सचिन यादव ने डॉ जितेंद्र के किलर कांड के तार डॉ सुबोध यादव से जोड़ें

 

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) सपा नेता डॉ जितेंद्र यादव के किलर कांड ऑडियो प्रकरण में उनके विरोधियों ने जबरदस्त पलटवार करके झूठा षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। इस षड्यंत्र में धुर विरोधी डॉक्टर सुबोध यादव को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट दर्ज होने के कई दिनों बाद आज जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव एवं सचिन यादव ने चुप्पी तोड़ी है।

जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव ने डॉ जितेंद्र यादव के ऑडियो कांड की पूरी जानकारी दिए खबर दिए जाने पर मीडिया को दोषी ठहराया है। उन्होंने अपने सुरक्षा गार्ड के साथ ही अपने पिता और भाई के खिलाफ कोई सबूत न होने का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि अपराधी घटना में हमारे परिवार के शामिल होने का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है। मोनिका यादव ने कहा है कि मैं खुद चाहती हूं कि इस मामले की जांच शीघ्र पूरी हो।

बच्चा बच्चा जानता है की ऑडियो में किसकी आवाज है इस संयंत्र में डॉ जितेंद्र यादव के लोग ही शामिल है। ऑडियो में जिसकी आवाज है उसके पिता ने डॉ जितेंद्र यादव के चुनाव में मदद की है वह बूथ अध्यक्ष भी रहा है।मोनिका यादव ने पत्रकारों को सलाह दी है कि वह पुलिस के द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट पर खबर बनाएं घटना का पर्दाफाश होने पर हम भी अपना पक्ष रखेंगे।

डॉ जितेंद्र यादव के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सचिन यादव ने कहा है कि पुलिस विवेचना कर रही है जांच अंतिम चरण में है। हमारे परिवार के विरुद्ध बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया है जिसमें जनपद एटा के नेताओं का हाथ है वह लोग बीते 10 वर्षों से राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता मानते हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है। गलत अनर्गल आरोप लगाकर राजनैतिक रोटियां सेक रहे हैं पुलिस की जांच में दूध का दूध और सच्चाई सामने आ जाएगी।

श्री यादव ने बताया ऑडियो में आवाज के तार डॉ जितेंद्र सिंह व सुबोध यादव से जुड़े हैं वह पुलिस सुरक्षा लेने के प्रयास में है मुझे निष्पक्ष जांच की उम्मीद है।

मालूम हो कि मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज निवासी डॉ जितेंद्र सिंह यादव ने थाना मऊदरवाजा के ग्राम ढिलावल निवासी आदिल पुत्र भीकम खान एवं थाना नवाबगंज के ग्राम दुनाया निवासी अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ एपी पुत्र अतिबल सिंह उर्फ बिल्लू यादव के विरुद्ध बीते दिनों रिपोर्ट दर्ज कराई है।

थाना मऊदरवाजा पुलिस ने अपराध संख्या 320/ 22 धारा 115 व 120 बी के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। रिपोर्ट के मुताबिक मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव डॉ जितेंद्र सिंह यादव ने वर्ष 2012 में जनक्रांति पार्टी से विधानसभा अमृतपुर क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ा था। जिसमें समाजवादी पार्टी की टिकट पर नरेंद्र सिंह यादव चुनाव जीते थे तथा डॉ जितेंद्र सिंह यादव दूसरे स्थान पर रहे।

वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी ने जितेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया इनके मुकाबले पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह यादव निर्दलीय चुनाव लड़े। इस चुनाव में डॉ जितेंद्र सिंह यादव व नरेंद्र सिंह दोनों ही चुनाव हार गए थे। नरेंद्र सिंह यादव की राजनीतिक विरासत यादव मतदाताओं के जितेंद्र सिंह यादव के साथ चले जाने के कारण उनका परिवार डॉक्टर से कट्टर रंजिश मानने लगा।

डॉ जितेंद्र सिंह यादव को नजदीकी विश्वसनीय व्यक्ति द्वारा फोन रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई गई। जिसमें अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ एपी की आवाज में दूसरे व्यक्ति से डॉ जितेंद्र सिंह की हत्या का सौदा कर रहा है। डॉ जितेंद्र सिंह उसकी आवाज से भलीभांति परिचित हैं क्योंकि वह व्यक्ति पहले डॉक्टर के पास आता जाता रहता था।

उसकी वार्ता में भैया शब्द का इस्तेमाल कई बार किया गया है तथा रिकॉर्डिंग में भैया का राजनीतिक नुकसान की बात डॉक्टर के द्वारा चुनाव लड़ने के कारण कही गई। डॉ जितेंद्र सिंह ने जब अभिषेक प्रताप से संपर्क किया तब उसने डॉक्टर को अवगत कराया कि उक्त कार्य करने के लिए आदिल पुत्र भीकम खान जो जनपद एटा थाना नौगवां का मूल निवासी है।

नरेंद्र सिंह यादव के पुत्र सचिन यादव ने आदिल को मोहल्ला नई बस्ती स्थित कोठी पर बुलाया था। वहीं पर डॉक्टर की हत्या कराने के मकसद से इंतजाम करने के लिए कहा था। रिपोर्ट में डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि मेरी अन्य किसी से जनपद में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता नहीं है परिस्थितियों बस केवल इसी परिवार से राजनैतिक प्रतिद्वंदिता बन गई है।

थाना मऊदरवाजा पुलिस ने एसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की है मुकदमे की जांच वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगदीश वर्मा को सौंपी गई है।
थाना पुलिस ने आरोपी आदिल एवं अभिषेक को हिरासत में ले लिया था।। पुलिस हिरासत में आदिल ने सचिन का अंगरक्षक तथा अभिषेक ने नजदीकी व्यक्ति बताया है। मुकदमे के विवेचक जगदीश वर्मा ने बताया कि अभी जांच चल रही है कोई निष्कर्ष नहीं निकला है।

 

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