फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) भू माफिया रज्जू उर्फ खालिद के गुर्गों के जबरदस्त विरोध के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला अधिकारी आवास के निकट नाला भूमि पर अवैध कब्जे की नाप करवाई। तहसील सदस्य के राजस्व कर्मचारी एवं नगर पालिका के कर्मचारी आज दोपहर 2 बजे जिलाधिकारी आवास के निकट खान कालौनी सिविल लाइन स्थित खाता नंबर 375 के नाले भूमि की पैमाइश करने गए।
कर्मचारियों ने पैमाइश करने की तैयारी की तभी भू माफिया रज्जू उर्फ खालिद के दर्जनों समर्थकों ने पैमाइश का जबरदस्त विरोध कर दिया। जिसके कारण कर्मचारी मायूस होकर लौट गए। मामले की शिकायत करने वाले मोहल्ले के सुधीर दिवाकर ने घटना की जानकारी आलाधिकारियों को दी। करीब 4 बजे एसडीएम सदर तहसीलदार नगरपालिका के ईओ,सोओ सिटी कोतवाली प्रभारी एवं कमालगंज थानाध्यक्ष पीएसी के कई दर्जन जवानों के साथ मौके पर पहुंचे।
राजस्व कर्मचारियों ने पीडी महिला डिग्री कालेज के निकट से नाले की पैमाइश की शुरुआत की। सुधीर गलत स्थान से पैमाइश किए जाने की शिकायत एसडीएम से की। उन्होंने एसडीएम को बताया कि पहले जिलाधिकारी आवास के तिराए से नाले की पैमाइश की गई थी। उसे दौरान 8 लोगों के 14 मीटर मकान नाले की भूमि पर पाए गए थे। सुधीर दिवाकर ने बताया कि मैंने पैमाइश का विरोध किए जाने की जानकारी जिला अधिकारी आदि अधिकारियों को दी थी।
तभी आला अधिकारी पैमाइश कराने मौके पर पहुंचे। एसडीएम सदर को गलत ढंग से पैमाइश किए जाने की लिखित आपत्ति दे दी है। मालूम हो कि तहसीलदार सरदार ने नाला भूमि की फरमाइश के लिए नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में आधा दर्जन कर्मचारियों की कमेटी बनाई थी। जिसमें प्रभारी राजस्व निरीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला लेखपाल गौरव अग्निहोत्री रविंद्र नारायण वर्मा अजीत द्विवेदी संजय दुबे को शामिल किया गया।
माफिया ने डीएम आवास के पास करोड़ों की बेच दी सरकारी जमीन
मालूम हो कि राजस्व विभाग के कर्मचारी सोते रहे और दबंग माफिया ने जिलाधिकारी आवास के निकट करोड़ों रुपए कीमती सरकारी जमीन बेच दी। कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला सिविल लाइन मडैया निवासी सुधीर दिवाकर पुत्र लालाराम फौजी ने काफी प्रयास करके जमीन के फर्जीवाडे का भंडाफोड़ किया।
सुधीर ने 8 जून को डीएम को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि मौजा नवदिया स्थित गाटा संख्या 376 रकबा 0. 48 डिसमिल जमीन बंजर के नाम दर्ज है जबकि गाटा संख्या 375 की 0. 62 डिसमिल जमीन नाला सरकारी भूमि है। स्थानीय निवासी रज्जू उर्फ खालिद पुत्र इरशाद अली ने 21 अप्रैल 2009 को अपनी मां श्रीमती कामिल निशा के नाम उक्त भूमि का बैनामा कराया।
रज्जू ने 30 अप्रैल 209 को अपनी मां से पावर ऑफ अटॉर्नी लिखवाकर गाटा संख्या 376 के अलावा 375 के नाले की काफी भूमि के फर्जी बैनामा कर करोड़ों रुपयों की कमाई की है। सुधीर ने शिकायती पत्र के साथ ही जमीन के फर्जी बैनामा करने वालों के नाम व गवाहों के भी नाम की सूची लगाई। सुधीर ने डीएम को अवगत कराया कि रज्जू ने नाले की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है रज्जू का अपराधिक इतिहास है।
दबंग भूमाफिया के विरुद्ध कोई सामान्य व्यक्ति गवाही या मुकदमा दर्ज कराने की हिम्मत नहीं कर सकता है। डीएम ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को तुरंत ही वैधानिक कार्यवाही करने का आदेश दिया। नगर पालिका के ईओं ने मऊ दरवाजा थानाध्यक्ष को उक्त घटना की की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए 15 जून को पत्र भेजा। मालूम कि रज्जू का फतेहगढ़ कचहरी तिराए के निकट आलीशान ब्लू हैबिन होटल है।
सुधीर दिवाकर ने एफबीडी न्यूज को बताया कि रज्जू के ऊपर डकैती गुंडा एक्ट गेंगस्टर आदि संगीन घटनाओं के 21 मुकदमे दर्ज हैं। रज्जू ने डीएम आवास के निकट अवैध रूप से 48 बैनामो से सरकारी जमीन बेच कर करोड़ों रुपयों की कमाई की है। सुधीर ने बताया कि मेरी शिकायत पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने सरकारी अभिलेखों में उक्त भूमि के संबंध में प्रविष्ट फर्जी प्रतीत होनी पाई है।
तहसीलदार सदर प्रभारी राजस्व निरीक्षक एवं क्षेत्रीय लेखपाल ने इस आशय की रिपोर्ट जिलाधिकारी को 30 मई को दी। डीएम ने पुनः पैमाइश के आदेश दिए। बताया गया है कि अधिकारियों ने खेल करके पैमाइश के नाम पर खानापूर्ति की है। एक अधिकारी का ड्राइवर रज्जू के घर के पास ही रहता है उसी ने सरकारी जमीन के कब्जादारों की अधिकारी से सेटिंग करायी है।
सुधीर दिवाकर ने बताया कि यदि सही ढंग से पैमाइश नहीं की गई तो मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं एससी एसटी आयोग में की जाएगी।