कमालगंज फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) मुकदमे में दबाव बनाने के लिए शातिर युवक ने स्वयं गोली मार कर प्रेमिका के फौजी भाइयों को फंसा दिया है। थाना कमालगंज के ग्राम सिंगरापुर निवासी मदन बाबू ने कोतवाली गुरसहायगंज के ग्राम नौसारा निवासी योगेंद्र व ज्ञानेंद्र पुत्रगण रामनिवास राजपूत के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक कोतवाली गुरसहायगंज के ग्राम फकरपुर निवासी योगेंद्र पुत्र अहिबरन सिंह बीती शाम बहन सोनी को कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम बीचका नगला ससुराल में छोड़कर बाइक द्वारा वापस घर जा रहा था।
जब योगेंद्र रात करीब 8.30 बजे थाना कमालगंज के ग्राम सदरिया के बाग के पास से गुजर रहा था। तभी बाइक सवार आरोपियों ने जानलेवा गोली चलाई कोख में गोली लगने से योगेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को एंबुलेंस से सीएससी कमालगंज में प्राथमिक उपचार के बाद लोहिया अस्पताल ले जाया गया। लोहिया अस्पताल से घायल को हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया। पुलिस ने रात में ही आरोपी योगेंद्र को घर से ही पकड़ लिया योगेंद्र घर में निश्चिंत होकर सो रहा था।
उसका भाई ज्ञानेंद्र मथुरा घूमने गया था। घायल व आरोपियों के गांव की दूरी करीब 500 मीटर है दोनों पक्ष लोधी राजपूत समाज के हैं। बताया गया कि योगेंद्र का आरोपियों की बहन से प्रेम प्रसंग चल रहा था योगेंद्र ने युवती को फुसलाकर उसके साथ कोर्ट मैरिज कर ली थी। जब परिजनों को पता चला परिजनों का दबाव पड़ने पर युवती ने योगेंद्र पर धोखाधड़ी का आरोप लगा। मामले की रिपोर्ट दर्ज होने पर गुरसहायगंज पुलिस ने योगेंद्र को जेल भेज दिया था जेल से छूटने के बाद योगेंद्र घर से गायब हो गया।
परिजनों ने प्रेमिका के पिता सहित पांच लोगों पर योगेंद्र के गायब करने की रिपोर्ट लिखाई थी। घटना के तीन-चार दिन बाद योगेंद्र घायल पड़ा मिला था फर्जीवाड़ा होने के कारण पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। दोनों आरोपी भाई सेना में तैनात है पंजाब में तैनात योगेंद्र की 3 मई को शादी हुई है उसे आज ही ड्यूटी जॉइन करने के लिए जाना था। रिपोर्ट में दर्शाई गई कहानी देखने से ही फर्जी मालुम पड़ती है यदि दोनों फौजी भाई वास्तव में योगेंद्र को मारने के लिए गोली चलाते तो योगेंद्र किसी भी कीमत पर बच नहीं सकता था।
दोनों भाइयों को एक व्यक्ति पर हमला करने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति को ले जाने की कोई जरूरत नहीं थी। गोली मारने वाला व्यक्ति घर में आराम से नहीं सोता है। घायल की जांच करने वाले डॉक्टरों को भी घटना संदिग्ध होने के कारण मामला समझ में नहीं आ रहा है। मुकदमे के विवेचक उपनिरीक्षक कैलाश बाबू ने बताया कि घायल योगेंद्र कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती है।
उसकी हालत ठीक है घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही है डॉक्टर भी मामले को समझने का प्रयास कर रहे हैं। गांव में चर्चा है योगेंद्र ने अपने विरुद्ध चल रहे मुकदमे मैं दबाव बनाने के लिए गोलीकांड बनाकर फौजी योगेंद्र को व ज्ञानेंद्र को फसा दिया है। फिलहाल फौजी योगेंद्र की नौकरी में अड़ंगा लगा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर फर्जीवाड़े का खुलासा करेगी। आरोपी योगेंद्र ने पुलिस हिरासत में बताया कि योगेंद्र के विरुद्ध दर्ज मुकदमे की अदालत में सुनवाई शुरू हो गई है। इसी मुकदमे में राजीनामा करने के लिए मेरे व मेरे भाई के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट लिखाई गई है।