मेला रामनगरिया की झोपड़िया में आग लगने से 7 कल्पवासी झूलसे

फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) पांचाल घाट गंगा तट पर चल रहे मेला रामनगरिया में बीती रात झोपड़ियों मेंआग लगने से साथ कल्पवासी झुलस गए। जिनको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीती रात करीब 2 बजे पांचाल घाट पुल के निकट झोपड़िया में आग लग लग गई। जिससे भगदड मचकर चीफ पुकार शुरू हो गई। पड़ोस के लोगों ने घायलों को झोपड़ियां से बाहर निकाल आग बुझाने का भी प्रयास किया। फायर ब्रिगेड ने आग आज को बुझाया।

हादसे की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी डॉ बीके सिंह पुलिस अधीक्षक विकास कुमार तहसीलदार सदर श्रद्धा पांडे राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची। कल्पवासियों का घरेलू सामान फैला पड़ा था। अधिकारियों ने घटना का जायजा लेकर कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए। अस्पताल में आग से झूलसे सात लोगों को भर्ती कराया गया। जिनमें जनपद हरदोई थाना बेहटा गोकुलपुर के ग्राम शिव मोहनपुर निवासी कृष्ण कुमार की 60 वर्षीय पत्नी लीला देवी, 75 वर्षी कौशल किशोर।

थाना मिर्जापुर के ग्राम सिंघामरझालो निवासी कन्हैयालाल की 80 वर्षीय पत्नी सत्यवती, थाना राजेपुर के ग्राम अमहापुर निवासी 80 वर्षीया रामकिशन, जनपद हरदोई के ग्राम मंझीला मछाला निवासी प्रमोद तिवारी का 25 वर्षीय पुत्र मनीष, जनपद मैनपुरी थाना व कस्बा बिछुवां निवासी सर्वेश का 25 वर्षीय पुत्र जयवीर, थाना मिर्जापुर के ग्राम तालुका बड़ी सरैया निवासी 35 वर्षीय शिवरतन शामिल है। डीएम एसपी ने लोहिया अस्पताल जाकर घायलों को दिखा और बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। चर्चा है कि बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगी है।

अग्निकांड में भगदड़ के दौरान पांचाल घाट बंधा निवासी संजय कुमार का 12 वर्षीय गोविंद लापता हो गया। गोविंदा के न मिलने पर परिजनों ने हंगामा मचाया पुलिस ने जब झोपड़िया के मलबे को खंगाल तो उसमें एक किशोर का बुरी तरह जला हुआ शव मिला। अनुमान लगाया गया की गोविंद आग में जलकर मर गया है।

एसपी विकास कुमार ने मीडिया को बताया की मेला रामनगरिया की झोपड़ियां में आग लगने से सात लोग घायल हो गए चार लोगों का लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा है तीन गंभीर लोगों को हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया आग से 14 वर्षीय किशोर झुलस कर मर गया।

मृतक की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना

मेला रामनगरिया के वैदिक क्षेत्र चरित्र निर्माण शिविर में आज प्रातः काल यज्ञ किया गया। जिसमें सभी शिविर वासियों ने सामूहिक रूप से यज्ञ में आहुतियां प्रदान कर सुख संवृद्धि की कामना की। उसके पश्चात शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें मेला रामनगरिया में रात्रि में आग लगने की घटना पर चिंता व्यक्त की गई। दुर्घटना में घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना की गयी।

जिला सभा के प्रधान आचार्य चंद्रदेव शास्त्री ने कहा कि दुःख की इस घड़ी में आर्य समाज सभी पीड़ितों तथा उनके परिजनों के साथ है तथा प्रसाशन से सभी को आवश्यक उपचार व सुविधाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हैं। आपदा की इस घड़ी में सभी संत समुदाय तथा कल्पवासियों को पीड़ितों की मदद को आगे आना चाहिए। भविष्य में ऐसी कोई अनहोनी न हो इसके लिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

अंत मे पुनः परमात्मा से सभी मृतक आत्माओं की सद्गति व दुःखी परिजनों को धैर्य धारण कराने की प्रार्थना के साथ सभा का समापन हुआ।कार्यक्रम में स्वामी महेन्द्रानंद, देवनानंद, प्रदीप शास्त्री, हरिओम शास्त्री,उदिता आर्या, रत्नेश द्विवेदी,उपासना कटियार,ऋतु राजपूत आदि उपस्थित रहे।

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