फर्रुखाबाद। (एफबीपी न्यूज़) जिला मुख्यालय पर एमएलसी का नामांकन करने गए सपा प्रत्याशी हरीश कुमार यादव की भाजपाइयों ने जमकर पिटाई कर दी। हरीश यादव यादव के अलावा भाजपा प्रत्याशी प्रियांशु द्विवेदी ने एमएलसी पद के लिए नामांकन किया है। नामांकन करने के लिए हरीश यादव जिला अध्यक्ष नदीम फारुकी डॉक्टर सुबोध यादव जनपद इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव एवं प्रस्तावको के साथ करीब 12.30 बजे डीएम कार्यालय के बाहर सडक पर खड़े थे।
उसी समय अचानक दर्जनों भाजपाइयों ने हरीश यादव को घेर कर पकड़ लिया। हरीश को पकड़कर जबरन खीचकर साइकिल स्टैंड की ओर ले जाया गया। वहां हरीश की लात घूसों से जमकर पिटाई की गई, खींचने के कारण हरीश यादव कई बार सड़क पर गिरे। पिटाई से उनका चश्मा टूट गया कपड़े भी फट गए इसी दौरान हरीश यादव की नामांकन बाली फाइल भी छीनी गई। पिटाई होता देख पुलिस कर्मियों ने प्रयास कर हरीश यादव को बचाया।
इसी दौरान प्रियांशु त्रिवेदी ने जिलाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। नामांकन के दौरान विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी सुशील शाक्य, नागेंद्र सिंह राठौर, पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार सुधांशु द्विवेदी, शिवांग रस्तोगी आदि अनेकों समर्थक मौजूद रहे। पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में हरीश कुमार यादव का नामांकन कराया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष नदीम फारुकी डॉक्टर सुबोध यादव अंशुल यादव सुभाष शाक्य एडवोकेट आदि समर्थक मौजूद रहे।
घटना के बाद हरीश यादव ने सपा नेताओं को बताया कि उन्होंने 42 साल की नौकरी में इतनी गुंडई नहीं देखी एसआईएम टी पद पर कार्यरत रहते हुए राष्ट्रपति का भी पदक मिला। श्री यादव ने बताया कि वह घटना की रिपोर्ट दर्ज कराएंगे हमलावरों को सामने आने पर पहचान लेंगे। श्री यादव ने बताया कि सैकड़ों लोगों के हुजूम ने घेर लिया था दर्जनों लोगों ने बेरहमी से मारपीट की है श्री यादव ने आरोप लगाया कि भाजपाइयों की योजना थी कि मैं नामांकन न कर सकूं।
नामांकन पत्रावली छीनने के कारण मेरे हाथ में नामांकन की फोटो कापी थी। घटना के बाद सफाई मायूस हो गए वहीं भाजपाइयों के हौसले बुलंद हैं। बताया गया कि अंशुल यादव सपा मुखिया अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं।
पुलिस का कहना नहीं हुई पिटाई
अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप ने घटना की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि भाजपा एवं सपा प्रत्याशी एमएलसी चुनाव का नामांकन कराने आए थे। भाजपा प्रत्याशी को नामांकन का समय 11 बजे बताया गया था उनको विलंब हो गया था। करीब 12.30 बजे सपा प्रत्याशी नामांकन कराने पहुंचे जिनको देखकर नारेबाजी की गई। इंस्पेक्टर मऊ दरवाजा ने दोनों पक्षों को शांत कराया और सपा प्रत्याशी को नामांकन कराने के लिए कलेक्ट्रेट जाने दिया दिया।