रिश्वतखोर लेखपाल ने दो और लोगों से हजारों रुपए ऐंठे

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) तहसील सदर के चर्चित लेखपाल अनिल वर्मा की रिश्वतखोरी के मामलों का खुलासा होने के बाद और कारनामे उजागर हुए हैं। लेखपाल अनिल वर्मा ने ग्राम पंचायत ढिलावल के ग्राम गढ़िया निवासी स्वर्गीय दफेदार पाल के पुत्र स्वदेश पाल से हजारों रुपए वसूले है। स्वदेश पाल ने एफबीडी न्यूज़ को बताया कि मेरे पिता दफेदार का करीब 6 वर्ष पूर्व देहांत हो गया था। राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में पिता की विरासत की जगह मेरा गलत नाम सुधांशु दर्ज किया गया है।

इसी नाम को सही करने के लिए लेखपाल अनिल वर्मा ने बीते करीब चार माह पूर्व 5 हजार रुपए लिए थे। लेकिन उन्होंने अभी तक मेरा गलत नाम सही नहीं कराया है। मैने कल ही इंतखाब को चेक कराया तो खातेदार में मेरा गलत नाम सुधांशु दर्ज दिखा है। स्वदेश ने बताया कि मेरे पास करीब ढाई बीघा जमीन है मजदूरी करके गुजारा करता हूं। लेखपाल ने गढ़िया निवासी स्वर्गीय जय सिंह पाल की पत्नी श्रीमती शांति देवी से हजारों रूपये बसूले है।

जय सिंह की करीब तीन वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है अभी तक किसी भी लेखपाल ने जय सिंह की विरासत दर्ज नहीं की है। जबकि नियम है कि किसी की भी विरासत 3 माह में दर्ज हो जानी चाहिए। पीड़ित महिला बीती देर शाम गढ़िया निवासी प्रधान मोनू कठेरिया के घर गई थी। तभी शांती देवी ने प्रधान को बताया कि लेखपाल अनिल वर्मा ने विरासत दर्ज करने के लिए 3 हजार रुपए लिए हैं।

जब लेखपाल को पता चला की शांति देवी ने उसकी प्रधान से शिकायत की है तब अनिल वर्मा ने संपर्क कर महिला को सातनपुर मंडी के निकट अपने आवास पर बुलाया और विरासत दर्ज करने का शासन दिया है। मालूम हो कि लेखपाल अनिल वर्मा गांव ग्राम गढ़िया निवासी राज किशोर राजपूत पुत्र विजय लाल से गलत दर्ज नाम को सही करवाने के लिए 3 हजार रुपए ले चुका हैं।

लेखपाल गढ़िया निवासी मदन गोपाल से गलत नाम सही करने के लिए ढाई हजार रुपए ले चुका हैं। एक सप्ताह में लेखपाल द्वारा ग्राम गढ़िया के ग्रामीणों से रिश्वत के नाम पर हजारों रुपए वसूल करने के चार मामले उजागर हो चुके हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि लेखपाल ने दर्जनों गांव के कितने लोगों के रुपए बसूले होंगे।