फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शातिर अपराधी अमित उर्फ बब्बन दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करके तमाम अटकलें को विराम दे दिया। जिसमें बब्बन का एनकाउंटर तक किए जाने की चर्चा व्याप्त हो गई थी। एसपी श्री कुमार ने मीडिया को बताया कि शातिर अपराधी अमित उर्फ बब्बन दुबे कोतवाली फतेहगढ़ के मुकदमे में वांछित था। उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तारी में कानूनी नियमों का पालन किया गया।
एसपी ने बताया कि अमित पर 13 मुकदमे दर्ज है उसने वर्ष 2000 में पहली बारदात करके अपराध जगत में पैर रखा था। जीरो टॉलरेंस के तहत सभी वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। गैंगस्टर के सभी अपराधियों की अवैध संपत्ति की कुर्की की जा रही है और भविष्य में की जाती रहेगी।
बब्बन ने पुलिस को गुमराह किया
सीओ प्रदीप सिंह के द्वारा बब्बन से घटना के बारे में पूछताछ की गई तो बब्बन ने जुर्म से इनकार किया तथा कोई भी संतोष जनक नहीं दिया। लगातार पुलिस के सवालों का उल्टा जवाब देकर गुमराह करने का प्रयास किया।
थाना मऊदरवाजा पुलिस व एसओजी टीम ने बब्बन को लखनऊ के थाना गोमती नगर एल डीगो ग्रीन कॉलोनी के निकट फनमाल फ्लैट से गिरफ्तार किया है। बब्बन की थाना मऊदरवाजा में एकलव्य कुमार के द्वारा धोखाधड़ी के दर्ज कराये गए मुकदमे एवं गैंगस्टर के मुकदमे में गिरफ्तारी हुई है।
मालूम हो कि कोतवाली फतेहगढ़ के मोहल्ला भूसा मंडी निवासी बसपा नेता हाजी फजल मंसूरी ने बीते दिनों मोहल्ला कसरट्टा निवासी बब्बन दुबे उर्फ अमित दुबे सिविल लाइन निवासी जाहिद अली खान की पत्नी श्रीमती शवा खान एवं मोहल्ला हाथी खाना निवासी हैदर अली पुत्र नबी मोहम्मद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने एसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया था। व्यापारी फजल मंसूरी ने 28 मार्च 2023 को चूड़ी वाली गली में दुकान खरीदने के लिए शवा खान को 6.50 लाख रुपयों का बयाना दिया था। दुकान का सौदा 20 लाख रूपयों में हुआ था शवा खान बैनामा करने के लिए टालमटोल करती रही। बैनामा करने का दबाव डालने पर शवा खान ने फजल मंसूरी को धमकाया कि शहर के तमाम माफिया लोगों से मेरे संबंध है मैं तुम्हें जान से मरवा कर लाश भी गायब करवा दूंगी।
शवा खान ने कॉन्फ्रेंस से बब्बन दुबे उर्फ अमित दुबे से फजल मंसूरी की बात कराई। तभी हैदर अली ने फजल मंसूरी से रंगदारी मांगी और शवा खान से बयाना के रुपए न मांगने, दुकान का बैनामा न कराने के लिए धमकाया। बसपा नेता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि शवा खान द्वारा फर्जी तथ्यों के आधार पर अदालत के जरिए मेरे विरुद्ध बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है।
जिसमें शवा खान ने अपने पति की मृत्यु 2019 में दर्शाई है जबकि वास्तव में उसके पति की मृत्यु 19/8/ 21 को हुई थी। मुकदमे में घटना 30 जुलाई 2023 को कमालगंज में एवं 4 अगस्त 23 को अमृतपुर की घटना दर्शाई गई। एसपी के आदेश पर उक्त मुकदमे की जांच महिला थाना के द्वारा की गई जिसमें घटना पूर्ण रूप से गलत पाई गई। शवा खान ने अपनी मां श्रीमती शमीम बानो के नाम मेरी सास श्रीमती नसीम बेगम निवासी हाथी खाना से एक बैनामा कराया था।
वह भी झूठ तत्वों के आधार पर कराया था। उक्त बनाने के संबंध में मेरी सास ने अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी पैरवी मेरे द्वारा की जा रही है इसीलिए शवा खान दुश्मनी मानती है। मेरे ऊपर दबाव बनाने के लिए शवा खान अमित दुबे हैदर अली के द्वारा लगातार रंगदारी मांगने एवं मुकदमे में समझौता करने के लिए धमकाया जा रहा है। झूठे मुकदमों में फंसाने की भी धमकी दी जा रही है। रंगदारी के रूप में 10 लाख रूपयों की मांग की जा रही है।
कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने अपराध संख्या 440/23 धारा 386 387 388 एवं 506 के तहत दर्ज मुकदमे की जांच इंस्पेक्टर उदय सिंह को सौंपी। अमित की गिरफ्तारी होने पर जिले की पुलिस ने कॉफी राहत महसूस की है। मालूम हो कि अमित जिले के माफिया अनुपम दुबे का छोटा भाई है।