फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने रेलवे रोड के भयभीत व्यापारियों व नागरिकों को अपना अतिक्रमण तोड़ने के लिए समय दिया है। नगर मजिस्ट्रेट ने सुबह करीब 8 बजे से दोपहर 1.45 बजे तक जबरदस्त मेहनत करके सैकड़ों स्थानों की नाप जोख करवा कर निशान लगवाए। आज पंडाबाग मंदिर तक तक का ही अभियान निश्चित था लेकिन उसे चौक बाजार तक चलाया गया। दुकान पर निशान लगाकर टाइम सेंटर के माफिया को भी कड़ा संदेश दिया गया।
फर्रुखाबाद विकास मंच के संयोजक एवं समाजसेवी मोहन अग्रवाल ने बताया कि नगर में मजिस्ट्रेट ने आज रेलवे रोड के व्यापारियों के साथ नरमी बरत कर उनको काफी राहत प्रदान की है। श्री अग्रवाल ने बताया कि मेरी बीते दिन जिलाधिकारी के आवास पर डीएम व सिटी मजिस्ट्रेट से अतिक्रमण के बारे में वार्ता हुई थी।
उसी दौरान नगर मजिस्ट्रेट को नक्शे में रेलवे रोड की चौड़ाई 12. 40 मीटर थी। नगर मजिस्ट्रेट ने इसी चौड़ाई को रेलवे रोड का आधार मान लिया और उसी आधार पर आज सड़क के दोनों ओर निशान लगाए गए। रेलवे स्टेशन किराए से चौक बाजार स्थित टाइम सेंटर एवं पूर्वी और राजू रस्तोगी की दुकान में भी निशान लगाया गया है। जबकि राजे रस्तोगी ने तोड़े जाने के भय से सभी सामान निकाल कर दुकान खाली कर दी है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि नगर मजिस्टेट आगामी रविवार को रेलवे रोड का निरीक्षण करेंगी इस दौरान अतिक्रमण की जद वाली किसी व्यक्ति की दुकान एवं मकान सही सलामत पायी गयी उसे बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया जाएगा। उन बड़े भवन मालिकों को और समय मिल सकता है जो मजदूर आदि के अभाव में पूरा अतिक्रमण नहीं हटवा पाए हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि मैंने कई दुकानदारों को अपनी दुकान व मकान का तोड़े जाने वाले अतिक्रमण के बारे में जानकारी दी है।
कोई भी व्यक्ति अपनी दुकान व मकान के सामने दोनों तरफ की नाली नाप कर आधी दूरी से अपनी और 6. 20 मीटर की लंबाई नाप कर निशान लगा सकता है। हो सकता है कि जल्दबाजी में कहीं पर निशान कम दूरी पर अथवा ज्यादा दूरी पर लग गया हो इसमें स्वयं ही नाप कर सुधार सुधार किया जा सकता है। प्रशासन को हर हालत में 12.40 मीटर की सड़क खाली चाहिए।
कोई नहीं दिखे व्यापारी नेता
आज अतिक्रमण का निशान लगाए जाते समय व्यापार मंडल का कोई भी नेता व पदाधिकारी सड़क पर नहीं दिखा। इसी बात से गुस्साए व्यापारियों ने व्यापार मंडल के नेताओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और नगर विधायक को भी जमकर कोसा। विधायक चुनाव के समय वोट मांगने आ जाते हैं और अब जब नगर के हजारों लोगों के सामने रोजी रोटी का आवास की बड़ी मुसीबत खड़ी है तो समस्या को सुनने भी नहीं आ रहे हैं।
व्यापारी नगर मजिस्ट्रेट से बात करने में घबराते हैं कि पता नहीं वह किस बात से नाराज होकर अपना गुस्सा और कहीं निकाल दें। नगर मजिस्ट्रेट भी हर व्यक्ति को जवाब नहीं दे पा रही हैं। बताया गया है कि आए दिन जिला प्रशासन की भडैती करने वाले व्यापारी नेता प्रशासन की सख्ती से भयभीत हो गए हैं। जिसके कारण आज कोई व्यापारी तोड़फोड़ का विरोध करने सड़क पर नहीं निकला। व्यापार मंडल आपसी गुटबाजी का शिकार हो गया है। संकट की घड़ी में सहयोग करने वाले समाजसेवी मोहन अग्रवाल की जोरदार प्रशंसा की गई।
संजीव मिश्रा बॉबी पर कसे गए तंज
नगर मजिस्ट्रेट एवं शहर कोतवाल ने रेलवे रोड पर निशान लगाए जाते समय व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संजीव मिश्रा बॉबी का नाम लिए बिना उन पर तंज कसे। नगर मजिस्ट्रेट ने इंस्पेक्टर को को देख कर कहा कि उन पर व्यापारी ने हत्या करवाने का आरोप लगाया है और आप साफ बच गए हैं। यह सुनते ही इंस्पेक्टर तपाक से बोले कि मेरा नाम 120 बी में आएगा।