साइबर ठग गिरफ्तार: साथियों का खुलासा किया

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पुलिस की साइबर टीम ने जस्ट डायल एप के माध्यम से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना आशीष को गिरफ्तार कर लिया है। आशीष कुमार पुत्र नेकराम थाना अमृतपुर के ग्राम नगला हूसा निवासी हैं। घटना के मुताबिक 10 अक्टूबर को प्रतिबिम्ब, एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज साइबर शिकायतों से सम्बन्धित संदिग्ध मोबाइल नंबरों के सत्यापन व जांच के दौरान थाना अमृतपुर क्षेत्र में सूचना प्राप्त हुई कि आशीष कुमार पुत्र नेकराम निवासी ग्राम नगला हूसा जोकि जस्ट डायल एप के माध्यम से ट्रांसपोर्ट के नाम पर फर्जी कुटरचित दस्तावेज तैयार कर लोगों को व्हाट्सएप पर भेजता है।

ट्रेडिंग के नाम पर अन्तर्जनपदीय व अन्तर्राज्यीय स्तर पर साइबर ठगी कर रहा है। इसी सूचना पर थाना साइबर क्राइम फतेहगढ़ टीम द्वारा बताये गये स्थान पर दबिश देकर आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। बरामदगी के आधार पर मु0अ0सं0- 10/24 धारा 318(4)/319(2)/336(3)/338/340(2) बीएनएस व 66 सी/66 डी आईटी एक्ट बनाम आशीष कुमार पुत्र नेकराम यादव उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम नगला हूसा थाना अमृतपुर, बाइस्तबा गोविंद कश्यप पुत्र विनोद कश्यप, बाइस्तबा आकाश यादव पुत्र विपिन यादव, बाइस्तबा प्रदीप शर्मा पुत्र पप्पू शर्मा, बाइस्तबा मोहित यादव पुत्र श्रीपाल सिंह, बाइस्तबा पवनीश यादव पुत्र वीरपाल सिंह।

व बाइस्तबा सचिन सिंह पुत्र शिवराज सिंह समस्त निवासीगण नगला हूसा के विरुद्ध पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। आशीष ने पूछने पर अपने जुर्म की मांफी मांगते हुए बताया कि मैं जस्ट डायल एप के माध्यम से लोगों के साथ जस्ट डायल की इन्क्वायरी में प्राप्त लोगों से व्हाट्सएप्प/मोबाइल पर सम्पर्क कर ट्रांसपोर्ट सर्विस के नाम पर मैं उन्हीं के बताये गये स्थान के पिकअप प्वाइंट पर गाड़ी भेजने को बोलता हूं।

क्यूआर कोड व यूपीआई के माध्यम से गोविन्द कश्पय द्वारा उपलब्ध कराये गये खातों में एडवांस में रूपये ले लेता हूं। ग्राहको को फर्जी कूट रचित रसीद बना कर भेज कर साइबर ठगी करता हूं। हम लोगों के ट्रांसपोर्ट व बिल बाउचर जीएसटी सभी फर्जी व कूट रचित है। इस काम को मेरे गांव के साथी भी साथ मिल कर धोखाधड़ी व साइबर ठगी करते हैं। गोविन्द कश्यप मुझे व अन्य को साइबर ठगी करने के लिये फर्जी सिम व बैंक खाते उपलब्ध कराता है। तथा बदले में खाते में आने वाली धनराशि का 25 प्रतिशत काट कर मुझे बाकी रूपया दे देता है।

बरामद 5340 रूपयों के बारे में पूछा गया तो बताया कि यह रूपया अभी 4-5 दिन पहले ही मैंने ट्रासंपोर्ट के नाम पर जस्ट डायल द्वारा प्राप्त इन्क्वायरी से मनोज भड़गले महाराष्ट्र मोबाइल नंबर 82293xxxxx से कूट रचित दस्तावेजों को व्हाट्सएप पर भेज कर व फर्जी ट्रांसपोर्ट के नाम पर साइबर ठगी की थी। बरामद तीनों सिमे फर्जी है।

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