फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लाखों रुपए हड़पने वाले अधिवक्ता पर साथी को जहर देकर मार डालने का आरोप लगाया गया है। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्वालटोली निवासी वीरेन्द्र चतुर्वेदी ने बेटे के हत्यारे के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कोतवाली में तहरीर दी है। पीड़ित पिता वीरेंद्र चतुर्वेदी ने पुलिस को अवगत कराया कि मेरे दो लड़के शनि चतुर्वेदी व शुभम चतुर्वेदी कचहरी फतेहगढ़ में वकालत करते हैं। शनि चतुर्वेदी ने बार एसोसिएशन फतेहगढ़ के महासचिव संजीव पारिया व अनिल गुप्ता एडवोकेट के विरूद्ध वरिष्ठ अध्यक्ष बार काउंसिल ऑफ इण्डिया व अध्यक्ष बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश को 27.08.2018 को नौकरी के लिये उसके साथ ठगी करने का प्रार्थना-पत्र दिया था।
जिसमें उक्त लोगों द्वारा दस लाख रूपयों की ठगी करने की शिकायत की गयी थी। शनि चतुर्वेदी ने 30.10.2018 को मुख्य न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद को भी प्रार्थना-पत्र दिया था। जिसमें 10.11.2017 को उक्त लोगों द्वारा दस लाख रूपये लेने का वर्णन किया गया। शनि द्वारा उच्चाधिकारियों को बार-बार शिकायती प्रार्थना-पत्र दिये जाने पर 31.08.2022 को अनिल कुमार गुप्ता एडवोकेट द्वारा दस रूपये के स्टाम्प पर 10 लाख रुपए लेने व काम न होने पर पैसे वापस करने का लिखित वर्णन किया गया। जिसकी मूल प्रति पुत्र के पास सुरक्षित थी।
12.04.2024 को मैंने उपरोक्त ठगी के सम्बन्ध में संजीव पारिया (जो शाहजहाँपुर जेल में निरूद्ध था) व अनिल गुप्ता एडवोकेट के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किये जाने हेतु पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना-पत्र दिया था। इसी कारण उपरोक्त दोंनो व्यक्ति मुझसे व पुत्र शनि से रंजिश मानने लगे। 19.06. 2024 को संजीव पारिया की जिला कारागार शाहजहाँपुर में मृत्यु हो गयी। 29.08.2024 को समय लगभग 2 बजे दोपहर अमित कुमार वर्मा पुत्र राकेश कुमार ने पुत्र से कहा कि मैं
तुम्हें अभी पांच लाख रूपये दिलवा देंगे।
मुझे कुछ लोगों ने बताया कि शनि को सुमित कुमार वर्मा व अमित कुमार वर्मा मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गये हैं। तब मैं अनिल गुप्ता के बिस्तर पर गया वहां बैठे लोगों ने बताया कि अनिल
गुप्ता व अमित वर्मा काफी देर से कहीं गये हुये हैं और उनके फोन कचहरी में बस्ते पर चार्जिंग में लगे हैं। मैं बराबर अपने पुत्र शनि चतुर्वेदी को फोन लगाता रहा परन्तु उसका फोन स्वीच ऑफ रहा। शाम लगभग 8.30 बजे पुत्र बदहवास हालत में घर आया और उसने बताया कि अनिल कुमार गुप्ता, सुमित कुमार वर्मा व अमित कुमार वर्मा ने
मुझे कोल्डड्रिंक में कुछ जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया है और अनिल कुमार गुप्ता द्वारा लिखा गया मूल स्टाम्प छीनकर भगा दिया।
हालत खराब होने पर पुत्र शनि को लेकर लोहिया अस्पताल गया जहां डॉक्टर द्वारा मेरे पुत्र शनि को मृत घोषित कर दिया गया। पुत्र शनि का शव लेकर घर चला गया 112 नम्बर पर पुलिस को फोन किया जिस पर पुलिस आयी शव को देखकर फोरेंसिक टीम को जांच हेतु बुलाया जिसने जांचोपरान्त शव कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया। 30 अगस्त को शव का पोस्टमार्टम हुआ उसी दिन अन्तिम संस्कार किया गया। परिवार पुत्र की हत्या से शोकाकुल हैं। इस कारण रिपोर्ट लिखाने में कुछ विलम्ब हो गया।