फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) कड़े तेवर देखकर यही लगता है की पूर्व काबीना मंत्री एवं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य विरोधियों से कतई डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने विरोधियों के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए कहा है कि जिन्होंने मेरी गर्दन काटने की सुपारी दी है ऐसे संतो महंतों को क्या कहा जाए, आतंकवादी। श्री मौर्य के निरंतर विवादित चुभने वाले बयान सामने आ रहे हैं।
अब उन्होंने संतो, महंतों, धर्माचार्यों पर भी हमलावर होते हुए कि अब धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से दूरी बनाओ। सपा नेता श्री मौर्य ने यह भी कहा कि देश के एससी, एसटी और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए पार्टी सबसे पहले जाति आधारित जनगणना की मांग करेगी। इसके लिए हम केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे। समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य से जब पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव रामचरितमानस पर अपने बयान के साथ खड़े हैं तो उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वह सही समय पर बयान देंगे।
इससे पूर्व स्वामी प्रसाद ने ट्वीट कर कहा था कि देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया। एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा। सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये। कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी, धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी।
श्री मौर्य बोले कि अभी हाल में मेरे बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है। अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते। किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महा शैतान या जल्लाद। बड़बोले पन के लिए चर्चित स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी का कोई भी नेता एवं विधायक खुलकर साथ नहीं दे रहा है।
लेकिन सोशल मीडिया पर समर्थकों का जोरदार समर्थन मिलने से श्री मौर्य काफी उत्साहित हैं। पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने श्री मौर्य के प्रकरण में जुबान पर ताला लगा दिया है। वह समय आने पर ही इस मामले में अपनी जुबान खोलेंगे।
अखिलेश को रोकने का प्रयास
लखनऊ के डालीगंज में गोमती किनारे हो रहे मां पितांबरा 108 महायज्ञ में पहुंचे समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को बीजेपी युवा मोर्चा ने काले झंडे दिखाकर जमकर नारे बाजी की। बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए। जिसके कारण अखिलेश भाजपा पर भड़क गये। श्री यादव ने कहा कि बीजेपी हमे मंदिर जाने से भी रोकती है। कहीं जाओ तो अपने गुंडे भेजती है।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने मुझे रोकने के लिए गुंडे भेजे थे। मैं धर्म यज्ञ में शामिल होने जा रहा था पर ये बात भाजपा के लोगों को हजम नहीं हुई। उन्होंने मुझे यज्ञ में जाने से रोकने के लिए अपने गुंडे भेज दिए। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा के लोग हमे शूद्र समझते हैं। आयोजकों ने मुझे आमंत्रित किया था। पर यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे।