फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र शाक्य को भाजपा विधायक सुशील शाक्य को गाली गलौज करना काफी महंगा पड़ा है। विधायक के कोप से भयभीत नरेंद्र ने सरेंडर कर दिया है और विधायक से माफी मांगने के लिए सक्रिय हो गए हैं। विधायक से माफी मंगवाने की जिम्मेदारी रामौतार शाक्य ने ली है। रामौतार ने समाज के वयोवृद्ध बौद्धिस्ट कर्मवीर शाक्य से विधायक सुशील शाक्य से नरेंद्र को माफी दिलवाने की गुहार लगाई।
श्री शाक्य इस मामले में पढ़ने के लिए हाथ खड़े कर दिए। मजबूर होकर रामौतार ने बीते दिन अपने आवास पर समाज के लोगों को बुलाया। बैठक में नरेंद्र शाक्य के भाई शिक्षक प्रवेश शाक्य, पूर्व राजस्व निरीक्षक शिव कुमार शाक्य, राधेश्याम शाक्य महावीर सिंह शाक्य आदि लोग मौजूद रहे। बैठक में प्रयास किया गया कि किसी तरह विधायक सुशील शाक्य को मना कर नरेंद्र को माफी दिलवा दी जाए। जिससे आपसी मनमुटाव खत्म होकर विवाद शांत हो जाए। कई बार फोन किए जाने के बावजूद किसी की विधायक सुशील शाक्य से बात नहीं हो सकी।
शिक्षक नेता प्रवेश शाक्य ने पीड़ित राम सिंह शाक्य के परिवार की मदद करने के बजाय उनके खिलाफ ही सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है। समाज के लोगों को पीड़ित राम सिंह शाक्य के परिवार की मदद करनी चाहिए। लेकिन समाज के लोग नेताओं के प्रभाव एवं चापलूसी करने के लिए राम सिंह शाक्य को गाली गलौज कर अपमानित करने वाले लोगों के साथ हो गए हैं। मालूम हो कि बीते दिनों टाउन एरिया नवाबगंज के मेन मार्केट निवासी सभासद ठाकुर आकाश सिंह ने थाना नवाबगंज में थाना कादरीगेट के ग्राम नगला खैरबंद निवासी नरेंद्र शाक्य के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पुलिस ने बीएस की धारा 352 351(3) एवं 353 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। मुकदमे की जांच उप निरीक्षक राजेश कुमार को सौंपी गई है।
सभासद आकाश ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि 3 अगस्त से एक आडियो क्लिप मोबाइल पर वायरल हुई है। जिसमे एक पीडित व्यक्ति, पुत्री का पिता जिसकी वार्ता नरेन्द्र शाक्य जिला पंचायत सदस्य निवासी नगला खैरबंद एवं डा0 नवल किशोर शाक्य के बीच हो रही है। जिसमे नरेन्द्र शाक्य पीड़ित व्यक्ति से वार्ता के माध्यम से अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य के लिए आपत्तिपूर्ण, अशोभनीय और अभ्रद व गन्दे शब्द का प्रयोग कर गालियां दी।
विधायक सुशील शाक्य की सार्वजनिक रुप से प्रतिष्ठा व गरिमा धूमिल हुई है। इस तरह के शब्दों का नरेन्द्र शाक्य ने जानबूझ कर दुर्भावना पूर्ण आशय से किया है। जिससे सार्वजनिक रुप से लोग देखे और इस आडियो से उत्प्रेरित होकर कोई अप्रिय घटना को अंजाम दे। जिस कारण विधायक सुशील शाक्य की प्रतिष्ठा व गरिमा को अत्यधिक धूमिल किया जा सके। रिपोर्ट में आकाश ने कहा है आडियो वायरल होने के बाद नरेन्द्र शाक्य से वार्ता की तो उन्होने पुनः इस तरह की घटना को करने को कहा है यह घटना अत्यधिक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
मालूम हो की वायरल वीडियो को सुनने वालों में जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र शाक्य के प्रति जबरदस्त रोष व्याप्त है। थाना नवाबगंज पुलिस ने नरेंद्र को पकड़ने के लिए बीते दिनों उनके आवास पर छापा मारा था। पुलिस से बचने के लिए नरेंद्र घर से गायब हो गए हैं।