सीपीआई स्काउट गाइड का ट्रेनिंग कैंप: प्राकृतिक एवं वैज्ञानिकी का हुनर लेकर लौटा

फर्रुखाबाद। सीपी इंटरनेशनल स्कूल का दिनांक 15 से 19 अक्टूबर तक भारत स्काउट गाइड के द्वारा पंच दिवसीय नेचर स्टडी एवं ट्रेनिंग के लिए भेजा गया कैंप आज वापस लौट आया। ट्रेनिंग के दौरान छात्रों ने नैनीताल, कैंची धाम, रानीखेत, शीतला खेत के पहाड़ों, झरनों, झीलों, वादियों, वृक्षों का प्राकृतिक एवं वैज्ञानिकी अध्ययन किया और आनंद भी लिया।

इस दौरान बीपी – 6 ( व्यायाम) ट्रैकिंग एवं माउंटेनिंग प्राकृतिक अध्ययन एवं परीक्षण कैंप फायर प्रोग्राम आदि की व्यापक ट्रेनिंग दी गई।
डॉ. (श्रीमती) दीपिका धर्मशक्तु प्रभारी चिकित्सा अधिकारी राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय शीतला खेत ने 100 से अधिक चिकित्सकीय जड़ी बूटियां एवं वृक्षों के विषय में छात्रों को जानकारी दी। उनके लाभ बताकर उपयोग करने के तरीके समझाए। योग प्रशिक्षक सौरभ मनराल ने योग व्यायाम एवं ध्यान आदि का अभ्यास कराया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. दीपिका धर्मशक्तू ने योग से होने वाले लाभ बताये।

एसओसी हीरालाल यादव की देखरेख में ट्रेनिंग हुई वाराणसी से आए अमिताभ एवं केजीएमयू से आई करिश्मा शर्मा ने ट्रैकिंग एवं सामाजिक व वैज्ञानिक तथ्यों पर कक्षा गत तरीके से प्रशिक्षण दिया। कैंप फायर के दौरान भारत स्काउट गाइड स्टेट चीफ कमिश्नर पूर्व आईएएस प्रभात कुमार ने अपने उद्बोधन में छात्रों का उत्साह वर्धन करते हुए स्काउट गाइड के कर्तव्यों को समझाया। स्काउट गाइड द्वारा चल रहे अभियान पर प्रकाश डालते हुए कुछ छोटी छोटी कविताओं के माध्यम से छात्रों के जीवन में आने वाली समस्याओं से लड़ने एवं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्साहित किया।

उन्होंने हमेशा सत्यता एवं ईमानदारी का परिचय देते रहने और निडरता से कार्य करने का संदेश दिया तथा सीपी इंटरनेशनल स्कूल एवं शिक्षकों व छात्रों की प्रशंसा की। 19 अक्टूबर को विदाई समारोह के दौरान डॉ राजीव मिश्रा भारत स्काउट गाइड स्टेट कमिश्नर, डॉक्टर वशिष्ठ स्काउट मंडल कमिश्नर आगरा एवं एसओसी हीरालाल यादव ने छात्रों एवं शिक्षकों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित किए। स्काउट गाइड छात्रों का समूह कैंप की अवधि पूर्ण कर आज प्रातः काल 4 बजे सीपी इंटरनेशनल स्कूल सकुशल वापस लौटा।

सीपी विद्यालय समूह की निर्देशिका डॉक्टर मिथिलेश अग्रवाल ने बताया भारत स्काउट गाइड पूर्ण रूपेण समाजसेवी एवं देशभक्त बनाने का आंदोलन है जो छात्रों को बचपन से ही प्राकृतिक एवं सामाजिक वस्तुओं के प्रति जागरूकता एवं कर्म निष्ठता प्रदान करता है। उप निर्देशिका श्रीमती अंजू राजे ने बताया की नेचर स्टडी कैंप से छात्रों को प्रकृति की वास्तविकता एवं उसकी सुरक्षा व सदुपयोग का ज्ञान प्राप्त होता है। प्रधानाचार्य डॉ विनोद चंद शर्मा ने बताया प्रकृति के साथ साक्षात्कार होने से व्यक्ति को प्रकृति से लगाव हो जाता है।

साथ ही मन मस्तिष्क में उसकी चित्रकारिता समाहित हो जाती है जिससे मनुष्य आत्म सुख की अनुभूति करता है। कैंप के दौरान श्रवण कुमार मिश्र ने विद्यालय को रिप्रेजेंट किया तथा सायंकालीन कार्यक्रम का संचालन किया। मीनल गौड़ ने कमांड दी। काजल अग्रवाल एवं भारती मिश्रा ने सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा गोविंद सिंह ने ट्रैकिंग एवं माउंटेनिंग के दौरान अपनी कर्मठता का परिचय दिया। इस दौरान अभय सक्षम हिमेश जितेंद्र एकाग्र ईशान शिवा राहुल दिग्विजय अनिरुद्ध शुभांक कौटिल्य प्रतीक योगीराज दक्ष अविघ्न अक्षय अग्रिम वीरा, शगुन,जेसी, निधि, माही, कशिश, रिया, साक्षी, सृष्टि सहित 50 छात्रों ने ट्रेनिंग ली।