चुनाव में बवाल: प्रत्याशी का पर्चा फाडने वाला गिरफ्तार, भाजपा समर्थक की जीत

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पपड़ी खुर्द बुजुर्ग साधन सहकारी समिति के चुनाव के दौरान काफी बवाल हुआ। प्रत्याशी का पर्चा फाड़कर खारिज भी किया गया। अध्यक्ष पद पर भाजपा समर्थक महिला की जीत पर खुशी में मिठाई बांटकर पटाखे चलाए गए। अध्यक्ष पद के लिए ग्राम मंगलीपुर निवासी राजीव राजपूत की पत्नी प्रियंका ने नामांकन किया।

जब पापड़ी मिलकिया निवासी अनिल कुमार यादव की पत्नी गीता देवी ने नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। उसी समय राजीव का रिश्तेदार सुशांत राजपूत ने नामांकन पत्र को झपट लिया और तेजी से भागने लगा। शोर-शराबा होने पर पुलिस कर्मियों ने पीछा कर सुशांत को पकड़ लिया। तब तक सुशांत भागते समय नामांकन पत्र को फाड़ चुका था। पुलिस ने तुरंत ही सुशांत को कोतवाली भिजवा दिया।

इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ बवाल की सूचना पर सांसद मुकेश राजपूत एवं इंस्पेक्टर क्राइम संतोष कुमार तिवारी वहां पहुंचे। पुलिस ने लाठी-डंडे चलाकर भीड़ को खदेड़ दिया। सांसद चुनाव परिणाम घोषित होने तक राजीव के आवास पर डटे रहे। राजीव ने पत्नी से दूसरा पर्चा दाखिल कराया उस पर्चे को क्रमांक नंबर गलत होने के कारण निरस्त कर दिया गया।

बताया गया कि राजीव के समर्थन में उनके सहित 3 सदस्य थे जबकि अनिल के समर्थन में उसके सहित आधा दर्जन सदस्य थे। अनिल की पत्नी के जीतने की पूरी संभावना थी। बताया गया कि मतदान केंद्र पर सुबह मतदाताओं की सही सूची लगाई गई और बाद में गलत सूची लगाई गई। दूसरी वाली सूची के आधार पर ही प्रियंका का नामांकन पत्र भरा गया था।

मतदान अधिकारी ने अध्यक्ष पद पर प्रियंका को व उपाध्यक्ष पद पर रूपलाल को विजई घोषित कर दिया। गीता देवी के परिजनों ने आरोप लगाया की सांसद के दबाव में प्रियंका को जबरन चुनाव जिताया गया है। परिजनों ने विवाद के दौरान विरोधियों के द्वारा मोबाइल फोन रुपए व एटीएम छीने जाने का भी आरोप लगाया है।

बताया गया सपा समर्थक अनिल यादव सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष नदीम फारुकी के काफी करीब है जबकि राजीव राजपूत सांसद का रिश्तेदार बताते हैं। सीओ सोहराब आलम ने मीडिया को बताया कि पपड़ी साधन सहकारी समिति के चुनाव के दौरान राजीव कुमार राजपूत उनके समर्थकों एवं अनिल कुमार उनके समर्थकों के बीच विवाद हो गया था। मौके पर मौजूद पुलिस ने सुशांत राजपूत को पकड़कर शांति व्यवस्था कायम की।

सुशांत का शांतिभंग करने के आरोप में चालान किया गया। मतदान केंद्र पर नामांकन पत्र फाडने, मारपीट व रुपए छीनने की कोई घटना नहीं हुई है।