फर्रुखाबाद। (एफबीपी न्यूज़) अपहत लड़की के मामले में दबंग चौकी इंचार्ज पर रुपए लेकर संदिग्ध को छोड़ देने एवं पीड़ित से एसपी कार्यालय के नाम पर रुपए ऐंठने ने का सनसनीखेज आरोप लगाया गया है। थाना मऊदरवाजा के ग्राम नट नगला की लड़की को 3 दिसंबर को बहला फुसलाकर भगाया गया। लड़की के पीड़ित भाई ने कोतवाली कायमगंज के ग्राम भटासा सलेमपुर ढूंदेमई निवासी देवेंद्र नट के विरुद्ध बहन के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।
तभी से पीड़ित परिवार का उत्पीड़न शुरू हो गया। थाने में रिपोर्ट दर्ज करने वाली महिला सिपाही ने केस दर्ज करने की मेहनत के नाम पर लड़की के भाई से 200 रुपए वसूल किये तभी एफआईआर की कॉपी पीड़ित को दी। मुकदमे के विवेचक मेडिकल चौकी इंचार्ज नितिन यादव ने देवेंद्र का मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाने के लिए लड़की के भाई को जसमई पुलिस चौकी बुलाया और उससे यह कहकर 3 हजार रुपए मांगे कि एसपी कार्यालय के कर्मचारियों को रुपए देने पड़ेंगे।
मजदूरी करने वाले पीड़ित युवक ने चौकी इंचार्ज को एक हजार रुपए देकर खाकी से पिंड छुड़ाया। आरोपी को पकड़ने में पुलिस की दिलचस्पी न देखकर पीड़ित परिवार ने एसपी से भेंट की। एसपी को अवगत कराया कि लड़की को भगवाने में गांव के ही राजेंद्र उर्फ राजू नट, उसकी पत्नी मनचली एवं पुत्र कन्हैया का हाथ है। यदि पुलिस इनसे सख्ती से पूछताछ करें तो लड़की तुरंत ही बरामद हो जाएगी।
तब पुलिस ने 7 दिसंबर को राजू को गांव से पकड़ लिया पुलिस के जाने पर राजू घर से भागा तो लड़की के भाई ने पीछा कर राजू को पकड़ लिया था। लड़की के भाई ने आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज ने ग्राम नगला खैरबंद निवासी बेचेलाल शाक्य के माध्यम से 15 हजार रुपये लेकर आरोपी राजू को छोड़ दिया। बेचेलाल शाक्य ने थाने जाकर चौकी इंचार्ज को रुपए दिए। उस दौरान मेरी मां एवं राजू की मां मनचली भी आदि परिजन थाने में मौजूद थे।
चौकी इंचार्ज ने बताया कि आगरा में देवेंद्र की लोकेशन मिली है। चौकी इंचार्ज रात 11 बजे बोलोरो से राजू के साथ आगरा के गुतला रामनगर में गए। लड़की का भाई भी साथ में गया था रात 2 बजे चौकी इंचार्ज ने आगरा पुलिस के सहयोग से देवेंद्र के बहनोई मनोज को पकड़ लिया। पुलिस ने रुपए लेकर थोड़ी देर बाद ही मनोज को छोड़ दिया चौकी इंचार्ज सुबह करीब 5 बजे नाला बघार पहुंचे। चौकी इंचार्ज ने वहां लड़की के भाई से यह कहते हुए राजू को छोड़ दिया कि इसे एक हजार रुपए दे देना यह रुपए रास्ते में खाने-पीने में खर्च हुए हैं।
दुखी युवक ने बताया बोलोरो में 4 हजार का डीजल डलवाया और 4 हजार रुपए भाड़े के दिए। युवक ने आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज ने आरोपी के परिजनों से सांठ गांठ कर रुपए लिए है। कई बार कहने के बावजूद पुलिस ने आरोपी के किसी परिजन को नहीं पकड़ा है। चौकी इंचार्ज लड़की को बरामद करने के बजाय धन उगाई में सक्रिय है। पुलिस अधीक्षक से चौकी इंचार्ज की शिकायत कर लड़की को शीघ्र ही बरामद कराए जाने की मांग की जाएगी।
जग जाहिर है कि भाजपा सरकार में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है। जिस कर्मचारी को मौका मिलता है वह रुपये ऐंठने से नहीं चूकता है। चर्चित पुलिस कर्मियों के अलावा कई दलाल थानों में सक्रिय है। देखना यह है कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक क्या रुख अपनाते हैं। किसी शिकायत के कारण ही एसपी नितिन यादव की चौकी इंचार्जी छीन कर कोतवाली कायमगंज के लिए तबादला कर चुके हैं।