कमाई के लिए पुलिस होटल मालिक को पकड़ा:  विरोध होने पर छोडा,  युवती से सामूहिक रेप

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) उत्तराखंड पुलिस को व्यापारियों के विरोध के कारण पकड़े गए होटल मालिक को छोड़ने के कारण मुंह की खानी पड़ी। कमाई करने का मंसूबा असफल हो गया। उत्तराखंड प्रांत के जनपद चंपावत के एसओजी प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने महिला उपनिरीक्षक श्वेता बिष्ट के साथ फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन के निकट नारायण भोजनालय पर बीपी शाम 7.30 बजे छापा मारा। पुलिस होटल पर काम करने वाले 14 वर्षीय युवक प्रशांत सिंह उर्फ मोहित को ले गयी।

पुलिस वाले आज सुबह करीब 9.30 बजे पुनः होटल पर पहुंचे और कमाई करने के लिए होटल को सील करने व होटल मालिक स्वदेश शाक्य को पकड़ कर ले जाने का दबाव बनाने लगे। पुलिस ने यह कहकर होटल मालिक को दोषी बताया कि तुमने बिना आईडी प्रूफ लिए नाबालिग युवक को काम करने के लिए क्यों रखा। यदि रखा था तो चौकी अथवा कोतवाली पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी।

व्यापारी नेता कन्हैया शुक्ला अनूप गुप्ता बंटी शिवानी बबलू शाक्य आदि अनेकों व्यापारियों ने होटल मालिक को ले जाने का विरोध किया। पूछे जाने पर प्रशांत ने बताया कि मैं अपनी मर्जी से यहां काम कर रहा था मुझे कोई परेशानी नहीं हुई है। होटल मालिक ने प्रशांत के वेतन के बकाया 15 00 रुपए उसके पिता को दे दिए। व्यापारियों ने पुलिस पुलिस को यह कहकर लज्जित किया कि जब यह सही सलामत मिल गया है तो खुशी होनी चाहिए।

यदि इसका कही शव क्या भीख मांगते मिलता। तब तुम लोगों को कैसा एहसास होता। उत्तराखंड पुलिस कोतवाली में बिना आमद कराए व बिना स्थानीय पुलिस के सहयोग से आई थी। व्यापारियों ने इस बात की जानकारी रेलवे रोड चौकी इंचार्ज दीपक द्विवेदी को दी। उत्तराखंड पुलिस प्रशांत को लेकर रेलवे रोड चौकी पहुंची वहां प्रशांत को लिखा पढ़ी में उसके उसके पिता व पुलिस को सौंपा गया।

बताया गया कि प्रशांत 17 नवंबर को होटल पर काम मांगने गया था कोई आईडी न होने पर उसे काम पर रखने से मना कर दिया। वह पुनः दूसरे दिन होटल पर पहुंचा और गरीब बेसहारा बताते हुए बताया कि मैं बरेली के रहने वाला हूं मेरे मां-बाप का एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है। तभी भीषण सर्दी में मदद करने के उद्देश्य से प्रशांत को नौकरी पर रखा गया। उसके पास गर्म कपड़े नहीं थे कपड़ों की व्यवस्था की गई। बीते दिनों प्रशांत ने वेतन के 7 हजार से मोबाइल फोन खरीद कर पुरानी सिम डाली थी।

तभी चंपावत पुलिस को सर्विलांस के जरिए प्रशांत की लोकेशन मिल गई। प्रशांत के पिता ने स्वयं को दैनिक जागरण का रिपोर्टर बताया उन्होंने पुलिस को बताया कि बेटा नाराज होकर घर से चला आया था। प्रशांत यहां आने से पहले कासगंज में भी नौकरी करता रहा काफी विरोध होने पर उत्तराखंड पुलिस ने होटल मालिक को नहीं ले जा सकी।चौकी इंचार्ज दीपक द्विवेदी ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस पुलिस की कोतवाली में आमद वह रवानगी करवाई गई है।

युवक युवा के पिता का नाम कुंदन सिंह थाना व कस्बा बनबसा के रहने वाले है। थाना पुलिस ने अपराध संख्या 90/22 के तहत युवक के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की है।

अदालत के आदेश पर सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज

थाना कमालगंज पुलिस ने अदालत के आदेश पर थाना कमालगंज के ग्राम भूलनपुर निवासी 28, वर्षीय विवाहिता युवती सरिता की ओर से गांव के मोहन एवं वीरेंद्र के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की है। रिपोर्ट के मुताबिक युवती 23 जनवरी को घर से एक किलोमीटर दूर मकान से भूसा लेने गई थी। जैसे ही युवती ने मकान का कमरा खोला आरोपियों ने उसे बुरी नियत से पकड़ लिया।

विरोध करने पर मारपीट कर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और तमंचे से धमकाकर बारी-बारी दुष्कर्म किया। दुष्कर्मी युवती को बेहोशी हालत में छोड़कर चले गए। थाना पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की तब पीड़ित युवती ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है।

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