जांच में पूर्व प्रधान व वकील की रेप की झूठी घटना का पर्दाफाश

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) थाना मऊदरवाजा व महिला थाना पुलिस टीम द्वारा रेप की झूठी घटना का पर्दाफाश किया है। जांच में चुनाव की रंजिश में पूर्व प्रधान व वकील की करतूत उजागर हुई है। 1अप्रैल को पुलिस अधीक्षक द्वारा शिकायतकर्ता राजेश कुमार पुत्र अनंतराम निवासी ग्राम मितान की मड़ैया थाना मऊदरवाजा के प्रार्थना पत्र की जाँच प्रभारी निरीक्षक मऊदरवाजा द्वारा प्रभारी निरीक्षक महिला थाना के सहयोग से किये जाने हेतु आदेशित किया गया। जाँच से निम्न तथ्य सामने आये। शिकायतकर्ता राजेश कुमार पुत्र अनन्तराम निवासी ग्राम मितान की मड़ैया थाना मऊदरवाजा द्वारा एक अप्रैल को एक प्रार्थना पत्र दिया गया।

कि उसकी नाबालिग पुत्री 26 मार्च को रात करीब 10 बजे घर के बाहर टॉयलेट के लिये निकली थी। तभी पुत्री ने देखा कि उसके मक्के के खेत में आवारा गाय मक्का खा रही है। यह देखकर पुत्री गाय को भगाने चली गयी और वहीं पड़ोस के खेत में गांव के ही प्रमोद पुत्र बिजेन्द्र, आकाश पुत्र नरेश ने अकेला देख पुत्री को पकड़ लिया। मक्का के खेत में बगल में गन्ना के ठूठों के पीछे पुत्री को ले जाकर उसके साथ दोनो व्यक्तियो ने गलत काम किया। जिससे पुत्री बेहोश हो गयी, तथा रात में ग्रामवासियों के सहयोग से पुत्री की खोजबीन करते रहे किन्तु वह नही मिली। अगले दिन शाम 4 बजे वह गन्ना के खेत में बेहोश मिली तथा होश में आने पर उसने उपरोक्त बात बतायी।

उपरोक्त प्रकरण में एसपी आदेश के मुताबिक अमित गंगवार प्रभारी निरीक्षक मऊदरवाजा तथा श्रीमती पूनम अवस्थी प्रभारी निरीक्षक महिला थाना मय हमराही कर्मचारीगण के साथ दिनांक एक अप्रैल एवं 2अप्रैल को प्रार्थना पत्र की जाँच ग्राम मितान की मडैया कटरी धर्मपुर मे पहुँचकर गाँव के सम्भ्रान्त व्यक्तियो व महिलाओ आदि की मौजूदगी में शिकायतकर्ता की पुत्री एवं शिकायतकर्ता राजेश कुमार, पीडिता की माँ व अन्य लोगो के बयान पृथक-पृथक मय वीडियो अंकित किये गये।
दौराने जाँच शिकायतकर्ता के मोबाइल की छानबीन करने से ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता की लडकी शिकायतकर्ता की जानकारी के बिना उसके मोबाइल से व्हाट्सएप कॉल, व्हाट्सएप वीडियो कॉल तथा मोबाइल से अलग-अलग व्यक्तियों व लडकों से बाते करती थी।

जिसके साक्ष्य में शिकायतकर्ता के मोबाइल से बातचीत की रिकार्डिंग्स महिला थाना प्रभारी द्वारा परिवार की महिलाओं के समक्ष शिकायतकर्ता को सुनाई गयी। जिसके उपरान्त शिकायतकर्ता की पुत्री एवं उसके परिजनो द्वारा गलती स्वीकार करते हुए बताया कि 26 मार्च को शिकायतकर्ता की पुत्री व उसकी माँ के बीच खाना बनाने को लेकर झगड़ा हो गया था। उसी दिन शाम करीब 8 बजे शिकायतकर्ता की पुत्री गाँव मे बज रहे डीजे पर डांस करते समय लडको प्रमोद व आकाश से बात कर रही थी। जिसको शिकायतकर्ता के भाई ऋषिपाल द्वारा देख लिया और शिकायतकर्ता की पुत्री डर कर वहां से घर लौट आयी थी।

परिवार वालो की पिटाई के डर से शिकायतकर्ता की पुत्री घर के सामने 30 मीटर की दूरी पर स्थित मक्के के खेत की बगल में बनी दीवार से सटकर छुपी रही। शिकायतकर्ता व उसके परिवारीजन शिकायतकर्ता की पुत्री को आसपास ढूंढते रहे। द 27 मार्च को शिकायतकर्ता राजेश कुमार उपरोक्त व उसके चचेरे भाई मनोज को पीड़िता छिपी हुई हालत में मक्का के खेत के पास दीवार के पास मिली। शिकायतकर्ता की पुत्री के मिलने के बाद शिकायतकर्ता व उसके परिजन उक्त घटना की शिकायत थाना स्थानीय अथवा किसी सक्षम अधिकारी के समक्ष न करते हुये उसको झाड़-फूक करवाने के लिए ले गये थे।

बाद में घर वापस आने पर घर की औरतों ने लडकी से पूछा तो उसने डर की वजह से जिन लडको से डीजे पर डांस होने के दौरान बात करते हुए उसके ताऊ ऋषिपाल ने देख लिया था, उन्ही लडको का नाम फर्जी मनगढ़ंत कहानी गडते हुए बता दिया था।

गाँव के पूर्व प्रधान धर्मवीर व लक्ष्मण नामक वकील ने मामले को तूल दिलवाते हुए फर्जी मुकदमा लिखाये जाने एवं शिकायतकर्ता को मुआवजा दिलाये जाने का लोभ देकर थाना स्थानीय एंव उच्चाधिकारियों पर दवाब बनाने का प्रयास किया गया। जाँच के क्रम में पुनः दिनांक 2 अप्रैल को शिकायतकर्ता द्वारा उपरोक्त प्रकरण मे पुलिस की जाँच से संतुष्ट होते हुए अपने शिकायती प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही न किये जाने तथा प्रार्थना पत्र की हो रही जाँच को रोके जाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र दिया गया।

शिकायतकर्ता द्वारा आज अपने प्रार्थना पत्र में अंकित किया गया है कि वह स्वयं तथा उसकी पुत्री पढ़े लिखे नहीं हैं, केवल अपने नाम का हस्ताक्षर बनाना जानते हैं। उक्त पूरे प्रकरण में उसकी पुत्री द्वारा उसे गुमराह किया तथा जिसका राजनैतिक लाभ लेने की मंशा से पूर्व प्रधान धर्मवीर राजपूत ने लक्ष्मण नामक वकील के साथ मिलकर अपनी प्रधानी की दुश्मनी शिकायतकर्ता को सामने करके साधने की कोशिश की गयी।

प्रार्थना पत्र की जाँच के उपरान्त शिकायतकर्ता व शिकायतकर्ता की पुत्री से कोई कानूनी कार्यवाही न करने के संबंध में दिये गये प्रार्थना पत्र के बारे मे पूछा गया तो शिकायतकर्ता राजेश ने पुलिस द्वारा की गयी जाँच पर संतुष्टि जाहिर करते हुये बताया कि वह उपरोक्त जाँच से संतुष्ट है, वह कुछ लोगो के बहकावे में आ गया था तथा अब उसको घटना की पूरी सच्चाई का पता लग गया है।

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