संकिसा बुद्ध विहार की भूमि का विवाद निपटा: थानाध्यक्ष ने आरोपियों को छोड़कर किया खेल

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पुलिस ने संकिसा स्थित धम्मालोको बुद्ध विहार की भूमि पर यथास्थिति बनाए रखने की चेतावनी देकर विवाद को फ़िलहाल निपटा दिया। लेकिन पुलिस ने आरोपी पर कोई कार्यवाही ना कर खेल कर लिया है। धम्मालोको बुद्ध विहार एवं सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य एवं धम्मालोको बुद्ध विहार एवं संकिसा बौद्ध विकास सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ देवेश के शाक्य भिक्षु करमापा महाथैरो, भिक्षु संघमित्र, भिक्षु धम्मदीप, भिक्षु रतन सागर।

भिक्षु प्रज्ञा कीर्ति, भिक्षु सील मंगल, भिक्षु महासेन, भिक्षु सुगत पाल भिक्षुओं के साथ आज दोपहर थाना मेरापुर गए। कार्यवाहक थानाध्यक्ष आछेलाल ने आरोपियों को लाने के लिए थाने की जीप भेजी। थाना पुलिस पुनपालपुर निवासी रवेद्र राजपूत एवं उनके बेटे सचिन को थाने ले गई। पुलिस ने बुद्ध विहार की जमीन पर रात के समय ट्रैक्टर से अवैध रूप से जुताई करवाने के मामले में आरोपियों को हड़काया और उन्हें शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार करने की कड़ी चेतावनी दी।

धम्मालोको बुद्ध विहार सेवा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रघुवीर शाक्य थाने पहुंचे। पुलिस ने बुद्ध विहार की जमीन के संबंध में चल रहे मुकदमे का रिकॉर्ड मांगा। मौके पर रिकॉर्ड मौजूद न होने पर रघुवीर शाक्य ने अधिवक्ता को फोन कर व्हाट्सएप पर आदेश मंगवाया। अदालती आदेश का प्रिंट निकलवा कर पुलिस को दिया।

थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों से समझौता लिखवाया कि अदालत के आदेश के बिना मौके पर कोई निर्माण कार्य न कर यथास्थिति रखी जाएगी। डॉ देवेश शाक्य ने थानाध्यक्ष से दोषी लोगों का चालान करने की बात कहकर राजीनामा पत्र पर हस्ताक्षर करने का विरोध किया। समर्थकों के बंद होने की नौबत की जानकारी मिलने पर पूर्व प्रधान दीपक राजपूत थाने पहुंचे।

उन्होंने दोषी रविंद्र व उनके बेटे सचिन को माफ कर देना व छुड़वाने के लिए अपनी इज्जत का वास्ता देकर कर्मवीर शाक्य एवं डॉ देवेश को मनाया। इसी दौरान भिक्षुओं ने पुलिस से शिकायत की कि यह लोग बुद्ध विहार पर आकर गाली-गलौज करके मेला स्थल के गेट की चाबी मांगते हैं। दीपक राजपूत ने भिक्षुओं के आरोप को गलत बताया दोनों पक्षों में राजीनामा कराने को कहा।

डॉ देवेश ने थानाध्यक्ष से कहा कि यदि दोषी लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई तो नाराज भिक्षु डीएम एसपी से मिलकर शिकायत करेंगे। थानाध्यक्ष के द्वारा कार्यवाही करने का आश्वासन दिए जाने पर कर्मवीर शाक्य डॉ देवेश शाक्य भिक्षु कंचन बोधि रवेद्र राजपूत सचिन व दीपक राजपूत ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। जब तक भिक्षुगण थाने से बुद्ध विहार पहुंचे उससे पहले ही आरोपी भी थाने से चले गए।

बताया जाता है कि बुद्ध विहार की जमीन पर कब्जा करने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल विकास दीक्षित को 15 हजार रुपए दिए गए। पूर्व प्रधान दीपक राजपूत ने पुनपालपुर निवासी जवाहर राजपूत से बुद्ध विहार की 20 फुट जमीन खरीदने का सौदा किया है। बताया गया है कि पुलिस ने भूमि विवाद के संबंध में दोनों पक्षों के विरुद्ध 107/116 की कार्यवाही की है।

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