जानिए- दबंगई से कौन बसूलते है 15% का ब्याज: प्रताड़ित युवक की बच गई जान

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) जबरन 15% तक का ब्याज वसूलने वाले सूदखोरों से प्रताड़ित युवक दीपेश शाक्य उर्फ के डीके की जान बच गई है। थाना कादरी गेट के ग्राम नगला खैरबंद निवासी प्रदीप शाक्य के युवा पुत्र दीपेश 31 जून की शाम घर में ही फांसी लगा दी थी। उसे गंभीर अवस्था में सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था ठीक हो जाने पर दीपेश आज ही घर पहुंचा है।

प्रदीप ने बेटे को प्रताड़ित करने वाले ब्याज खोरों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एसपी को प्रार्थना पत्र दिया था। शिकायती पत्र के मुताबिक प्रदीप की पत्नी का 12 वर्ष पूर्व देहांत हो चुका था इकलौते बेटे दीपेश ने कई लोगों से रुपए उधार लिए थे। ब्याज खोरो से परेशान हो जाने पर प्रदीप ने 2 वर्ष बाद अपना खेत बेच दिया। पडोसी ग्राम घारमपुर निवासी हृदेश ठाकुर पुत्र राकेश, मोनू ठाकुर, साहब गंज चौराहा निवासी शारदा तिवारी कुइयांबूट में रहने वाली उनकी बेटी पारुल उपाध्याय।

एवं मोहल्ला बाग कूंचा निवासी डेरी वाले रामखिलावन मिश्रा उर्फ खिलौना को 14 लाख रुपया का भुगतान कर हिसाब कर दिया था। इसके बावजूद अब भी उक्त लोग दीपेश से जबरन 15% मासिक का ब्याज वसूलते रहे। 30 मई को सुबह घर जाकर हरदेश ठाकुर ने दीपेश को गाली देकर अपमानित किया था। जबकि वह मूल रुपयों से 4 गुना अधिक रुपयों की वसूली कर चुके हैं।

चार-पांच दिन पूर्व खिलौने के बेटे ने दीपेश का मोबाइल छीनने का प्रयास किया था। ब्याज खोरो के द्वारा गाली गलौज कर अपमानित किए जाने से तंग आकर दीपेश ने फांसी लगाई। यदि परिजन तुरंत ही दरवाजा खोलकर दीपेश को फांसी से नहीं उतार लेते तो उसकी जिंदगी समाप्त हो सकती थी। प्रदीप ने बताया की बेटे का कर्जा चुकाने में ढिलावल चौराहे के निकट कीमती जमीन बिक गई और अभी भी ब्याज खोज अपना बकाया रुपया बता रहे हैं।

किसी भी ब्याज को मैं उनसे पूछ कर बेटे को कर्जा नहीं दिया और मुझसे भी तगादा करते रहे। बेटे के इलाज में पौने दो लाख रुपए खर्च हो गए। प्रदीप ने बताया कि ब्याजखोरों से परेशान होकर बेटा जयपुर में प्राइवेट नौकरी करने लगा था। वह 28 मई को घर आया था आईटीआई चौकी इंचार्ज सुरजीत ने बताया कि प्रदीप के शिकायती पत्र की जांच की जा रही है। उधर से हृदेश ने भी शिकायत की है उसने दीपेश पर उधार दिए गए बकाया रुपए न देने का आरोप लगाया है।