जान देने वाला मेडिकल कॉलेज का छात्र ऋषभ अकेला बेटा था: किसने उकसाया मरने को

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) एकमात्र बेटे ऋषभ पांडेय की मौत होने के गम में मां सुमन देवी विक्षिप्त सी हो गयी। ऋषभ पांडेय जनपद गोरखपुर के थाना खोरा वर के रामनगर करजहां निवासी अशोक पांडे एक मात्र 20 वर्षीय युवा पुत्र था। ऋषभ देढ साल से थाना मऊदरवाजा के नाला बघार स्थित मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज में बीएमएस प्रथम वर्ष का छात्र था। वह हॉस्टल के कमरा नंबर 319 में छात्र अमित के साथ रहता था।

बिहार के मूलनिवासी अशोक पांडे गोरखपुर में हाईवे निर्माण के बड़े ठेकेदार है। हार्ट पेशेंट होने के कारण वह बेटे का शव लेने नहीं आ सके। ऋषभ की मम्मी सुमन देवी रिश्तेदारों के साथ आई थी। वह पीएम हाउस से बेटे का शव लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने ऋषभ के कमरे की व्यापक जांच पड़ताल की। पुलिस ने ऋषभ व उसके साथी साथी अमित का सामान कमरे से बाहर निकलवा कर कमरा सीज कर दिया।

ऋषभ की मौत के गम में हॉस्टल के सभी छात्र हॉस्टल के बाहर गमगीन होकर मौजूद रहे। रिश्तेदार ने एफबीडी न्यूज को बताया कि ऋषभ देढ साल से हॉस्टल में रहता था। उसने रात करीब 8.30 बजे मां सुमन देवी से फोन पर बात की थी बात करने के बाद ऋषभ ने हॉस्टल में खाना खाकर था टहलता रहा। तभी अचानक ऋषभ को क्या हो गया। वह हॉस्टल के निकट पानी की टंकी के ऊपर गया और वहां से मरने के लिए छलांग लगा दी।

गंभीर हालत में ऋषभ को लोहिया अस्पताल ले जाया गया डॉक्टर ने ऋषभ को मृत घोषित कर दिया। ऋषभ के कमरे की जांच पड़ताल के दौरान थानाध्यक्ष के अलावा मेडिकल चौकी इंचार्ज जितेंद्र पटेल आदि उपनिरीक्षक मौजूद रहे। एक छात्र ने दबी जबान से बताया कि ऋषभ टेंशन में रहता था लेकिन वह टेंशन का कारण नहीं बता सका। ऋषभ की मौत के कारण मेडिकल कॉलेज परिसर में मातम छाया रहा।

ऋषभ को किसने बेबस किया आत्महत्या के लिए

बिहार प्रांत के जनपद गोपालगंज थाना भोरे के ग्राम इमिलिया पांडे चकिया निवासी अजय कुमार पांडे ने भतीजे ऋषभ की मृत्यु के मामले में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक अजय के बीती रात 10 बजे बेहोश पड़े होने की जानकारी मिली। हम लोग आज सुबह 10 बजे यहां पहुंचे तो पता चला कि ऋषभ की मृत्यु हो चुकी है। अजय ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि हम लोगों को संदेह है कि हमारे बच्चे के साथ कुछ गलत हुआ है जिसकी वजह से वह आत्महत्या के लिए विवश हुआ है।

थाना पुलिस ने धारा 306 के तहत दर्ज मुकदमे की जांच थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आमोद कुमार को सौंपी है।