डॉक्टर ने सरकारी मरीज का निजी अस्पताल मैं ऑपरेशन कर हजारों वसूले, शिकायत करने पर धमकाया

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) लोहिया अस्पताल के दबंग डॉक्टर ऋषि कांत वर्मा ने सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के फरमान को ठेंगा दिखाया है। ब्लॉक शमसाबाद ग्राम पंचायत बघौना के प्रधान पति हरवेन्द्र सिह उर्फ  लौहरे शाक्य ने आज लोहिया अस्पताल के डॉक्टर श्रीकांत वर्मा की प्रदेश से जांच करने आई बाल संरक्षण कमेटी से शिकायत की है। श्री शाक्य ने बताया कि गांव के 50 वर्षीय गरीब उदयवीर भुर्जी का पैर टूट गया था।

उसे 14 मई को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया डॉ श्रीकांत वर्मा ने पैर का ऑपरेशन बताकर 35 हजार रुपए मांगे। 28 हजार में सौदा तय हो जाने पर डॉक्टर वर्मा उदयवीर को उसी दिन अपने निजी लीला हॉस्पिटल में ले गए। 15 मई को डॉक्टर ने उदयवीर ऑपरेशन किया और 3 दिन अमने अस्पताल से मरीज की छुट्टी कर दी। मरीज के पैर से मवाद निकल रहा था डॉक्टर वर्मा ने मरीज को पुनः लोहिया अस्पताल में भर्ती कर लिया।

2 दिन लोहिया अस्पताल की दवा खाने के बाद मरीज को डॉक्टर वर्मा ने अपने निजी अस्पताल से प्रतिदन दवाई देढ हजार की दवा दिलवाई। उदयवीर का लोहिया अस्पताल के दो मंजिले भवन के कमरा नंबर 2 में उपचार चल रहा है। आज प्रदेश स्तर की बाल शिक्षण कमेटी अस्पताल में मरीजों से पूछताछ कर रही थी। कमेटी के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने उदयवीर से उपचार के बारे में पूछा तो उदयवीर ने कमेटी से शिकायत की कि रुपए लेकर प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन किया गया है।

ऑपरेशन सही न होने के कारण पैर से निरंतर मवाद निकलता रहा है। श्री त्रिपाठी ने सीएमएस को फोन का डॉक्टर वर्मा को बुलवाया। प्रधान पति श्री शाक्य ने बताया कि मैं मरीज के पास मौजूद था मैंने श्री त्रिपाठी को बताया कि डॉक्टर वर्मा ने काफी कहने के बावजूद एक हजार रुपए तक कम नहीं किए। गरीब होने के कारण हम लोग मरीज का चंदा करके इलाज करा रहे हैं।

श्री त्रिपाठी शिकायत करने का आश्वासन देकर प्रधान पति को अपना मोबाइल नंबर देकर चले गए। प्रधान पति लहौरे शाक्य ने एफबीडी न्यूज को बताया की थोड़ी देर बाद ही डॉक्टर ऋषि कांत वर्मा ने 10- 12 लोगों को बुला लिया और मुझे बुरी तरह धमकाया कि तुम बहुत नेतागिरी करते हो। अब हम मरीज को नहीं देखेंगे उसकी टांग कटवा देंगे अस्पताल से छुट्टी कर देंगे।

श्री शाक्य ने बताया कि मैंने शिकायत सुनने वाले से फोन कर जानकारी दी। उन्होंने मुझे सीएमसी कार्यालय में बुलाया वहां सीएमएस मौजूद थे। मैंने उनको डॉक्टर द्वारा धमकाए जाने की जानकारी दी। लिखित शिकायत मांगे जाने पर मैंने डॉ बर्मा के विरुद्ध लिखकर दे दिया। मुझे परेशान न होने तथा डॉ बर्मा के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया।

बताया गया कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्रीकांत वर्मा लोहिया अस्पताल में संविदा पर तैनात है। मालूम हो कि बीते दिनों सूब के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लोहिया अस्पताल का निरीक्षण किया था उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान जिले के आला अधिकारियों के सामने निर्देश दिया था कि किसी भी हालत में मरीज को बाहर की दवा नहीं लिखी जाएगी। जरूरत पड़ने पर दवा खरीद कर मरीज को दी जाएगी।

कोई ईएमआर अस्पताल में आए तो उसके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। दबंग डॉ श्रीकांत वर्मा ने सरकार की मंशा के ठीक विपरीत काम कर अस्पताल के सीएमएस एवं आला अधिकारियों सहित सरकार की मंशा को ठेंगा दिखाया है। देखना यह है कि शिकायत के बावजूद डॉक्टर वर्मा के विरुद्ध क्या कार्यवाही की जाती है।