मोहम्मदाबाद फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) पानी निकालने की रंजिश में ग्रामीण की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में कोतवाली प्रभारी की हैवानियत सामने आई है घायल छात्र का चाचा धनपाल रिपोर्ट लिखाने थाने गए तो इंस्पेक्टर ने उन्हें बैठा लिया और जब छात्र के मर जाने की सूचना मिली तो भय के कारण धनपाल को छोड़ दिया।
कोतवाली के गांव कन्हऊ याकूबपुर निवासी अहिवरन का पड़ोसी रामबाबू बाथम से गली में छत का पानी निकलने को लेकर विवाद चल रहा है। गुरुवार की शाम 5 बजे रामबाबू बाथम गली में नाली बना रहा था तभी अहिवरन ने नाली बनाने से मना किया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में गाली गलौज होने लगा। अहिबरन के पुत्र प्रदीप व भतीजी सपना के साथ मार पीट की गई। हमले में छात्र प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया।
परिजन घायल प्रदीप को लोहिया अस्पताल ले गए। परिजन हालत गंभीर होने पर प्रदीप को कानपुर हेलट ले जा रहे थे रास्ते में प्रदीप की मौत हो गई। अहिवरन सिंह ने पड़ोसी हमलावर संजीव, राजीव, रामबाबू बाथम, महाराम, विनोद बाथम , महाराम की पत्नी, रामबाबू की पत्नी गीता व दुर्गा पुत्री विनोद के विरुद मुकदमा दर्ज करवाया। 27 वर्षीय प्रदीप भाई उमेश व रजनेश में सबसे छोटा था वह कानपुर से बीएड कर रहा था।
सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार, कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार चौबे व क्राइम स्पेक्टर कामता प्रसाद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बीती शाम प्रदीप के चाचा थाने में तहरीर देने गये तो पुलिस ने चाचा को बैठा लिया। सुबह प्रदीप की मृत्यु की सूचना सुनकर पुलिस ने छोड़ा। आई वरुण सिंह ने एफबीडी न्यूज को बताया की बेटे प्रदीप की रात करीब 2 बजे कानपुर ले जाते समय मौत हो गई थी।
मेरे छोटे भाई धनपाल रिपोर्ट की तहरीर देने कोतवाली गए थे तो पुलिस ने उन्हें कोतवाली में पकड़ लिया। आज जब पुलिस को प्रदीप के मरने की जानकारी हुई तब पुलिस ने करीब 11 बजे धनपाल को छोड़ा है। बताया गया कि लापरवाह पुलिस घटना के बाद तुरंत ही मौके पर जांच पड़ताल नहीं करने नहीं गई।
लेकिन जब पीड़ित कोतवाली गया तो पुलिस पीड़ित को पकड़ने के लिए शेर हो गई। जब पता चला कि घायल छात्र की मौत हो गई तो पुलिस भीगी बिल्ली बन गई और पीड़ित को छोड़ दिया।