लिया और रुपया मागा तो आना कानी करने लगे मेरी इनसे कहा सुनी हो गई कहा की क्या सबूत हे।

जिन्होंने हमसे काम बंद कर दिया 1 दिन इनका एरिया मैनेजर धीरेन्द्र कुमार शर्मा जी मेरे घर आए और कहा की काम चालू करो और तुम्हारा हिसाब करवा दूंगा हम इनके साथ कानपुर गया तो इन्होंने मुझे सीधा चौबेपुर थाना ले गए और उल्टा हमारे ऊपर मुकदमा दर्ज करवाया और मुझे जेल भेज दिया जेल से बाहर आया तो पंकज और धीरेंद्र दोनो लोगो से हमने बात की तो बो बोले तुम्हारे पास कोई सबूत नहीं हैं की तुमने कंपनी में कोई माल दिया।

तो उन्होंने कहा घबराओ मत हम आप का मेटर निबटा देगे बस आज कल करते हुए मेरा मुकदमा पंकज ने अपने पास कर लिया और हमको कोर्ट नही आने को कहा हम आप का मुकदमा देखे रहेंगे उधर लॉक डाउन लग गया था उसके बाद पंकज ने मेरे वारंट निकलवा सुरु किया और कहा मुझसे काम करो तुम्हे कुछ नही होने दूंगा हमने कहा पहले मेरा मुकदमा में राजी बाजी करवा दो हम आप से काम करूंगा तो इन्होंने 5 लाख रुपया देने को कहा।

की इतने में आप का मुकदमा बारी हो और धीरेंद्र और पंकज ने अपनी न्यू ब्रांड श्री रॉयल नाम से निकल दिया और हमसे कहा की हमसे काम करो हम तुम्हारा घाटा पूरा करा दूंगा मेरी मजबूरी थी की कोई तो सहयोगी बने मेरी हालत खराब थी हमे इनकी बात मानना मजबूरी थी हमने इन्हे टुकड़ों में 553000 ट्रांसफर किया अपने मोबाइल से जब मुकद्दमा की बात आई तो इन्होंने मेरे घर फिर वारंट जारी कर दिया।

जब मेरे घर पुलिस आई तो हमने इन से बात की कहा दीपक अग्रवाल अभी बाहर गए है आयेगे तो करा दूंगा तब हमने पशु आहार लेने की बात कही तो मना कर दिया अब बताओ की हम किस तरफ जाए मेरी जिंदगी खत्म हो गई की किस तरह अपने बच्चो और घर बालों को समझाऊं की हमने क्या किया जिंदगी में सर मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि इन लोगो को जो हमने रुपया और मंडी में मक्का का रुपया बाकी था बो हमने बाजार से उठाकर दिया था।

उनका भुगतान हमने धीरे धीरे किया इधर उधर से किया मेरे पास इस समय कुछ भी नही बचा है की हम कुछ व्यापार कर सकू मैं जीवित रह सकूं आप सभी से अनुरोध हे की की मेरी मदद करे हम अपने बीबी बच्चो के साथ आत्म हत्या कर रहा हूं इस में मेरे घर बालों का कोई दोष नही है केवल दोष है दीपक अग्रवाल और पंकज श्रीवास्तव धीरेंद्र कुमार शर्मा और संतोष राय इन लोगो को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की कृपा करे आप की महान कृपा होगी। प्राथी। दिनेश यादव