शमशान घाट के सफाई कर्मी को 251 व नाविक को 100₹

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) समाज सेवियों ने संबंधित लोगों के साथ बैठक करके तय कर दिया है कि की पांचाल घाट स्वर्ग धाम स्थल पर जलाए जाने वाले शव के अवशेष की सफाई करने वाले कर्मचारियों को केवल 251 रुपए मिलेंगे। पांचाल घाट स्थित स्वर्ग धाम श्मशान घाट पर संभ्रांत लोगों एवं सोता बहादुरपुर ग्राम पंचायत के प्रधान, सेक्रेटरी, पंचायत मित्र एवं अन्य लोगों के साथ आवश्यक बैठक की गई। जिसमें घाटों पर वर्षों से अवैध वसूली को पिछले दिनों से बंद करा देने की जानकारी दी गई।

भविष्य में कोई पुनः इस प्रकार से अवैध वसूली न कर पाने के लिए निर्णय लिये गए। कि घाट साफ रहे, वाल्मीकि समाज के लोगों द्वारा अंतिम संस्कार करने वाले के परिजनों से अनाप सनाप रुपयों वसूली पर चिंता जाहिर की गई। सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया कि सफाई करने वालों को 251 रुपए से अधिक नहीं दिए जाएंगे। घाट पर काम करने वाले वाल्मीकि समाज के कर्मचारियों को बुलाकर इस संबंध में बता दिया गया। उन्होंने भी अपनी सहमति प्रकट कि अब हम लोग किसी के भी अंतिम संस्कार करने के बाद वहां की साफ सफाई के लिए मात्र 251 रुपए ही लेंगे।

जबकि पहले यही लोग अंतिम संस्कार करने वाले पारिजनों से 1000स 1500 रुपये लेते थे। शमशान घाट पर नाव चलाने वाले नाविकों के द्वारा भी अंतिम संस्कार के विसरा गंगा में प्रवाहित करने के लिए ले जाया जाता था इन नाविकों के द्वारा मन माने रुपए वसूले जाते थे। बैठक में इसके लिए भी प्रस्ताव रखा गया और सर्वसम्मति से 100 रुपये तय किए गए। नाविकों को बुलाकर बैठक के निर्णय से अवगत कराया गया कि अब किसी से भी 100 रुपये से अधिक नहीं लेंगे। इस पर सभी ने अपनी सहमति व्यक्त की।

बैठक को संबोधित करते हुए फर्रुखाबाद विकास मंच के जिलाध्यक्ष भइयन मिश्रा ने कहा कि कोई व्यक्ति अपने किसी परिजन या सगे संबंधी के अंतिम संस्कार के लिए जब शमशान घाट आता था तो उनके साथ यहां मौजूद अराजक तत्वों का गैंग अनाप-शनाप वसूली करता था। क्योंकि इसके लिए कोई कहने सुनने वाला नहीं था यदि किसी ने शिकायत भी की तो उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती थी। पूर्व में समाज के कई जागरूक लोगों ने यहां से लेकर शासन स्तर तक शमशान घाट पर जबर अवैध वसूली की शिकायतें की।

अवैध वसूली बंद नहीं हुई। आप सब लोगो के सहयोग से इन अराजक तत्वों की वसूली को बंद कराया गया और जो वाल्मिकी समाज के लोग भी घाट सफाई के नाम पर अनाप सनाप पैसा वसूलते थे अब उनको भी बिल्कुल सही कर दिया गया। अब वो लोग भी सिर्फ 251 रुपए ही लेंगे, किसी को भी अधिक पैसा देने की जरूरत नहीं है। बैठक में सत्यपाल सिंह प्रगल्भ ने बताया कि घाट पर नाव चलाने वाले भी विसरा गंगा जी में प्रवाहित करने वालों से 500 से 700 रुपया तक वसूलते हैं। उनके सुझाव पर नाव चालकों को सिर्फ इस कार्य के लिए 100 रुपए देने का प्रस्ताव पारित किया गया।

समाजसेवी विष्णु नारायण अरोड़ा ने घाट पर चारों तरफ फैला कूड़ा करकट, गंदगी और शमशान घाट पर बने बरामदों और शेडो के जीर्ण-शीर्ण होने पर बहुत दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कितना सुंदर घाट लगता था आज इसकी क्या दशा हो गई। विष्णु नारायण अरोड़ा ने सभी से मदद की अपील करते हुए कहा कि आप सबके सहयोग से अपने स्वर्गधाम को एक बार फिर से स्वर्गधाम बनाकर रहेंगे। रामदास गुप्ता ने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी है कि अब पहले जैसी अराजकता घाट पर न होने पाए इसके लिए सभी को प्रयास करने होंगे।

विश्व हिंदू परिषद के कोमल पांडे ने कहा कि घाट को स्वर्गधाम बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है, और सभी के सहयोग से हम लोग घाट को ऐसा बनाने का प्रयास करेंगे कि पूरे प्रदेश में नाम हो।
सोता बहादुरपुर ग्राम प्रधान नसरुद्दीन ने कहा कि ग्राम सभा पूरा हर स्तर पर सहयोग देगी। घाट की साफ सफाई भी और अन्य जरूरी काम जल्द पूरे किए जाएंगे। विशाल गंगवार ने कहा कि स्वर्गधाम को अराजक तत्वों से बचाने के लिए मेरे द्वारा बहुत प्रयास किए गए पर सफल तब हुए जब भईयन मिश्रा ने कमान संभाली। उनके नेतृत्व में घाट से अवैध वसूली करने वाले बेइज्जती करके भगाए गए। नीरज दुबे ने कहा कि स्वर्गधाम पर किसी भी प्रकार की अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी, जो भी ऐसा करेगा उसको कठोर दंड दिया जाएगा।

मोहित खन्ना ने कहा बताया कि घाट पर जो ठेली आदि अतिक्रमण कर रखा था उनका अतिक्रमण हटवा दिया गया और उनको हिदायत दी गई कि आगे से अतिक्रमण किया तो घाट पर ठेली नहीं लगने दी जाएगी। बैठक में सौरभ पांडे ने प्रस्ताव रखा कि घाट पर चिता जलने के बाद बहुत सी लकड़ी बच जाती है उसको गंगा में प्रवाहित न करके एक जगह इकट्ठा किया जाये। जिससे लावारिश या गरीब लोगों के अंतिम संस्कार में सहयोग हो सके। बैठक में मुख्य रूप से पंचायत सेक्रेटरी अतुल अग्निहोत्री , विनय दीक्षित, सनी गुप्ता, अनुज तिवारी, राजा मिश्रा, प्रताप श्रीवास्तव, मुकेश सिंह, राजीव वर्मा, सत्यनारायण शाक्य, बाबू भाई, रंजीत कुमार, आशनाथ बाबा, गोविंद बॉथम आदि लोग उपस्थित रहे।

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