बुद्ध स्तूप परिक्रमा पथ का निर्माण शुरू: संकिसा की घटिया सड़क निर्माण की शिकायत प्रमुख सचिव से

फर्रुखाबाद।(एफबीडी न्यूज़) विश्व प्रसिद्ध संकिसा स्थित बौद्ध स्तूप के परिक्रमा पथ का निर्माण कार्य शुरू हो जाने से अनुयायियों में खुशी की लहर फैल गई है। आज कन्नौज स्थित पुरातत्व विभाग के सर्किल ऑफिसर आयुष वर्मा की टीम ने निर्माण कर का जायजा लिया। इस दौरान भाजपा विधायक सुशील शाक्य के पुत्र संदीप शाक्य संकिसा महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य आदि लोग मौजूद रहे। निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाली ईंटों के अलावा अन्य सामग्री भी एकत्र की गई है। पुरातत्व विभाग की ओर से लखनऊ की फर्म को ठेका मिला है ठेकेदार के भाई चंद्रा के द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।

श्री चंद्रा ने एफबीडी न्यूज को बताया कि इस स्तूप परिसर के निकट परिक्रमा पथ का निर्माण कार्य परसों से शुरू किया गया है। पुरातत्व विभाग के परिसर के मुख्य गेट से लेकर स्तूप तक तथा स्तूप के चारों ओर परिक्रमा पथ का करीब 320 मीटर लंबी एवं 3.90 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। सड़क के किनारे ईंटें बिछाई जाएगी सड़क निर्माण में ईंटों के अलावा ईंटों की सुर्खी चूना लाल गिट्टी मौरम का प्रयोग कर इस तरह की सड़क बनाई जाएगी कि उसमें कोई जॉइंट नहीं दिखेगा। श्री चंद्रा ने बताया की निर्माण कार्य पूरा होने में करीब ढाई माह का समय लगेगा।

संकिसा महोत्सव को देखते हुए पहले स्तूप परिक्रमा पथ का निर्माण शुरू किया गया है। श्री चंद्रा यह नहीं बता सके कि कितनी धनराशि का टेंडर हुआ है। उन्होंने बताया टेंडर धनराशि की जानकारी बड़े भाई को होगी उन्हीं की फार्म के नाम ठेका हुआ है।
मालूम हो कि संकिसा महोत्सव के दौरान हजारों अनुयाई स्तूप परिसर की तीन बार परिक्रमा करते हैं उबड़ खबर रास्ता होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। संकिसा महोत्सव के आयोजक कर्मवीर शाक्य ने बताया की विधायक सुशील शाक्य के प्रयास से स्तूप परिसर में निर्माण कार्य शुरू हुआ है।

संकिसा की घटिया सड़क निर्माण की शिकायत

संकिसा के मूल निवासी शिक्षक संजीव कुमार दीक्षित ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव से संकिसा की घटिया सड़क का निर्माण कराये जाने की शिकायत आईजीआरएस पर की है। श्री दीक्षित ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को अवगत कराया है कि अत्यंत खेद का विषय है कि लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड फतेहगढ़ द्वारा गलत एवं गुमराह करने वाली आख्याये लगाई जा रही है। जिससे प्रार्थी अत्यंत कष्ट एवं वेदना महसूस करता है। क्योंकि मुख्यमंत्री निरंतर गुणवत्तापूर्ण काम करने के लिए अधिकारियों को आदेशित निर्देशित करते रहते हैं।

बावजूद इसके भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जब से संकिसा की सड़क बनी है तभी से घटिया एवं मानक विहीन निर्माण के संबंध में शिकायतें कर रहा हूं लेकिन अधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। आपके मुख्यालय लखनऊ के निर्देशानुसार पुनः जनसुनवाई पर शिकायत दर्ज करवा रहा हूं। इन्होंने अपनी निरीक्षण आख्या में लिखा है कि ठेकेदार को क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत हेतु निर्देशित किया है अभी तक कोई भी कार्य नहीं हुआ। पता नहीं किस तरह लिखा है या केवल गुमराह और भ्रमित किया जा रहा है।

आज तक कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही क्या ठेकेदार और अधिषासी अभियंता की मिली भगत या दुरभिसन्धि है। दूसरी बात पुलिया के लिए भी उप जिलाधिकारी को लिखा जबकि वास्तविकता यह है कि कोई भी किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ था और ना ही अब है। अपनी नाकामी और कमियों को छिपाने के लिए नित्य नए तरीके ईजाद किए जाते हैं विभाग में। क्योंकि किसी भी तरह समय को काटा जाए। श्री दीक्षित ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि आरटीआई में प्रमुख सूचनाओं से ज्ञात हुआ है कि सड़क के किनारे नाला निर्माण भी होना था जो कि नहीं किया गया।

उक्त निर्माण कार्य में मनमानी और मानक विहीन निर्माण कार्य कर सरकारी धन का बंदर बांट किया गया है। श्री दीक्षित ने उच्च स्तरीय समिति बनाकर इसकी जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है। श्री दीक्षित को शिकायत के जवाब में अधिशासी अभियंता ने अवगत कराया है कि मार्ग पर जो कराया गया है वह गुणवत्तापूर्ण है। जिसकी समय पर गुणवत्ता की जांच कराई जाती है अत्यधिक बरसात एवं अतिवृष्टि के कारण कुछ स्थानों पर फुटपाथ क्षतिग्रस्त ग्रस्त हुआ था जिसको ठेकेदार द्वारा ठीक कर दिया गया है। वर्तमान में मार्ग की स्थिति संतोषजनक है।

शिकायत कर्ता द्वारा उल्लेखित मार्ग वर्तमान में कहीं पर भी क्षतिग्रस्त नही है। उक्त मार्ग पर नाला एवं पुलिया बनाने का आगणन में कोई प्रावधान नहीं था। पुलिया के चौडीकरण हेतु विभाग में उपलब्ध सीमित संसाधनों से शीघ्र कार्य जाने का प्रयास किया जाएगा।
इस बार जिले में शायद ही कहीं अतिवृष्टि हुई हो जिससे सड़क के क्षतिग्रस्त होने की बात किसी के गले में नहीं उतर सकती है।