सांसद ने तालाब के शिलान्यास में चलाया फावडाः स्कूल में शैक्षिक वर्कशॉप

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) विकासखंड राजेपुर के गांव कुबेरपुर कुतलूपुर में सांसद मुकेश राजपूत ने महात्मा गांधी रोजगार ग्रामीण गारंटी योजना के अंतर्गत 28 लाख रुपये लागत वाले अमृत सरोवर तालाब का शिलान्यास कर ग्रामीणों को फायदे बताये। श्री राजपूत ने ग्रामीणों को बताया इस गांव में अमृत सरोवर तालाब बनने से गांव सभा में बजबजाती नालियों से निजात मिलने के साथ जलभराव से फैलने वाली संक्रमित बीमारियों से भी निजात मिलेगी।

तालाब न होने की वजह से वाटर लेवल काफी नीचे पहुंच गया है बरसात के पानी में गंदे पानी की रिचार्जिंग भी बढ़ेगी जिससे वाटर लेवल की भी समस्या खत्म होगी। इसके साथ ही बच्चों को खेलने व बुजुर्गों को टहलने के लिए मिनी पार्क बनवाया जाएगा जिसमें गांव के बच्चे खेल सकेगे व ग्रामीण बुजुर्गों का अच्छे ढंग से समय पास हो सके। शिलान्यास अवसर पर सांसद मुकेश राजपूत ने तालाब में श्रमदान कर ग्रामीणों को कार्य में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान अजीत सिंह सोमवंशी विकास खंड अधिकारी अशोक कुमार दुबे एडीओ अजीत पाठक जिला पंचायत सदस्य भैया पंडित ग्राम विकास अधिकारी अशोक कुमार प्रधान सुधीर गुप्ता सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

शैक्षिक वर्कशॉप में पढ़ाने का नया तरीका

फरुखाबाद नगर क्षेत्र के सीपी इंटरनेशनल स्कूल फर्रुखाबाद में शिक्षकों को अत्याधुनिक तरीके से पढ़ाने तथा बच्चों को बिना किसी प्रकार से दंडित किए हुए उत्कृष्ट शिक्षा देने एवं उनकी प्रतिभा को निखारने की ट्रेनिंग भी गई। ट्रेनर अंशू श्रीवास्तव ने बड़ी ही तन्मयता से क्रियाकलापों के द्वारा शिक्षकों के मध्य यह सिद्ध कर दिखाया कि क्लास रूम में बच्चों को किस प्रकार से अध्ययन के प्रति आकर्षित किया जा सकता है।

सीपी विद्यालय समूह की निर्देशिका डॉ0 मिथिलेश अग्रवाल ने प्रशिक्षण का ऑनलाइन निरीक्षण किया और कार्यशाला की सराहना की। उपनिदेशिका श्रीमती अंजू राजे ने बताया कि इस प्रकार की कार्यशाला से बच्चों को पढ़ाने के नए-नए तरीकों का ज्ञान मिलता है। जिससे बच्चों की प्रतिभा को निखारना आसान हो जाता है तथा शिक्षण कार्य आनंददायक हो जाता है।

प्रधानाचार्या श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव ने बताया कि आज के समय में बच्चों को पुराने ढंग से पढ़ाना कठिन कार्य हो गया है इसलिए नई नई विधियां सीखना बहुत ही आवश्यक है। जब पाठ्यक्रम नया हो तो पढ़ाने के तरीके भी नए ही होने चाहिए जिससे बच्चों को सीखने में भी आनंद आता है।
कार्यशाला के दौरान सभी शिक्षक उपस्थित रहे।
यह जानकारी कॉलेज के मीडिया प्रभारी श्रवण कुमार मिश्र ने दी।

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