ब्लाक कोऑर्डिनेटर ने लगाई फांसी: सुसाइड नोट में अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) कथित फर्जी मुकदमे से प्रताड़ित ब्लॉक कमालगंज के कोऑर्डिनेटर प्रदीप कुमार सागर ने फांसी लगाकर जान दे दी। जिस परिवार में कोहरा मच गया। नगर के मोहल्ला गंगानगर कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय प्रदीप कुमार सागर ने दोपहर को घर में फांसी लगाई। परिजन प्रदीप को फांसी से उतर कर डॉक्टर हरिदत्त द्विवेदी के अस्पताल ले गए।

डॉक्टर ने प्रदीप को मृत घोषित कर दिया परिजन प्रदीप के शव को लोहिया अस्पताल ले गए। प्रदीप के पुत्र व एक पुत्री है। पत्नी श्रीमती आरती ब्लाक राजेपुर के ग्राम गंधिया प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत है प्रदीप के पिता लालाराम पूर्व सैनिक हैं। सूचना मिलने पर सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने कादरी गेट चौकी पुलिस के साथ प्रदीप के घर जा कर जांच पड़ताल की। पुलिस ने प्रदीप के द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया।

बताया गया कि प्रदीप ने 3 पन्ने के सुसाइड नोट में ब्लॉक कमालगंज के एडीओ पंचायत ग्राम विकास अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी पर सांठगांठ करके फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराए जाने का आरोप लगाया। प्रदीप ने बच्चों के लिए यह भी लिखा कि तुम्हारे पापा निर्दोष है झूठी रिपोर्ट होने के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। पुलिस ने प्रदीप के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मालूम हो की ब्लॉक कमालगंज के वीडियो पंचायत सुभाष चंद्र ने 10 जुलाई को ब्लॉक कोऑर्डिनेटर (स्वच्छ भारत मिशन) प्रदीप कुमार व आशीष कश्यप के विरुद्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

रिपोर्ट में कहा गया की प्रदीप व आशीष के द्वारा शौचालय विहीन पात्र लाभार्थियों के शौचालय को सुविधा से आच्छादित करने हेतु फर्जी दस्तावेज तैयार किये। दोनों कर्मचारियों ने एडीओ पंचायत, खंड विकास अधिकारी आलोक आर्य व ग्राम विकास अधिकारी आलोक दुबे के फर्जी हस्ताक्षर किए। कूटरचित तरीके से फर्जी डिस्पैच नंबर डालकर जिला स्तर पर लक्ष्य आवंटन हेतु बिना किसी जानकारी के बनाकर प्रस्तुत किए।

इस मुकदमे की जांच उप निरीक्षक प्रशांत कुमार को सौंप गई। प्रदीप कुमार के सुसाइड नोट में आरोप की जानकारी मिलते ही ब्लाक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।