फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) संकिसा में मां विसारी देवी के बोर्ड को लगवाए जाने की शिकायत पर उप जिलाधिकारी ने जांच शुरू कर दी है। संकिसा निवासी एवं विसारी देवी सेवा समिति के अध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने आज जिलाधिकारी को शिकायती पर देकर अवगत कराया कि विसारी देवी मन्दिर के पास 7 दिसंबर शनिवार को समय करीब 11 बजे पर्यटन विभाग द्वारा एक बोर्ड लगाया गया था। जिस पर अंकित था मां विसारी देवी मन्दिर और उत्तर प्रदेश सरकार। देर शाम उसी बोर्ड को जो अधिकारी व कर्मचारी लगाने आये थे वही लोग उखाड़ ले गये थे।
विसारी देवी के पुजारी कुलदीप गिरी ने इस बात का विरोध किया तो उपरोक्त अधिकारियों ने बताया कि इस बोर्ड को वाउण्ड्री के अन्दर लगायेंगे। लेकिन अन्दर नही लगाया, निजी वाहन पर लाद कर ले गये। मैने इस संबंध में विसारी देवी के पुजारी से पूंछा तो उन्होने बताया कि इस बोर्ड को पर्यटन विभाग के ही कर्मचारी उखाड़कर ले गये है। शिकायती पत्र में श्री दीक्षित ने कहा है कि अब मैं यह चाहता हूं कि जिस बोर्ड को लगाया गया था उस बोर्ड को क्यों उखाड़ा गया। जबकि पर्यटन विभाग व उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश से ही उस बोर्ड का निर्माण हुआ था।
बोर्ड को उखाड़ें जाने से सनातन धर्म में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मां विसारी देवी का अपमान किया गया है। जबकि नगर पंचायत संकिसा में अभी भी पर्यटन विभाग द्वारा लगाये गये तमाम बोर्ड सुरक्षित हैं। केवल मां विसारी देवी का बोर्ड उखाड़ा गया है। श्री दीक्षित ने मांग की कि जिस बोर्ड को उखाड़ा गया है उस बोर्ड को मां विसारी देवी मन्दिर देवी के गेट के पास लगवाने का कष्ट करें। यह बोर्ड किसी राजनीति दल के इशारे पर पर्यटन विभाग के द्वारा हटवाया गया है। श्री दीक्षित ने बताया की शिकायती पत्र देने वालों में हनुमान मंदिर के महंत मोहनदास, महंत भोलानाथ, रामताल आश्रम के महंत गंगादास, हरिशंकर दास पूर्व प्रधान दीपक राजपूत आदि संत मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि डीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है डीएम के आदेश पर एसडीएम सदर ने आज सायं संकिसा जाकर पुजारी कुलदीप गिरी आदि से बोर्ड उखाड़े जाने के संबंध में पूछताछ की। एसडीएम ने बोर्ड लगवाने वाले ठेकेदार को भी फोन किया लेकिन फोन नंबर बंद था। श्री दीक्षित ने बताया कि मैंने कभी भी बौद्ध धर्म के कार्यक्रम का विरोध नहीं किया घर में पूजा के लिए भगवान श्री राम के साथ ही बुद्ध जी की प्रतिमा मौजूद है। बौद्ध स्तूप के कारण ही संकिसा क्षेत्र का काफी विकास हुआ है और जमीन काफी महंगी हो गई है।






