फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) गीली लकड़ी के कारण अलाव जलते नहीं है बल्कि जबरन जलाने का प्रयास किया जा रहा है। इस गोरखधंधे में जबरदस्त कमीशन खोरी की चर्चा है। इस मामले में जनप्रतिनिधि एवं भाजपा नेताओं की खामोशी रिश्वतखोरी को संरक्षण दे रही है। नगर पालिका की ओर से शहर के करीब 300 स्थानो पर अलाव जलाए जा रहे हैं सामान्य अलाव में 25 किलो लकड़ी एवं मुख्य स्थानों पर 50 से 70 किलो लकड़ी की आपूर्ति की जा रही है। बताया गया कि समय गूलर की ताजी हरी लकड़ी अलाव में रखी जा रही है जो जलती नहीं है।
पालिका के कर्मचारी लकड़ी में कंडे रखकर उसमें जला मोविआयल डालकर आग लगाते हैं। और आग लग जाने पर उसका फोटो खींच लेते हैं। जरूरतमंद लोग कूड़ा करकट डालकर जबरन लकड़ी को जलाने का प्रयास करते हैं और बिना जली लकड़ी को पड़ोसी उठा ले जाते हैं। नगर पालिका ने थाना मऊ दरवाजा श्रेत्र के आरा मशीन मलिक को लकड़ी का ठेका 7.70 रुपए प्रति क्विंटल का दिया है।
बाजार में सूखी लकड़ी 6 से 7 रुपए तथा हरी लकड़ी डेढ़ से दो रुपए कुंतल में मिलती है। गीली लकड़ी को सूखी लकड़ी दर्शाने में नगर पालिका के सफाई इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह एवं आदित्य पांडे तथा चर्चित बाबू की सांठगांठ बताई गई है। आदित्य पांडे के पास वाहन एवं डीजल वितरण का भी चार्ज है। लकड़ी जलाने के लिए डीजल की जगह जला मोबाइल दिया जाता है। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राघवदत्त मिश्रा ने वायरल किए गए ऑडियो में इसी बाबू का जिक्र किया है।
उन्होंने इस बाबू को नगर पालिका का सबसे बड़ा रिश्वतखोर बताया है। श्री मिश्रा ने सफाई के नाम पर खानापूर्ति का आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर पालिका की घोर परवाही व कमीशन खोरी की नीति के कारण एक साल के बावजूद रेलवे रोड के नाले का निर्माण नहीं हो पा रहा है। लोगों को परेशानी का सामना करना सपा नेता ने अलाव के नाम पर गीली लकड़ी की आड़ में कमीशन खोरी के धंधे की जांच करवाये जाने की मांग नगर पालिका के ईओ अध्यक्ष व जिलाधिकारी से की है।
उन्होंने भाजपा नेताओं पर चेयरमेन के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को हराकर निवर्तमान अध्यक्ष को चुनाव जिताने का आरोप लगाया है। उन्होंने सपा प्रत्याशी श्रीमती एकता सिंह को चुनाव हराने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। अदालत के फैसले में असलियत सामने आ जाएगी। सभासद विश्वनाथ राजपूत ने बताया की अलाव में गीली लकड़ी डाले जाने के कारण जलती नहीं है। हम लोग नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अनियमिताओं की शिकायत करते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

