फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज़) आज लखनऊ में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार एवं नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा आयोजित “नगरीय निकायों के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों हेतु उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम” में फर्रुखाबाद नगर पालिका परिषद से कई सभासद शामिल हुए। आमंत्रित किए जाने के बावजूद पालिकाध्यक्ष श्रीमती वत्सला अग्रवाल बैठक में शामिल नहीं पहुंची। इस महत्वपूर्ण बैठक में सभासद इंजी. शशांक शेखर मिश्रा, सभासद अतुल शंकर दुबे एवं सभासद विश्वनाथ राजपूत के शामिल हुए। 
सभासद इंजी. शशांक शेखर ने एफबीडी न्यूज़ को फोन पर बताया कि प्रशिक्षण दो दिन चलेगा जिसमें नगर पालिका अधिनियम एवं “अमृत 2.0” योजना के विषय में सभी को बताया जा रहा है। प्रशिक्षण का उद्देश्य नगर निकाय के जन प्रतिनिधियोंके द्वारा अपने नगर क्षेत्र में जन सामान्य को सरकार की अमृत 2.0 योजना से लाभान्वित कराना एवं नगर को विकास के मुख्य धारा से जोड़ना है। आज के प्रशिक्षण में क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र लखनऊ की जॉइंट डायरेक्टर डॉ अंजुली मिश्रा एवं एवं डॉ ए.के सिंह (फॉर्मर डेप्युटी डायरेक्टर) के द्वारा महत्वपूर्ण विषयों के बारे में व्यापक जानकारियां दी गई।
वर्षा जल संचयन योजना के तहत तालाबों का जीर्णोद्धार करना एवं 3000 वर्ग फीट वाले भवनों में वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाया जाना जरूरी है। पार्क उपवन योजना के तहत एक एकड़ जमीन में बगीचा लगाकर उसमें पानी पीने शौचालय एवं रोशनी की व्यवस्था करना है। वन योजना के तहत एक एकड़ भूमि में घने पेड़ लगाकर बाउंड्री बनवाना है जिससे पर्यावरण को पर्यावरण को प्रदूषण रोकने में मदद मिलेगी। स्वच्छता अभियान के तहत शौचालयों एवं नाली के गंदे पानी को हर हालत में गंगा में जाने से रोकना है जिसके लिए गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाना होगा।
मालूम हो कि नगर के कुटरा कॉलोनी एवं भैरव घाट मंदिर के निकट ट्रीटमेंट प्लान का निर्माण किया जा रहा है। सभासदों ने बताया कि इन योजनाओं को लागू करवाने की जिम्मेदारी पालिका अध्यक्ष पर है लेकिन वह इसमें पूर्ण बैठक में नहीं आई। सभासदों ने महत्वपूर्ण बैठक में अध्यक्ष के न शामिल होने पर आश्चर्य व्यक्त किया है।








