फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) आजादी के 75 में अमृत महोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंसा अनुरूप 75वें मित्रता स्वतंत्रता दिवस को कुछ खास यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री की हर घर तिरंगा फहराने की अपील की गई। इसी उपलक्ष में अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य व ब्लाक प्रमुख राजेपुर पल्लव सोमवंशी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं व हजारों ग्रामीणों ने विकासखंड राजेपुर के गांव राजपुर से अमृतपुर होते हुए अलीगढ़ तक जोरदार तिरंगा रैली निकाली गई।
बाइक सवार लोगों ने सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्ता हमारा, की धुन पर रैली निकाली जो लगभग 3 किलोमीटर तक लम्बी थी। विकास खंड राजेपुर में इतनी बड़ी रैली का आयोजन एक ऐतिहासिक यादगार बन गई। तिरंगा रैली का समापन लक्ष्मी गेस्ट हाउस तिवारी मार्केट में हुआ तिरंगा रैली में सीओ अमृतपुर रविंद्र नाथ राय राजेपुर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार गौतम, थानाध्यक्ष अमृतपुर अनिल कुमार सहित काफी संख्या में पुलिस कर्मियों ने भाग लिया।
फर्रुखाबाद साध समाज को किसी परिचय की जरूरत नही है साध समाज ने हमेशा ही सत्य, नेकी और अहिंसा का पाठ अपने बच्चों और समाज के सभी वर्गों को दिया है। इसी क्रम में सावन मास के पावन महीने में साध समाज के धार्मिक स्थल चौकी में पूरे महीने छोटे से लेकर बड़े बच्चों की एक कार्यशाला हर वर्ष आयोजित की जाती है। जिसको साधो की भाषा मे सभा का नाम दिया गया है।
ये सभा लगभग 55 वर्षो से निरन्तर साध जगफूल नारायण की बैठक में आयोजित होती है। इसका आयोजन स्वर्गीय साध जगफूल नारायण द्वारा ही किया गया था। उसके बाद उनकी पुत्री श्रीमती झिलमिल देइ साध व उनकी सहयोगिनी श्रीमती प्रेमन देइ साध ने काफी समय तक इस सभा का संचालन किया। उनके उपरान्त वर्तमान समय मे निर्दोष बुआ जी द्वारा किया जा रहा है।
ये सभा केवल बच्चियों और लड़कियों के लिये अलग से आयोजित की जाती है जिसमे ज्ञान वार्ता व साध समाज के नियमों का अनुसरण कराया जाता है। जो बच्चियां ज्ञान पोथी याद करती है या समाज के कड़े नियमों का पालन करती है उनको समाज के द्वारा सम्मानित कर पुरस्कारित भी किया जाता है। इस सभा में लगभग सभी बच्चे सफेद कपड़े पहन कर ही आते है क्योंकि सफेद रंग शांति और अहिंसा का संदेश भी देता है।
जो सेविकाओं इस सभा में सुचारू रूप से अपनी सेवा प्रदान करती है उनमें प्रमुख है प्रेमलता साध, कमलेश साध, सुधा साध, जोगिना साध, कामनी साध, अदककुमारी साध, मधु साध, शशि साध, रूपलता साध, मोनिका साध, सोनाली साध, समता साध, सिखा साध, गुंजन साध, प्रितमा साध, वर्षा साध, एकता साध, प्रीति साध, रिंकल साध सहित 2 दर्जन से अधिक सेविकाओं द्वारा व्यवस्था को सँभाला जाता है।