आज एस. एन. साध ट्रस्ट के दिव्यांग शिविर वितरित किए गए सैकड़ो उपकरण

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आज एस. एन. साध ट्रस्ट के द्वारा आयोजित दिव्यांग शिविर समय सुबह 9 बजे से शुरू हुआ। आज शिविर के तीसरे और समापन के दिन भी मरीजों के आने का सिलसिला अनवरत जारी रहा। फर्रुखाबाद जिले के अलावा हरदोई, शाहजहांपुर मैनपुरी एटा, से भी मरीजों के आने के सिलसिला जारी रहा। मरीजों ने बताया कि शिविर में जो सेवाए दी जा रही है वह बिल्कुल निशुल्क है और उसके साथ ही उत्तम भोजन पैकेट व चाय, बिस्कुट, फ्रूटी की व्यवस्था भी ट्रस्ट द्वारा की गई है।

मरीजों ने शिविर के आयोजकों को दिल से आभार व्यक्त किया। मुफ्त में कीमती उपकरण मिलने के कारण मरीजों के चेहरे पर खुशी देखी गई। ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी राकेश साध व चमकेश साध ने बताया कि उस परमपिता परमात्मा की कृपा से हम लोगो का अब ये ही उद्देश्य है कि दिव्यांगों की ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्यों को और कैसे बढ़ाया जाए। उन्होंने शिविर के सेवा कार्य में लगे सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। मालूम होगी कि 1991 से लगातार यस. एन. साध ट्रस्ट द्वारा दिव्यांग शिविर निरन्तर लगाये जा रहे हैं। जिनका संयोजन जानी मानी समाज सेवी डॉ रजनी सरीन द्वारा निरन्तर किया जा रहा है।

इस शिविर की विशेषता ये है कि कोई भी दिव्यांग जन केवल अपना आधार कार्ड और दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर आये और तत्काल रजिस्ट्रेशन कराकर निशुल्क शिविर में दी जाने वाली सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है। दिल्ली से विशेष रूप से शिविर में सेवा प्रदान करने आये मधु साध, उनकी पुत्री प्रिया साध व दामाद रितेश साध ने बताया कि इस बार शिविर की विशेषता रही कि जिनके हाथ किसी भी हादसे में या और किसी कारण कटा हुआ था। उसके लिए श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति दिल्ली से मोनिका शर्मा, विनोद कुमार, वेद प्रकाश, लोकेश शर्मा।
हलदर नाग, अवधेश कुमार की विशेष टीम बुलाई गई थी। जो व्यक्ति कान की समस्या से जूझ रहा है, उसके लिए शहर के जाने माने ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ शिखर सक्सेना व उनकी टीम ने मरीजों का परीक्षण किया। उनको दवाइयां व कान की मशीन ट्रस्ट द्वारा निशुल्क दी गई। डॉक्टर कार्तिकेय सिंह (फिजिशियन) ने पेट से संबंधित समस्या से पीड़ित मरीजों को अपनी सेवाए प्रदान की। उनको दवाईयां ट्रस्ट की तरफ से निशुल्क वितरण की गई।

इन कार्यों में राहुल साध, लकी साध, अमर साध, रोहित गर्ग, उदय पाल, सुजीत श्रीवास्तव, शीश मेहरोत्रा, विजय, राहुल, प्रभात, नरेश, जगदीश, रॉबिन साध और जयपुर की पूरी टीम का विशेष सहयोग रहा।
आज रजिस्ट्रेशन 141 हुये।‌ आज बाटे गए उपकरणों की संख्या–
कृत्रिम हाथ -10
व्हीलचेयर- 14
छड़ी- 15
ट्राई साइकिल-12
कैलिपर- 38
कृत्रिम पैर- 28
वैशाखी- 18
वॉकर- 12
जूते- 30
कान की मशीनें- 85